कुरुक्षेत्र: हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन (HCMS) के बैनर तले शनिवार को प्रदेश के डॉक्टर दो घंटे की हड़ताल पर रहे. हड़ताल का समय सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे तक रहा. हड़ताल के दौरान केवल इमरजेंसी सेवाओं को सुचारू रूप से चलाया गया. जबकि डॉक्टरों ने किसी भी प्रकार की कोई ओपीडी नहीं की. कुरुक्षेत्र में भी हड़ताल का असर देखने को मिला. इस दौरान मरीजों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
'मांगें ना मानने पर होगा बड़ा आंदोलन': डॉक्टर यूनियन जिला प्रधान डॉक्टर प्रदीप नागर ने बताया कि प्रदेश के सभी डॉक्टरों द्वारा हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर 2 घंटे की हड़ताल की गई. उन्होंने कहा कि अभी तो केवल सांकेतिक धरना दिया गया है. लेकिन सरकार ने जल्द उनकी मांगों को नहीं माना तो वो बड़ा आंदोलन करेंगे. उसके लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी. उन्होंने कहा कि पहले भी सरकार से कई बार बातचीत की गई है, लेकिन सरकार ने इस मामले पर कोई संज्ञान नहीं लिया.
क्या है डॉक्टरों की मांगें: डॉक्टर नागर ने बताया कि उनकी मुख्य मांग है कि एक विशेष कैडर का गठन किया जाए. पीजी के लिए बॉन्ड राशि 1 करोड़ से 50 लाख की जाए. 10 साल में डॉक्टर का प्रमोशन किया जाए. स्पेशलिस्ट के लिए अतिरिक्त इंसेंटिव. डायनेमिक एएसपी लागू किया जाए. जल्द पीजी पॉलिसी बनाई जाए. इसके अलावा भी अन्य कई मांगों को लेकर शनिवार को सांकेतिक हड़ताल प्रदेशभर में की गई है.
हड़ताल से परेशान हुए मरीज: कुरुक्षेत्र में हड़ताल के समय ही सुबह से मरीज और तीमारदार अपनी समस्याओं को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे थे लेकिन डॉक्टर के स्ट्राइक पर जाने से अस्पताल में मरीजों की काफी भीड़ एकत्रित हो गई थी. जिनमें से दूर से आए कुछ मरीजों को बिना जांच के ही वापस जाना पड़ा और कुछ मरीजों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ा.
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