कुरुक्षेत्र: जिला कुरुक्षेत्र में लगातार पराली जलाने के मामले सामने आने लगे हैं. हाल ही में जिले में 30 किसानों की तरफ खेतों में पराली जलाने का मामले सामने आए. ऐसे में उपायुक्त मुकुल कुमार ने अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई. इस बैठक में पराली जलाने वालों पर सख्ती से नकेल कसने के निर्देश दिए. उपायुक्त मुकुल कुमार ने सभी अधिकारियों को फिल्ड में ही रहने के निर्देश दिए हैं. वहीं किसी भी पराली जलाने के मामले में सख्ती से निपटने के आदेश दिए.
बता दें कि कुरुक्षेत्र जिला में अब तक 105 खेतों को चिन्हित किया था. इनमें से 30 मामले सही पाए गए है. इन सभी लोगों के चालान किए गए है. इन सभी लोगों से 2500 रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से जुर्माना वसूला जाएगा. वहीं एडीसी अखिल पिलानी ने शुक्रवार को लघु सचिवालय के सभागार में नोडल अधिकारियों को राज्य सरकार के स्पष्ट आदेश सुनाया. उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में किसी भी कीमत फसल अवशेषों में आग नहीं लगने देनी है. इसलिए अधिकारी त्यौहारों को छोडक़र फिल्ड में रहेंगे.
एडीसी अखिल पिलानी ने कहा कि अब नोडल अधिकारियों की टीमों के साथ फ्लाईंग स्क्वॉयड की टीमें भी फसल अवशेषों को आग लगाने वालों पर नजर रखेंगी. उन पर कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगी. कुरुक्षेत्र में सभी मिलकर आग लगाने वालों पर शिकंजा कसने का काम करेंगे.
ये पढे़ं- जानें क्यों हो रही हरियाणा में डीएपी खाद की किल्लत, सरकारी दावों से कोसों दूर हकीकत
एडीसी ने कहा कि प्रशासन की तरफ से 2021-22 में 196 कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापित किए जा चुके है. इन सेंटर से किसान कृषि यंत्रों को किराए पर ले सकते है. ग्राम पंचायतों के पास भी 115 कस्टम हायरिंग सेंटर है.यहां से किसान निशुल्क सेवाएं ले सकते है.इसके अलावा 367 एकल किसानों को भी कृषि यंत्र अनुदान पर उपलब्ध करवाए गए है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा के इस जिले में डीएपी खाद की किल्लत, घंटों लंबी लाइन में खड़े रहे किसान