कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव 2019 में एक तरफ जहां हस्त कलाकारों की तरफ से बनाई हुई कला को पसंद किया जा रहा है. वहीं हरियाणा राज्य के जिलों से दिव्यांग (गूंगे बहरे) बच्चों की बनाई गई सजावट की लोगों के लिए बड़ी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
हरियाणा वेलफेयर सोसायटी द्वारा लगाई गई इस प्रदर्शनी में हरियाणा के 8 जिलों विस्थापित दिव्यांग बच्चों के स्कूल के बच्चों की तरफ से यहां अपनी कला का प्रदर्शन किया गया है. वहीं हिसार की एक संस्था की तरफ से लगाई गई प्रदर्शनी में जनता के लिए एक संदेश का काम कर रही है. यह दिव्यांग बच्चे भी और बच्चों की तरह ही होते हैं सिर्फ एक समझने का प्रयास जरूरी है.
वेस्ट पड़े सामान से बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है. हर कोई इस कला को देखने के लिए एक बार प्रदर्शनी स्थल पर जरूर पहुंचता है. अध्यापक सचिन ने बताया कि वो इस प्रदर्शनी में सामान को सेल के लिए नहीं लाए हैं. वो सिर्फ जनता को एक संदेश देने के लिए यहां प्रदर्शनी में आए हैं. इन बच्चों में सामान्य बच्चों से ज्यादा ऊर्जा है. सिर्फ एक समझने का प्रयास जरूर है.
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3 दिसंबर से होगा गीता जयंती का शानदार आगाज
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2019 के ऐतिहासिक क्षणों के लिए गीतास्थली कुरुक्षेत्र को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है. इन यादगारी क्षणों को जहन में रखते हुए ब्रह्मसरोवर और आसपास के क्षेत्र की साज-सज्जा करने में प्रशासन की तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी गई है. इस महोत्सव का शुभारम्भ मुख्यमंत्री मनोहर लाल 3 दिसम्बर को पुरुषोतमपुरा बाग में पवित्र ग्रन्थ गीता के पूजन और गीता यज्ञ में आहुती डालकर करेंगे.