नारनौल: निजामपुर खण्ड के गांव छिलरो की सीमा में स्थित पीएचसी की हालातों को लेकर बीते 10 और 11 जून को भारत सरकार नेशनल क्वालिटी एंश्योरेंस (एनक्यूएएस) की तरफ से आई टीम निरीक्षण कर रही थी. जहां टीम ने पीएचसी छिलरो को 100 अंकों में से 89.88 अंक दिए. साथ ही टीम ने अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को सौंप दिया. जंहा पीएचसी छिलरो जिले में पहला पीएचसी है. जिसने एनक्यूएएस का सर्टिफिकेट हासिल किया है. इसको लेकर अब पीएचसी छिलरो को हरियाणा सरकार के साथ केंद्र सराकर की तरफ से भी अलग से बजट मिलेगा.
नेशनल क्वालिटी एंश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) की ओर से बेहतर स्वास्थ्य की छंटनी के लिए एनएचएम डॉक्टरों की टीम में डॉ. रणजीत कलकता व डॉ. रजनीश बिहार से आकर लगातार दो दिन तक पीएचसी का गहन निरीक्षण किया था. जंहा उन्होंने पीएचसी को 100 अंको में से 89.88 अंक दिए और रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप दी गई. पीएचसी छिलरों को एनक्यूएएस का सर्टिफिकेट जारी किया गया.
क्या है पीएचसी में सुविधाएं
जानकारी के अनुसार पीएचसी में उपचार सुविधा होने के पश्चात अभी तक करीब 150 से 200 मरीज की ओपीडी का रिकॉर्ड दर्ज है. जोकि जिले में सर्वाधिक है. इसमें सबसे बड़ा योगदान पीएचसी स्टाफ के साथ पीएचसी में बैठे चिकित्सा अधिकारी अमित कुमार, दंत चिक्तिसक डॉ. रितिका व तत्कालिन सीएमओ डॉ. अशोक का मुख्य योगदान रहा है. इस पीएचसी में आज तक पांच डिलीवरी भी करवाई जा चुकी है.
सुविधाओं के तौर पर पीएचसी में लेबर रूम, लैब सुविधा, आंख जांच, बलगम जांच, फैमिली प्लानिंग, क्रैश कार्ड, सक्शन मशीन, सीसीटीवी कैमरा, हर्बल गार्डन, बायोमडिकल वेस्ट डिस्पोजल सिस्टम, ड्रिप सिंचाई बगीचा, वाटर टैंक, कार पार्किंग, वॉटर कूलर, बेबी केयर, ओआरटी सेंटर, ईसीजी मशीन, रेडियंट वॉर्मर, ऑक्सीजन व एंबुलेंस की उपलब्धता के साथ-साथ 236 तरह की दवाइयां भी उपलब्ध हैं. वहीं स्टॉफ में एक मेडिकल ऑफिसर, एक दंत चिकित्सक, 4 स्टाफ नर्स, एक फार्मासिस्ट, एक लैब टैक्नीशियन, एक मेल वर्कर, एक ईएमटी, एक एलएचबी, दो चालक और स्वीपर कार्यरत हैं.