कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में अगले 18 दिनों तक गीता का संदेश गुंजेंगा. मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में लगने वाले सरस और शिल्प मेले का शुभारंभ कर दिया है.
सरस और शिल्प मेले का शुभारंभ
मुख्य सचिव ने जैसे ही सरस और शिल्प मेले का शुभारंभ किया. वैसे ही विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश के संगीत से ब्रहमसरोवर की फिजा ही बदल दी. शुभारंभ करने के बाद मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार की कोशिशों के बाद चौथी बार गीता जयंती को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के रुप में मनाया जा रहा है. इस महोत्सव का प्रचार-प्रसार विश्वस्तर पर किया गया है और विदेशी सैलानी भी इस महोत्सव का आनंद लेने के लिए पहुंचेंगे.
10 दिसंबर तक चलेगा मेला
बता दें कि कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर के तट पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में शिल्प और सरस मेले का आयोजन 23 नवंबर से 10 दिसंबर तक किया जाएगा. उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केंद्र, एचटीसी और डीआरडीए की तरफ से इन मेलों का आयोजन किया जा रहा है. मेले सुबह 10 बजे से लेकर रात्रि नौ बजे तक चलेंगे.
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3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज
वहीं तीन दिसंबर को ब्रह्मसरोवर पर गीता महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ होगा. गीता महोत्सव के मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए तीन दिसंबर को गुरदास मान, चार को अमिषा पटेल, पांच को दलेर मेहंदी, छह को कुमार विश्वास और गजेंद्र सोलंकी, सात दिसंबर को अभिजीत भट्टाचार्य और आठ दिसंबर को सतिंद्र सरताज का नाम फाइनल किया गया है. इन तमाम कार्यक्रमों का आयोजन तिरूपति बालाजी मंदिर के पास मेला ग्राउंड में भव्य पंडाल में किया जाएगा.