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गीता जयंती समारोह: बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की शिरकत

जेपी नड्डा ने प्रदेशवासियों को 5156वीं गीता जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से ठीक 5155 साल पहले कुरुक्षेत्र की धरा पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को ही नहीं पूरी मानवता को कर्म करने का संदेश दिया.

Geeta Jayanti celebrations
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Published : Dec 8, 2019, 6:32 PM IST

कुरुक्षेत्र: गीता जयंती समारोह में बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि गीता केवल धार्मिक ग्रंथ ही नहीं बल्कि जीवन जीने की शैली है. जो मानवता को कर्म करने का संदेश देती है. हम सबकों इस ग्रंथ से प्रेरणा लेनी चाहिए.

गीता जयंती समारोह में जेपी नड्डा ने शिरकत की
जेपी नड्डा ने प्रदेशवासियों को 5156वीं गीता जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से ठीक 5155 साल पहले कुरुक्षेत्र की धरा पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को ही नहीं पूरी मानवता को कर्म करने का संदेश दिया. ये भारत की समृद्धि का प्रतीक है और गीता के उपदेश हर समय और हर काम के लिए प्रासंगिक है. ये ग्रंथ केवल धर्मग्रंथ ही नहीं है अपितु जीवन जीने की शैली है, इससे हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए.

बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की शिरकत

'हम सबको गीता से सीखने की जरूरत'
उन्होंने कहा कि आजादी से पहले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, राम बिस्मिल, महात्मा गांधी ने गीता का अध्ययन किया और महात्मा गांधी ने पवित्र ग्रंथ गीता का अंग्रेजी अनुवाद किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अग्रेंजी अनुवाद वाली पवित्र ग्रंथ गीता को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा, जापान के प्रधानमंत्री और जापान के सम्राट को भेंट की है. इतना ही नहीं पवित्र ग्रंथ गीता का संदेश भारत की भूमि से पूरी दुनिया को मिल रहा है.

गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने बांधा समां
गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने अपने चिर परिचित अंदाज में गानों का सिलसिला शुरु किया. उन्होंने किशोर के गाने मुसाफिर हूं यारों, ना घर है ना ठिकाना..., वादा रहा सनम जुदा ना होंगे हम, हमारी चाहतों का मिट ना सके फसाना, सुना ना सुनो सुन लो ना, टन टनाटन टन टन तारा चलती है क्या नौ से बारह समेत अन्य गीतों को अपनी सुरीली आवाज में प्रस्तुत किया. इन गानों के बीच में उन्होंने लोगों को सामाजिक संदेश देने का काम भी किया.

ये भी पढ़ें- सोनीपत में मनाया गया गीता जयंती महोत्सव, कविता जैन ने शोभायात्रा को दिखाई हरी झंडी

बता दें कि जेपी नड्डा ने गीता महोत्सव 2019 के मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि के रुप में हिस्सा लिया. इससे पहले बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, खेलमंत्री संदीप सिंह, सांसद नायब सिंह सैनी, सांसद सुनीता दुग्गल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, पूर्व मंत्री ओपी धनखड़, विधायक सुभाष सुधा, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री चौधरी वेदपाल, प्रसिद्ध गायक अभिजीत भटाचार्य ने दीपशिखा प्रज्जवलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया.

कुरुक्षेत्र: गीता जयंती समारोह में बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि गीता केवल धार्मिक ग्रंथ ही नहीं बल्कि जीवन जीने की शैली है. जो मानवता को कर्म करने का संदेश देती है. हम सबकों इस ग्रंथ से प्रेरणा लेनी चाहिए.

गीता जयंती समारोह में जेपी नड्डा ने शिरकत की
जेपी नड्डा ने प्रदेशवासियों को 5156वीं गीता जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से ठीक 5155 साल पहले कुरुक्षेत्र की धरा पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को ही नहीं पूरी मानवता को कर्म करने का संदेश दिया. ये भारत की समृद्धि का प्रतीक है और गीता के उपदेश हर समय और हर काम के लिए प्रासंगिक है. ये ग्रंथ केवल धर्मग्रंथ ही नहीं है अपितु जीवन जीने की शैली है, इससे हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए.

बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की शिरकत

'हम सबको गीता से सीखने की जरूरत'
उन्होंने कहा कि आजादी से पहले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, राम बिस्मिल, महात्मा गांधी ने गीता का अध्ययन किया और महात्मा गांधी ने पवित्र ग्रंथ गीता का अंग्रेजी अनुवाद किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अग्रेंजी अनुवाद वाली पवित्र ग्रंथ गीता को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा, जापान के प्रधानमंत्री और जापान के सम्राट को भेंट की है. इतना ही नहीं पवित्र ग्रंथ गीता का संदेश भारत की भूमि से पूरी दुनिया को मिल रहा है.

गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने बांधा समां
गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने अपने चिर परिचित अंदाज में गानों का सिलसिला शुरु किया. उन्होंने किशोर के गाने मुसाफिर हूं यारों, ना घर है ना ठिकाना..., वादा रहा सनम जुदा ना होंगे हम, हमारी चाहतों का मिट ना सके फसाना, सुना ना सुनो सुन लो ना, टन टनाटन टन टन तारा चलती है क्या नौ से बारह समेत अन्य गीतों को अपनी सुरीली आवाज में प्रस्तुत किया. इन गानों के बीच में उन्होंने लोगों को सामाजिक संदेश देने का काम भी किया.

ये भी पढ़ें- सोनीपत में मनाया गया गीता जयंती महोत्सव, कविता जैन ने शोभायात्रा को दिखाई हरी झंडी

बता दें कि जेपी नड्डा ने गीता महोत्सव 2019 के मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि के रुप में हिस्सा लिया. इससे पहले बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, खेलमंत्री संदीप सिंह, सांसद नायब सिंह सैनी, सांसद सुनीता दुग्गल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, पूर्व मंत्री ओपी धनखड़, विधायक सुभाष सुधा, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री चौधरी वेदपाल, प्रसिद्ध गायक अभिजीत भटाचार्य ने दीपशिखा प्रज्जवलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया.

Intro:भाजपा के कार्यकारी राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डïा ने कहा कि पवित्र गं्रथ गीता केवल धार्मिक गं्रथ ही नहीं अपितु जीवन जीने की शैली है और पूरी मानवता को कर्म करने का संदेश देती है। इस पवित्र ग्रंथ से प्रेरणा लेनी चाहिए और उपदेशों को अपने जीवन में धारण करना चाहिए।
         कार्यकारी राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डïा शनिवार को देर सायं अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव 2019 के मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि के रुप में बोल रहे थे। इससे पहले भाजपा के कार्यकारी राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डïा, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, हरियाणा के शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर, खेलमंत्री संदीप सिंह, सांसद नायब सिंह सैनी, सांसद सुनीता दुग्गल, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, पूर्व मंत्री ओपी धनखड़, विधायक सुभाष सुधा, भाजपा के प्रदेश महामंत्री चौधरी वेदपाल, प्रसिद्घ गायक अभिजीत भटाचार्य ने दीपशिखा प्रज्जवलित करके विधिवत रुप से संध्या का शुभारम्भ किया। इस दौरान प्रशासन की तरफ से कार्यकारी राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डïा, शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर, खेलमंत्री संदीप सिंह और गायक अभिजीत भट्टïाचार्य सहित अन्य मेहमानों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।
         कार्यकारी राष्टï्रीय अध्यक्ष ने प्रदेशवासियों को 5156वीं गीता जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से ठीक 5155 वर्ष पूर्व कुरुक्षेत्र की ही धरा पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को ही नहीं पूरी मानवता को कर्म करने का संदेश दिया। यह भारत की समृद्घि का प्रतीक है और गीता के उपदेश हर समय और हर काम के लिए प्रासंगिक है। यह ग्रंथ केवल धर्मग्रंथ ही नहीं है अपितु जीवन जीने की शैली है, इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। आजादी से पहले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, राम बिस्मिल, महात्मा गांधी ने गीता का अध्ययन किया और महात्मा गांधी ने पवित्र ग्रंथ गीता का अंग्रेजी अनुवाद किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अग्रेंजी अनुवाद वाली पवित्र ग्रंथ गीता को अमेरिका के तत्कालीन राष्टï्रपति बराक ओबामा, जापान के प्रधानमंत्री और जापान के सम्राट को भेंट की है। इतना ही नहीं पवित्र ग्रंथ गीता का जो संदेश भारत की भूमि से पूरी दुनिया को मिल रहा है वह संदेश किसी और भूमि से नहीं दिया जा सकता है। यह हरियाणा और कुरुक्षेत्र का सौभाग्य है कि इस पावन धरा पर पवित्र ग्रंथ गीता का उदगम हुआ।
         प्रसिद्घ गायक अभिजीत भट्टïाचार्य ने अपने चिर परिचित अंदाज में गानों का सिलसिला शुरु किया। उन्होंने किशोर के गाने मुसाफिर हूं यारों, ना घर है ना ठिकाना..., वादा रहा सनम जुदा ना होंगे हम, हमारी चाहतों का मिट ना सके फसाना, सुना ना सुनो सुन लो ना... टनटनाटन टन टन तारा चलती है क्या नौ से बारह सहित अन्य गीतों को अपनी सुरीली आवाज में प्रस्तुत करके समां बांधा और हजारों पर्यटकों को तालियां बजाने पर मतबुर कर दिया। इन गानों के बीच में लोगों को कुछ सामाजिक संदेश देने का काम भी किया। Body:1Conclusion:1
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