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अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती: प्रदेशभर के दिव्यांग बच्चों की कलाकृतियां बनी आकर्षण का केंद्र

इस प्रदर्शनी में हरियाणा के 8 जिलों के विस्थापित दिव्यांग बच्चों के स्कूल के बच्चों की तरफ से यहां अपनी कला का प्रदर्शन किया गया है. वहीं हिसार की एक संस्था की तरफ से लगाई गई प्रदर्शनी में जनता के लिए एक संदेश का काम कर रही है.

center of attraction craft material at brahm sarovar by divyang child
प्रदेशभर के दिव्यांग बच्चों की कलाकृतियां बनी आकर्षण का केंद्र
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Published : Dec 2, 2019, 11:59 PM IST

Updated : Dec 3, 2019, 12:59 AM IST

कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव 2019 में एक तरफ जहां हस्त कलाकारों की तरफ से बनाई हुई कला को पसंद किया जा रहा है. वहीं हरियाणा राज्य के जिलों से दिव्यांग (गूंगे बहरे) बच्चों की बनाई गई सजावट की लोगों के लिए बड़ी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.

हरियाणा वेलफेयर सोसायटी द्वारा लगाई गई इस प्रदर्शनी में हरियाणा के 8 जिलों विस्थापित दिव्यांग बच्चों के स्कूल के बच्चों की तरफ से यहां अपनी कला का प्रदर्शन किया गया है. वहीं हिसार की एक संस्था की तरफ से लगाई गई प्रदर्शनी में जनता के लिए एक संदेश का काम कर रही है. यह दिव्यांग बच्चे भी और बच्चों की तरह ही होते हैं सिर्फ एक समझने का प्रयास जरूरी है.

प्रदेशभर के दिव्यांग बच्चों की कलाकृतियां बनी आकर्षण का केंद्र, देखिए रिपोर्ट

वेस्ट पड़े सामान से बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है. हर कोई इस कला को देखने के लिए एक बार प्रदर्शनी स्थल पर जरूर पहुंचता है. अध्यापक सचिन ने बताया कि वो इस प्रदर्शनी में सामान को सेल के लिए नहीं लाए हैं. वो सिर्फ जनता को एक संदेश देने के लिए यहां प्रदर्शनी में आए हैं. इन बच्चों में सामान्य बच्चों से ज्यादा ऊर्जा है. सिर्फ एक समझने का प्रयास जरूर है.

ये भी पढे़ं: -अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती: रविवार को पहुंचे 50 हजार लोग, जमकर थिरके पर्यटक

3 दिसंबर से होगा गीता जयंती का शानदार आगाज
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2019 के ऐतिहासिक क्षणों के लिए गीतास्थली कुरुक्षेत्र को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है. इन यादगारी क्षणों को जहन में रखते हुए ब्रह्मसरोवर और आसपास के क्षेत्र की साज-सज्जा करने में प्रशासन की तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी गई है. इस महोत्सव का शुभारम्भ मुख्यमंत्री मनोहर लाल 3 दिसम्बर को पुरुषोतमपुरा बाग में पवित्र ग्रन्थ गीता के पूजन और गीता यज्ञ में आहुती डालकर करेंगे.

कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव 2019 में एक तरफ जहां हस्त कलाकारों की तरफ से बनाई हुई कला को पसंद किया जा रहा है. वहीं हरियाणा राज्य के जिलों से दिव्यांग (गूंगे बहरे) बच्चों की बनाई गई सजावट की लोगों के लिए बड़ी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.

हरियाणा वेलफेयर सोसायटी द्वारा लगाई गई इस प्रदर्शनी में हरियाणा के 8 जिलों विस्थापित दिव्यांग बच्चों के स्कूल के बच्चों की तरफ से यहां अपनी कला का प्रदर्शन किया गया है. वहीं हिसार की एक संस्था की तरफ से लगाई गई प्रदर्शनी में जनता के लिए एक संदेश का काम कर रही है. यह दिव्यांग बच्चे भी और बच्चों की तरह ही होते हैं सिर्फ एक समझने का प्रयास जरूरी है.

प्रदेशभर के दिव्यांग बच्चों की कलाकृतियां बनी आकर्षण का केंद्र, देखिए रिपोर्ट

वेस्ट पड़े सामान से बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है. हर कोई इस कला को देखने के लिए एक बार प्रदर्शनी स्थल पर जरूर पहुंचता है. अध्यापक सचिन ने बताया कि वो इस प्रदर्शनी में सामान को सेल के लिए नहीं लाए हैं. वो सिर्फ जनता को एक संदेश देने के लिए यहां प्रदर्शनी में आए हैं. इन बच्चों में सामान्य बच्चों से ज्यादा ऊर्जा है. सिर्फ एक समझने का प्रयास जरूर है.

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3 दिसंबर से होगा गीता जयंती का शानदार आगाज
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2019 के ऐतिहासिक क्षणों के लिए गीतास्थली कुरुक्षेत्र को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है. इन यादगारी क्षणों को जहन में रखते हुए ब्रह्मसरोवर और आसपास के क्षेत्र की साज-सज्जा करने में प्रशासन की तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी गई है. इस महोत्सव का शुभारम्भ मुख्यमंत्री मनोहर लाल 3 दिसम्बर को पुरुषोतमपुरा बाग में पवित्र ग्रन्थ गीता के पूजन और गीता यज्ञ में आहुती डालकर करेंगे.

Intro:अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव 2019 में एक तरफ जहां हास्य कलाकारों द्वारा बनाई हुई कला को पसंद किया जा रहा है वही हरियाणा राज्य के जिलों से दिव्यांग(गूंगे बहरे) बच्चे द्वारा बनाई गई सजावट की वस्तु अभी लोगों के लिए बड़ी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है हिसार की एक संस्था द्वारा लगाई गई है प्रदर्शनी जनता के लिए एक संदेश का काम कर रही है कि यह दिव्यांग बच्चे भी और बच्चों की तरह ही होते हैं सिर्फ एक समझने का प्रयास जरूरी है
हरियाणा वेलफेयर सोसायटी द्वारा लगाई गई इस प्रदर्शनी में हरियाणा के 8 जिलों विस्थापित दिव्यांग बच्चों के स्कूल के बच्चों द्वारा यहां अपनी कला का प्रदर्शन किया गया है वेस्ट पड़े सामान से किस तरह बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है हर कोई इस कला को देखने के लिए एक बार प्रदर्शनी स्थल पर जरूर पहुंचता है बच्चों के अध्यापक सचिन ने बताया कि वह इस प्रदर्शनी में सामान को सेल के लिए नहीं लाए हैं वह सिर्फ जनता को एक संदेश देने के लिए यहां प्रदर्शनी में आए हैं कि इन बच्चों में सामान्य बच्चों से ज्यादा ऊर्जा है सिर्फ एक समझने का प्रयास जरूर है।


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Last Updated : Dec 3, 2019, 12:59 AM IST
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