कुरुक्षेत्र: कोविड-19 और लॉकडाउन की वजह से एक तरफ जन जीवन अस्त-व्यस्त है, तो दूसरी तरफ तपती गर्मी ने आग में घी डालने का काम किया है. हालात ये हैं कि लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हैं. सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि बेजुबान जानवर भी लॉकडाउन की वजह से प्रभावित हुए हैं. ऐसे में ईटीवी भारत ने कुरुक्षेत्र के पीपली चिड़ियाघर का जायजा लिया और प्रशासन की ओर से जानवरों को लेकर किए गए इंतजामों के बारे में जाना.
जानवरों के लिए किए गए इंतजाम
पीपली चिड़ियाघर के अधिकारियों ने बताया कि जानवरों के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं. जानवरों को गर्मी से बचाने लिए कूलर की व्यवस्था की गई है. उनके खाने-पीने का भी पुख्ता प्रबंध किया गया है. जानवरों को उनके हिसाब से वातावरण दिया जा रहा है. जिससे कि उनको किसी प्रकार की परेशानी ना हो.
लॉकडाउन से पहले हर दिन इस चिड़ियाघर में करीब 400 से 500 लोग घूमने के लिए आते थे. स्कूली छात्रों के लिए यहां पांच रुपये और पर्यटकों के लिए 10 रुपये टिकट के रूप में निर्धारित किए गए हैं. लेकिन इस बार ये चिड़ियाघर सुनसान पड़ा है. इस बारे में चिड़ियाघर में कार्यरत वाइल्डलाइफ इंस्पेक्टर तेजवीर सिंह ने बताया कि जानवरों के लिए यहां हर तरह की व्यवस्था की गई है.
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वाइल्डलाइफ इंस्पेक्टर तेजवीर सिंह ने बताया कि गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा रही है जिसे देखते हुए जानवरों के लिए पानी की सप्लाई की भी उचित व्यवस्था जानवरों के बाड़े में की गई है बड़े जानवरों की गुफा पर मिट्टी डालकर उसे नम किया जाता है ताकि जानवरों को गर्मी से बचाया जा सके. चिड़ियाघर में शेर और तेंदुआ ऐसे जानवर हैं जिनको गर्मी अधिक लगती है, उनके लिए पानी की उचित व्यवस्था बाड़े में ही की गई है.