कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव (Gita Mahotsav in Kurukshetra) का आयोजन किया जा रहा है. आयोजन में भाग लेने के लिए देश के सभी इलाकों से लोग धर्मनगरी में पहुंच रहे है. रविवार को प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय (Bandaru Dattatreya) और योग गुरु रामदेव (Baba Ramdev) ने अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में हिस्सा लिया. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि हुई है, तब-तब भगवान ने धरती पर अवतार लेकर धर्म की रक्षा की है.
पुरूषोतमपुरा बाग में आयोजित संत सम्मेलन में राज्पाल बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. इस दौरान देशभर के प्रसिद्ध संत महात्माओं ने गीता का बखान किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने की. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि मानवता के लिए श्रीमदभगवत गीता प्रेरणादायक ग्रंथ है. यह ग्रंथ पूरी मानवता को बचाने व इसका मार्गदर्शन करता है. इसलिए हर व्यक्ति को गीता ज्ञान प्राप्त कर मानवता उत्थान में अपना योगदान देना चाहिए.
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बता दें कि राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय रविवार को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से अन्तरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (Kurukshetra Gita Mahotsav) में आयोजित संत सम्मेलन में बोल रहे थे. इससे पहले राज्यपाल बंडारु दतात्रेय, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, गुरू शरणानंद कासनी महाराज, योग गुरू स्वामी रामदेव, स्वामी अवधेशानंद, हरिचेतनानंद, ईमाम मोहम्मद ईलयासी, बाबा उपेन्द्र सिंह, आचार्य लोकेश मुनी, सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा आदि ने दीप प्रज्जवलित करने के उपरांत गीता पूजन कर विधिवत रुप से संत सम्मेलन का शुभारंभ किया.
संत सम्मेलन में योग गुरु बाबा राम देव ने कहा कि योग, कर्म व धर्म जीवन का सार है. जिस व्यक्ति ने गीता पढ़ ली समझो उसने योग भी कर लिया. भारतवासी कर्म को ही धर्म मानते हैं इसलिए हम दुनिया के अन्य देशों से काफी आगे हैं. उन्होंने कहा कि कर्म के दम पर व्यक्ति की भी बुलंदी को छू सकता है. योग, कर्म व धर्म के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. जिसके दम पर भारत वर्ष 2045 तक पुन: विश्व की सबसे बड़ी शक्ति बनेगा.
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इस सम्मेलन देश के कई प्रबुद्घ संतों एवं सन्यासियों ने श्रीमद भागवद गीता पर अपने विचार प्रस्तुत कर धर्म नगरी कुरुक्षेत्र में गीता ज्ञान की धारा का प्रवाह किया. बता दें कि इस महोत्सव में 2 से 19 दिसंबर तक सरस और शिल्प मेला चल रहा है तथा मुख्य मंच के कार्यक्रम 14 दिसंबर तक चलेंगे और 14 दिसंबर को गीता जयंती के पावन पर्व पर दीपोत्सव कार्यक्रम भी होगा. यह कार्यक्रम भी एक अदभुत कार्यक्रम होगा.
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