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अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती: ऑर्गेनिक खाद और ऑर्गेनिक मिट्टी बनी आकर्षण का केंद्र - organic farming saras mela

धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती का आयोजन किया जा रहा है. इस खास मौके पर सरस मेले में आए लोगों को ऑर्गेनिक फार्मिंग की प्रदर्शनी काफी पसंद आ रही है. यमुनानर और कैथल से पहुंचे दो किसानों ने ऑर्गेनिक फार्मिंग के लिए प्रदर्शनी लगाई है. जिसे लोग बेहद पसंद कर रहे हैं.

अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती
अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती
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Published : Dec 1, 2019, 10:06 PM IST

कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में जहां सरस मेले में हस्त कलाकारों की बनाई चीजें और अन्य वस्तुएं लोगों के लिए आकर्षक का केंद्र बनी हुई हैं. वहीं किसानों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. ऑर्गेनिक खेती के लिए जागरूक कर रहे 2 किसानों ने बताया कि लोग किस तरह जहरीले खाद्य पदार्थों की चपेट में आ रहे हैं और बड़ी बीमारियों का शिकार होते जा रहे हैं.

ऑर्गेनिक खाद और ऑर्गेनिक मिट्टी बनी आकर्षण का केंद्र
कैथल के गुहला चीका से पहुंचे एक किसान ने अपने द्वारा तैयार किए गए ऑर्गेनिक खाद और ऑर्गेनिक मिट्टी को प्रदर्शनी में लगाया. इस दौरान उन्होंने छत पर ऑर्गेनिक खेती करने की विधि लोगों को बताई. उन्होंने लोगों को बताया कि किस तरह से छत पर भी फल और सब्जियां उगाई जा सकती हैं.

ऑर्गेनिक खाद और ऑर्गेनिक मिट्टी बनी आकर्षण का केंद्र, देखें रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- सूरजकुंड मेला 2020: 18 से ज्यादा देश लेंगे हिस्सा, उज्बेकिस्तान कंट्री पार्टनर, हिमाचल थीम स्टेट

जयपाल 14 साल से कर रहे हैं ऑर्गेनिक खेती
ऑर्गेनिक सब्जियां, गुड, चावल और खाद लेकर पहुंचे यमुनानगर के किसान जयपाल सिंह आर्य ने बताया कि वो लगभग 14 साल से ये खेती कर रहे हैं और इस खेती से उन्हें कुछ समय तो तंगी का काटना पड़ा पर अब वो एक खुशहाल और फायदेमंद खेती कर रहे हैं.

बेस्ट ऑर्गेनिक फार्मर अवार्डी ने भी लगाई प्रदर्शनी
उन्होंने बताया कि मेले में उनके द्वारा बनाए गए गुड़ को लोग काफी पसंद कर रहे हैं और उनके द्वारा उगाए गए बासमती चावल की भी यहां पर मांग बढ़ गई है. किसान जयपाल ने बताया कि उनकी उम्र लगभग 80 साल के करीब है और वो लगभग पिछले 14 साल से ऑर्गेनिक खेती कर रहे हैं और 28 एकड़ में वो ऑर्गेनिक खेती ही करते हैं और बेस्ट ऑर्गेनिक फार्मर का अवार्ड उन्हें मुख्यमंत्री दे चुके हैं.

कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में जहां सरस मेले में हस्त कलाकारों की बनाई चीजें और अन्य वस्तुएं लोगों के लिए आकर्षक का केंद्र बनी हुई हैं. वहीं किसानों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. ऑर्गेनिक खेती के लिए जागरूक कर रहे 2 किसानों ने बताया कि लोग किस तरह जहरीले खाद्य पदार्थों की चपेट में आ रहे हैं और बड़ी बीमारियों का शिकार होते जा रहे हैं.

