कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में भी अयोध्या की तर्ज पर दीप दान का विश्व रिकार्ड बनाने का प्रयास किया जाएगा. बता दें कि रामनगरी अयोध्या में 13 नवंबर की शाम को इतिहास रचा गया था. राम की पैड़ी पर एक साथ 6,06,569 दीप जलाने का विश्व कीर्तिमान रचा गया था. जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. अब ऐसा ही विश्व रिकॉर्ड बनाने की कोशिश अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान की जाएगी.
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में 25 दिसंबर को दीप दान किया जाएगा. इस बार गाय के गोबर के दीये इसमें प्रयोग में लाए जाएंगे. ब्रह्मसरोवर पर करीब दो लाख दीये जगमग होंगे.अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में आयोध्या में 6 लाख 6 हजार 569 दीप जलाकर गिनिज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाने वाले डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के पीआरओ आशीष मिश्रा अपनी टीम के साथ कुरुक्षेत्र पहुंचे हैं.
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उन्होंने ब्रह्मसरोवर के तट पर विशेष बातचीत करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2020 में अयोध्या की तर्ज पर पवित्र ग्रंथ गीता के 18 अध्यायों को जहन में रखकर 18 लाख दीप जलाने की योजना थी, लेकिन कोविड-19 के कारण इस योजना को इस वर्ष अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका, लेकिन दृढ निश्चय है कि अगले वर्ष 18 लाख दीपक जलाकर एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया जाएगा. इससे कुरुक्षेत्र का नाम पूरी दुनिया में दीपोत्सव से भी जाना जाएगा.
2 लाख दीपों में दिखेगी श्रीकृष्ण की आकृति
गौरतलब है कि इस बार गीता जयंती पर अद्भुत नजारा दिखेगा. इस बार ड्रोन कैमरे से एरियल व्यू में गीता जयंती के दिन ऐसा खास चित्र लिया जाएगा, जिसमें दो लाख दीप भगवान श्रीकृष्ण, शंख या मोरपंखी की आकृति में नजर आएंगे. कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर पर इस तरह की आकृति डिजाइन करने का जिम्मा एनआईडी उमरी को मिला है.