कुरुक्षेत्र: कोरोना कॉल के चलते 11 महीने के बाद हो रही नगर पालिका की बैठक को लेकर विपक्ष के पूर्व पार्षद ने सवाल उठाए हैं. पूर्व पार्षद और कांग्रेस नेता नरेंद्र नंदी ने कहा कि जिला उपायुक्त को शिकायत करने के बाद ये बैठक की जा रही है, लेकिन उससे पहले प्रशासन का शहर में हो रहें कार्यों को लेकर कोई ध्यान नहीं था.
पूर्व पार्षद ने नगर पालिका चेयरमैन उमा सुधा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जितनी भी घोषणाएं प्रशासन द्वारा की गई है उनपर अभी तक कोई काम नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि ये घोषणाएं सिर्फ कागजों तक ही सीमित है. उन्होंने कहा कि नगर पालिका द्वारा एक बंद कमरे में ही फैसले लिए जाते है और जमकर भ्रष्टाचार फैलाया जा रहा है.
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नरेंद्र नंदी ने नगर पालिका को भ्रष्टाचार का अड्डा बताकर स्थानीय विधायक और नगर पालिका चेयरमैन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विधायक सुभाष सुधा और उनकी पत्नी उमा सुधा जनता की सेवा नहीं कर रहे बल्कि भ्रष्टाचार फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में पिछले काफी समय से विकास कार्य नहीं हुए हैं केवल भ्रष्टाचार हुआ है.
कांग्रेस के पूर्व पार्षद नगर पालिका की होने वाली बैठक को लेकर तंज कसते हुए कहा कि शुक्र है ये बैठक होने जा रही है वरना पिछले काफी लंबे समय सुधा परिवार के राज में कोई बैठक नहीं होती थी. उन्होंने कहा कि सरकार ने नियम बनाया हुआ है की एक महीने में एक बैठक होनी जरूरी है लेकिन कुरुक्षेत्र में कई सालों से कोई बैठक नहीं हुई.