कुरुक्षेत्र: शाहबाद में भीम आर्मी और पिछड़ा वर्ग संगठनों ने आज भारत बंद के दौरान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया.
भीम आर्मी ने किया था भारत बंद का आह्वान
आज पिछड़ा वर्ग से जुड़े संगठनों द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया था. जिसको लेकर दलित बिरादरी के लोगों ने भारत बंद का समर्थन करते हुए सड़कों पर निकल आए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय लिया है उसका सम्मान करते हैं लेकिन राज्य सरकारों पर वह विश्वास नहीं करते है.
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फैसले को निरस्त करने के लिए सरकार से की मांग
दलित संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने के लिए सरकार से अध्यादेश लाने की मांग की. उन्होंने कहा कि सरकार तुरंत अध्यादेश लाए और आरक्षण के इस मुद्दे को संविधान की नौवीं सूची में शामिल करें. प्रदर्शनकारियों ने सरकार के समक्ष अपनी मांग रखते हुए तहसीलदार को ज्ञापन सौंप अपना रोष प्रकट किया.
इस संबंध में वीरेंद्र एडवोकेट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो प्रमोशन पॉलिसी पर जो आर्डर दिया दिया है. वह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि उस आर्डर में सही तथ्य पेश नहीं कर पाए. अब राज्यसभा सरकार पर निर्भर करता है की चाहे नौकरियों में आरक्षण दे या ना दे. उन्होंने कहा कि पॉलसी के ऊपर एक और कानून लागू कर दिया गया है जो कि सही नहीं है.
वहीं कांग्रेस की नेता सुनीता मेहरा ने कहा कि सरकार की दलित विरोधी नीतियों के चलते आज समाज के लोगों ने राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो भी फैसला दिया है उसे सरकार तुरंत वापस ले. उन्होंने कहा कि आरक्षण दलितों का अधिकार है. आरक्षण को सरकार बिल्कुल भी खत्म नहीं कर सकती. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया तो उनकी ईंट से ईंट बजा देंगे.