कुरुक्षेत्र: 24 मार्च 2020, ये वो दिन था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान किया था. देश में लॉकडाउन का ऐलान हुआ. तो मानों जिंदगी थम सी गई. बाजार, सड़कें, दुकान मॉल एकदम सुनसान हो गए. मानों कोरोना जैसी भंयकर आपदा ने सब कुछ निगल लिया हो, लेकिन अब ऐसा लगता है कि लोगों के मन से कोरोना वायरस का डर खत्म हो चुका है. बाजार हो या सड़क. सभी जगह भीड़ बढ़ती जा रही है. कुरुक्षेत्र में भी लोग अब कोरोना के खतरे को नजरअंदाज करते हुए खूब लापरवाही बरत रहे हैं. हालांकि मास्क अभी भी अनिवार्य है, लेकिन लोगों को नियमों की परवाह ही नहीं.
कोरोना मरीजों की आई बाढ़
आज के हालात पर जब हमारी टीम ने कुरुक्षेत्र की जनता से बात की तो लोगों ने भी माना कि शुरुआत में जब जिले में एक दो कोरोना केस थे, तब लोग खूब ऐहतियात बरत रहे थे. मगर अब जिले में कोरोना मरीजों की बाढ़ सी आ गई है. फिर भी लोग ऐहतियात बरतना भूल गए हैं.
बाजारों में बेखौफ लोग
बाजारों में लग रही भीड़ और कोरोना को लेकर बरती जा रही ऐहतियात के बारे में ईटीवी भारत की टीम ने इंसार बाजार के वाइस प्रेसिडेंट मोहित कुमार से बात की. साथ ही कुरुक्षेत्र ट्रैफिक एसएचओ विकास कुमार से भी बातचीत की. विकास कुमार का कहना है कि लोगों को ज्यादा समय तक घर नहीं बैठाया जा सकता है. काम चलने शुरू हो चुके हैं, वहीं लोग सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करने से भी डर रहे हैं. लोग निजी वाहनों का इस्तेमाल करना ही पसंद कर रहे हैं. इसलिए सड़कों पर भीड़ बढ़ी है. वहीं कोरोना संक्रमण को लेकर जागरुकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं और नियम तोड़ने वालों के चालान भी काटे जा रहे हैं.
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एक तरफ जहां हरियाणा में कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. वहीं दूसरी तरफ लोग कोरोना को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस को भूलते जा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि सभी लोग नियमों की अवहेलना कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग सरकार और प्रशासन के कहने के बाद भी लापरवाही नहीं छोड़ रहे. इन्हीं लापरवाह लोगों की गलती पूरे शहर को भुगतनी पड़ सकती है.