कुरुक्षेत्र: हरियाणा राज्य का कुरुक्षेत्र जिला यूं तो धर्मनगरी के नाम से जाना जाता है. धर्म-कर्म और पूजा-पाठ के लिए दूर-दराज से लोग यहां आते हैं. लेकिन अब इस धर्मनगरी में अधर्म भी तेजी से बढ़ रहा है. बीते 4 साल में जिले में मानव तस्करी के लगभग 20 रजिस्टर मामले सामने आ चुके हैं.
किस साल में कितने रजिस्टर वेश्यावृति के मामले
- साल 2017 में वेश्यावृति के 8 मामले सामने आए
- साल 2018 में ये संख्या घटकर दो तक रह गई
- साल 2019 में वेश्यावृति के 4 मामले सामने आए
- साल 2020 में अब तक 4 मामले सामने आ चुके हैं
कुछ ऐसे मामले भी हैं जो पुलिस तक पहुंचे ही नहीं. अगर पहुंचे भी तो वो कागजों में ही दम तोड़ गए. कुरुक्षेत्र जैसे छोटे से जिले में मसाज सेंटर्स की भरमार है. जिनकी आड़ में वेश्यावृत्ति जैसे गोरखधंधे को अंजाम दिया जाता है. बता दें कि लॉकडाउन के दौरान अप्रैल में ईटीवी भारत हरियाणा ने वेश्यावृत्ति को डिजिटल तरीके से चलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था.
ईटीवी भारत ने किया था वेश्यावृति के गिरोह का पर्दाफाश
वेश्यावृत्ति का गोरखधंधा करने वाले शख्स दिल्ली जैसे शहरों से लड़कियों को लाकर हरियाणा के अलग-अलग जिलों में सप्लाई करते हैं. इन दलालों के व्हाट्सएप नंबर पर सिर्फ हैलो लिखने की जरूरत है और 20 से 25 लड़कियों के फोटो व्हाट्सएप पर आ जाते हैं. जिसे बाद दाम और जगह तय होती है. ईटीवी के पर्दाफाश करने के बाद पुलिस ने 2 आईपीएस की टीम बनाकर लगभग 8 लोगों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा था.
सिर्फ वेश्यावृति ही नहीं बल्कि मानव तस्करी के भी जिले में कई मामले सामने आए हैं. ताजा मामला 20 जुलाई है. जब नाबालिक युवती को घर के बाहर से अगवा कर लिया गया और 3 महीने उस युवती को जबरन वेश्यावृत्ति की दलदल में धकेला गया. पीड़िता से लगभग 20 हजार से भी ज्यादा बार रेप की खबर सामने आई थी. किसी तरह पीड़िता दरिंदों के चंगुल से छूटकर भागी में कामयाब रही. महिला आयोग ने भी मामले को संज्ञान में लिया. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. मामले में मुख्य आरोपी फरार है.
कुरुक्षेत्र जैसे छोटे से जिले में मसाज सेंटर्स की भरमार है. जिनकी आड़ में वेश्यावृत्ति जैसे गोरखधंधे को अंजाम दिया जाता है. गुप-चुप तरीके से अपराध जिले में पैर पसार रहा है. इस बारे में ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने कुरुक्षेत्र पुलिस अधीक्षक, उपायुक्त और सांसद महोदय को भी बताया. जिसके बाद अधिकारियों और नेताओं की तरफ से सिर्फ आश्वान ही मिला.