कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में एक बार फिर अधर्म हुआ है. यहां एक नाबालिग ना सिर्फ अगवा की गई बल्कि इस दौरान उसके साथ बलात्कार किया गया. फिर उसे जबरन वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेला गया और अंत में उसके साथ जबरदस्ती शादी भी रचाई गई. मामले का खुलासा तब हुआ, जब पीड़ित बच्ची किसी तरह से आरोपियों के चंगुल से छूटकर पुलिस के पास पहुंची.
पीड़ित बच्ची कई महीनों तक आरोपियों के चंगुल में फंसी रही. दरअसल पीड़ित बच्ची 20 जनवरी, 2020 को कुरुक्षेत्र के एक गांव से गायब हो गई थी. जिसकी शिकायत पुलिस को भी दी गई. यहां तक कि उसके परिजनों ने कुछ लोगों पर अपहरण का संदेह भी जताया, लेकिन पुलिस के हाथ खाली रहे. वहीं इस दौरान बच्ची कई बार बिकी और बलात्कार का शिकार हुई.
पीड़ित बच्ची की मां ने बताया कि उसने अपनी बेटी को किसी बात पर डांट दिया था. जिससे नाराज होकर बच्ची गांव के ही एक फार्म के पास जाकर बैठ गई. फार्म के मालिक ने जब बच्ची को देखा तो उसने अपने बेटे, उसके साले और एक दोस्त को फोन कर ये बात बताई. जिसके बाद तीनों लोग बच्ची को जबरन काले शीशे चढ़ी गाड़ी में बैठाकर होटल ले गए. उस होटल में पहली बार बच्ची के साथ बलात्कार किया गया.
इसके बाद बच्ची को काजल नाम की महिला को सौंप दिया गया. जहां से बच्ची को बेचने और खरीदने का धंधा शुरू हुआ. बच्ची की मानें तो इन 5 से 6 महीनों में उसके साथ 100 से ज्यादा बार बलात्कार हुआ. हर रोज 3 से 4 आदमी उसके साथ गंदा काम करते थे. आरोपी महिला इस दौरान बच्ची को यूपी और लुधियाना लेकर भी गई.
कैसे आरोपियों के चंगुल से भागी बच्ची ?
एक दिन काजल, उसका पति और कुछ लोग शराब पी रहे थे. इस दौरान वहां मौजूद दूसरी लड़की (जिससे भी वेश्वावृत्ति कराई गई) ने पीड़ित बच्ची को वहां से भागने के लिए कहा. उसी लड़की ने पीड़ित बच्ची का दरवाजा खोला और वो वहां से भाग निकली, लेकिन इसके बाद भी आरोपियों ने उसे पकड़ लिया और फिर सोनू खान नाम के शख्स ने उससे जबरन शादी रचा ली. इसके बाद पीड़ित बच्ची ने पड़ोसियों को पूरी कहानी बताई और वो किसी तरह से उसे पुलिस तक पहुंचाया गया.
मामले पर महिला आयोग सख्त
मामला सामने आने के बाद राज्य महिला आयोग की सदस्य नम्रता गौड़ पीड़ित परिवार से मिलने पहुंची. इस दौरान उन्होंने पुलिस पर कछुए की चाल से कार्रवाई करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने कहा कि महिला आयोग इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा कि 100 से ज्यादा लोगों ने नाबालिग से दुष्कर्म किया है. नम्रता गौड़ ने पुलिस के ढुलमुल रवैये पर सवाल उठाते हुए जांच में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी संकेत दिए हैं.