कुरुक्षेत्र: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन करीब 22 दिनों से जारी है. कड़ाके की सर्दी में किसान दिल्ली बॉर्डर पर इस काले कानून को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं. इस किसान आंदोलन को सभी का समर्थन मिल रहा है. इस बीच कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा ने सरकार से कानून वापस लेने की अपील की है.
उन्होंने एसवाईएल मुद्दे पर भी सरकार को घेरा है. इससे पहले कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सिंह सैनी ने किसानों से एसवाईएल का पानी मांगने की अपील कर इस मामले को तूल दे दिया था. इस पर अशोक अरोड़ा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा सरकार हर हथकंडा अपनाकर इस आंदोलन को तोड़ना चाहती है.
कभी आंदोलनकारियों को खालिस्तानी, कभी माओवादी और कभी आतंकवादी बताती है, बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जब एसवाईएल के ऊपर निर्णय आया था तब केंद्र में और हरियाणा में और साथ ही पंजाब में बीजेपी की सरकार थी. तब ये लोग एसवाईएल का पानी नहीं दिला पाए और अब किसान आंदोलन को देखकर इन्हें एसवाईएल की याद आ रही है.
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उन्होंने सांसद नायब सैनी से कहा कि जब से वो सांसद बने हैं वो बताएं कि उन्होंने एक शब्द भी एसवाईएल के ऊपर लोकसभा में बोला है. उन्होंने नायब सैनी के बयान को सिर्फ एक पॉलिटिकल स्टंट बताया. उन्होंने सरकार से कहा कि इन कृषि कानूनों को वापस ले.