ऑर्गेनिक खाद और ऑर्गेनिक मिट्टी बनी आकर्षण का केंद्र
कैथल के गुहला चीका से पहुंचे एक किसान ने अपने द्वारा तैयार किए गए ऑर्गेनिक खाद और ऑर्गेनिक मिट्टी को प्रदर्शनी में लगाया. इस दौरान उन्होंने छत पर ऑर्गेनिक खेती करने की विधि लोगों को बताई. उन्होंने लोगों को बताया कि किस तरह से छत पर भी फल और सब्जियां उगाई जा सकती हैं.

ऑर्गेनिक खाद और ऑर्गेनिक मिट्टी बनी आकर्षण का केंद्र, देखें रिपोर्ट

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जयपाल 14 साल से कर रहे हैं ऑर्गेनिक खेती
ऑर्गेनिक सब्जियां, गुड, चावल और खाद लेकर पहुंचे यमुनानगर के किसान जयपाल सिंह आर्य ने बताया कि वो लगभग 14 साल से ये खेती कर रहे हैं और इस खेती से उन्हें कुछ समय तो तंगी का काटना पड़ा पर अब वो एक खुशहाल और फायदेमंद खेती कर रहे हैं.

बेस्ट ऑर्गेनिक फार्मर अवार्डी ने भी लगाई प्रदर्शनी
उन्होंने बताया कि मेले में उनके द्वारा बनाए गए गुड़ को लोग काफी पसंद कर रहे हैं और उनके द्वारा उगाए गए बासमती चावल की भी यहां पर मांग बढ़ गई है. किसान जयपाल ने बताया कि उनकी उम्र लगभग 80 साल के करीब है और वो लगभग पिछले 14 साल से ऑर्गेनिक खेती कर रहे हैं और 28 एकड़ में वो ऑर्गेनिक खेती ही करते हैं और बेस्ट ऑर्गेनिक फार्मर का अवार्ड उन्हें मुख्यमंत्री दे चुके हैं.

Intro: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में जहां सरस मेले में हस्त कलाकारों बनाई चीजें व अन्य वस्तुएं लोगों के लिए आकर्षक का केंद्र बनी हुई है वही किसान द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है ऑर्गेनिक खेती के लिए जागरूक कर रहे इन 2 किसानों ने बताया कि लोग किस तरह जहरीले खाद्य पदार्थों की चपेट में आ रहे हैं और बड़ी बीमारियों का शिकार होते जा रहे हैं
कैथल के गुला चीका से पहुंचे एक किसान अपने द्वारा तैयार किए गए ऑर्गेनिक खाद ऑर्गेनिक मिट्टी इस प्रदर्शनी में लाए हैं और वह छत पर ऑर्गेनिक खेती करने की विधि यहां लोगों को बता रहे हैं कि किस तरह से छत पर भी फल और सब्जियां उगाई जा सकती हैं धर्मवीर किसान ने बताया की किसान अगर चाहे तो पराली को जलाने की वजह उससे ऑर्गेनिक खाद बना सकता है और इन जहरीली दवाइयों का प्रयोग करने से बच सकता है

ऑर्गेनिक सब्जियां गुड चावल और खाद लेकर पहुंचे यमुनानगर के किसान जयपाल सिंह आर्य ने बताया कि वह लगभग 14 साल से यह खेती कर रहे हैं और इस खेती से उन्हें कुछ समय तो तंगी का काटना पड़ा पर अब वह एक खुशहाल और फायदेमंद खेती कर रहे हैं और दूसरे किसान भाइयों को भी ऑर्गेनिक की तरफ रुख करने का एक संदेश दे रहे हैं उन्होंने बताया कि मेले में उनके द्वारा बनाए गए गुड़ को लोग काफी पसंद कर रहे हैं और उनके द्वारा उगाए गए बासमती चावल की भी यहां पर मांग बढ़ गई है। किसान ने जयपाल ने बताया कि उनकी उम्र लगभग 80 साल के करीब है और वह लगभग पिछले 14 साल से ऑर्गेनिक खेती कर रहे हैं और 28 एकड़ में वह ऑर्गेनिक खेती ही करते हैं और बेस्ट ऑर्गेनिक फार्मर का अवार्ड मुख्यमंत्री भी होने दे चुके हैं


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