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कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का हुआ समापन, शिल्पकारों और कलाकारों ने बांधा समां - international saraswati festival video

29 जनवरी को कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का समापन हो गया. महोत्सव में शिल्पकारों और लोक कलाकारों ने चार चांद लगा दिए. अंतिम दिन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला भी सरस्वती महोत्सव का हिस्सा बने.

international saraswati festival haryana
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Published : Jan 30, 2020, 2:06 PM IST

कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव 2020 में आने वाले पर्यटकों ने इस महोत्सव को एक अलग पहचान देने का काम किया है. इस महोत्सव की भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जोरदार प्रशंसा की जा रही है. वहीं इस ऐतिहासिक महोत्सव के शिल्प मेले में देश के कोने-कोने से आए शिल्पकार और विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकार भी गदगद नजर आए.

महोत्सव में शिल्पकारों और कलाकारों ने समां बांधा
अहम पहलू ये है कि अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के दौरान सरस्वती का घाट शिल्पकला व लोक कलाकारों की संस्कृति के संगम से सराबोर हो गया. महोत्सव स्थल पर जगह-जगह बीन और नगाड़े बजते सुनाई दिए. वहां से गुजरने वाले युवक-युवतियां कलाकारों के साथ थिरकने को मजबूर हो उठे.

अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का विधिवत तरीके से हुआ समापन, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- फरीदाबाद: शुरू होने जा रहा है सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला, राष्ट्रपति करेंगे उद्घाटन

सरस्वती घाट पर हुई महाआरती
अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के समापन अवसर पर सरस्वती तीर्थ के तट पर प्रशासन की तरफ से महाआरती का आयोजन किया गया और विधिवत तरीके से इस सरस्वती महोत्सव का समापन किया गया.

वहीं इस सरस्वती महोत्सव में पहुंचे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने लोगों को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि आदिबद्री से सरस्वती नदी का उदगम हुआ और समय के साथ-साथ सरस्वती नदी लुप्त हो गई.

'सरस्वती नदी को बचाने के लिए किए जा रहे कार्य'
उन्होंने कहा कि इस लुप्त सरस्वती नदी को फिर से धरातल पर लाने के लिए सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं. वेदों के अनुसार गंगा नदी से भी ज्यादा सरस्वती नदी को पवित्र माना गया है.

इस नदी की पवित्रता को देखते हुए सरकार इस नदी को दोबारा धरातल पर लाने के बहुत बडे प्रोजेक्ट पर कार्य कर रही है और ये हरियाणा सरकार का एक बहुत बड़ा प्रयास है.

कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव 2020 में आने वाले पर्यटकों ने इस महोत्सव को एक अलग पहचान देने का काम किया है. इस महोत्सव की भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जोरदार प्रशंसा की जा रही है. वहीं इस ऐतिहासिक महोत्सव के शिल्प मेले में देश के कोने-कोने से आए शिल्पकार और विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकार भी गदगद नजर आए.

महोत्सव में शिल्पकारों और कलाकारों ने समां बांधा
अहम पहलू ये है कि अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के दौरान सरस्वती का घाट शिल्पकला व लोक कलाकारों की संस्कृति के संगम से सराबोर हो गया. महोत्सव स्थल पर जगह-जगह बीन और नगाड़े बजते सुनाई दिए. वहां से गुजरने वाले युवक-युवतियां कलाकारों के साथ थिरकने को मजबूर हो उठे.

अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का विधिवत तरीके से हुआ समापन, देखें वीडियो

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सरस्वती घाट पर हुई महाआरती
अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के समापन अवसर पर सरस्वती तीर्थ के तट पर प्रशासन की तरफ से महाआरती का आयोजन किया गया और विधिवत तरीके से इस सरस्वती महोत्सव का समापन किया गया.

वहीं इस सरस्वती महोत्सव में पहुंचे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने लोगों को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि आदिबद्री से सरस्वती नदी का उदगम हुआ और समय के साथ-साथ सरस्वती नदी लुप्त हो गई.

'सरस्वती नदी को बचाने के लिए किए जा रहे कार्य'
उन्होंने कहा कि इस लुप्त सरस्वती नदी को फिर से धरातल पर लाने के लिए सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं. वेदों के अनुसार गंगा नदी से भी ज्यादा सरस्वती नदी को पवित्र माना गया है.

इस नदी की पवित्रता को देखते हुए सरकार इस नदी को दोबारा धरातल पर लाने के बहुत बडे प्रोजेक्ट पर कार्य कर रही है और ये हरियाणा सरकार का एक बहुत बड़ा प्रयास है.

Intro:अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव 2020 में आने वाले पर्यटकों ने इस महोत्सव को को एक अलग पहचान देने का काम किया है। इस महोत्सव की जहां भारत ही नहीं विश्व के विभिन्न देशों में जोरदार प्रशंसा की जा रही है, वहीं इस ऐतिहासिक महोत्सव के शिल्प मेले में देश के कोने कोने से आए शिल्पकार तथा विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकार भी गदगद नजर आए। अहम पहलू ये है कि अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के दौरान सरस्वती का घाट शिल्पकला व लोक कलाकारों की संस्कृति के संगम से सरोबार हो गया।
महोत्सव स्थल पर जगह-जगह बीन तथा नगाड़े बज रहे हैं, जहां से गुजरने वाले युवक-युवतियां कलाकारों के साथ थिरकने को विवश हो उठते हैं।

Body:अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव  में सैंकडों श्रद्घालुओं ने लिया महाआरती में भाग
अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के समापन अवसर पर सरस्वती तीर्थ के तट पर प्रशासन की तरफ से महाआरती का आयोजन किया गया। और विधिवत तरीके से इस सरस्वती महोत्सव का समापन किया गयाConclusion:भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने लोगों को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आदिबद्री से सरस्वती नदी का उदगम हुआ और समय के साथ-साथ सरस्वती नदी लुप्त हो गई। इस लुप्त सरस्वती नदी को फिर से धरातल पर लाने के लिए सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से प्रयास किए जा रहे है। वेदों के अनुसार गंगा नदी से भी ज्यादा सरस्वती नदी को पवित्र माना गया है। इस नदी की पवित्रता को देखते हुए सरकार इस नदी को दोबारा धरातल पर लाने के बहुत बडे प्रोजेक्ट पर कार्य कर रही है। और यह हरियाणा सरकार का एक बहुत बड़ा प्रयास है

बाईट:-सुभाष बराला
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