कुरुक्षेत्रः रविवार को कांग्रेस की महिला मोर्चा की अध्यक्ष निशी गुप्ता ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का पुतला फूंक कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. कांग्रेस की महिला मोर्चा अध्यक्ष निशा गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री के ये बोल महिलाओं को अपमानित करने वाले हैं.
मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती हो और वहीं दूसरी तरफ बेटियों को बेइज्जत करती है. उन्होंने कहा कि ये मुख्यमंत्री मनोहर लाल का अशोभनीय बयान है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को नारी का सम्मान करना नहीं आता. यही नहीं निशी गुप्ता ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री की शादी नहीं हुई है तो क्या वो कुछ भी कहेंगे. मुख्यमंत्री के बयान को लेकर उन्होंने कहा वो इसका विरोध करती हैं और मुख्यमंत्री से अपने पद की गरिमा को बनाए रखने के लिए इस्तीफे की मांग भी करती हैं.
'सीएम ने की बेटियों की बेइज्जती'
वहीं कांग्रेस महिला मोर्चा की स्टेट वाइस प्रेसिडेंट प्रवेश राणा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने की उन्हें भी खुशी है लेकिन अगर मुख्यमंत्री मनोहर लाल बहू लाने की वजह बेटियां लाने की बात कहते तो अच्छा था. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निंदनीय बयान देकर देश की बेटियों की बेइज्जती की है.
इसके अलावा मुख्यमंत्री के स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे को लेकर दिए गए बयान का भी उन्होंने विरोध किया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को शायद पता नहीं कि मंगल पांडे वो स्वतंत्रता सेनानी थे, जिनकी एक दहाड़ से अंग्रेज कांप जाते थे. आज उनके लिए मुख्यमंत्री के ऐसे बयान निंदनीय है.
क्या था मुख्यमंत्री का बयान?
शुक्रवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा दिए गए इस बयान से विवाद खड़ा हो गया. दरअसल एक कार्यक्रम के दौरान सीएम मनोहर लाल हरियाणा में 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' योजना की कामयाबी और लिंगानुपात में सुधार के बारे में बता रहे थे,
इसी दौरान उन्होंने कहा, 'हमारे मंत्री ओपी धनखड़ कहते थे कि वह बिहार से 'बहू' लाएंगे. आज कल लोग कह रहे हैं कि कश्मीर का रास्ता साफ हो गया है. अब हम कश्मीर से लड़कियां लाएंगे.'