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पिहोवा विधानसभा सीट पर बीजेपी का नहीं खुला खाता, क्या 'फ्लिकर' सिंह रचेंगे इतिहास ?

बीजेपी ने पिहोवा विधानसभा सीट से संदीप सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. हॉकी में कमाल करने वाले संदीप सिंह के सामने पिहोवा विधानसभा सीट को जीतना एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि बीजेपी अब तक पिहोवा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई है.

पिहोवा विधानसभा सीट
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Published : Oct 17, 2019, 11:27 PM IST

Updated : Oct 17, 2019, 11:35 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी 75 पार के नारे के साथ चुनावी मैदान में ताल ठोक रही है. लेकिन चंडीगढ़ का रास्ता बीजेपी के लिए इतना आसान नहीं होगा. दरअसल हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि प्रदेश में कई विधानसभा सीटें ऐसी भी हैं जहां बीजेपी ने आज तक जीत हासिल नहीं की उन्हीं में एक सीट पिहोवा है.

पिहोवा के राजनीतिक इतिहास में बीजेपी ने यहां कभी अपना परचम नहीं लहराया. इस सीट पर कांग्रेस और इनेलो के ही उम्मीदवारों का दबदबा रहा है, लेकिन इस बार बीजेपी ने इस सीट पर देश के पूर्व हॉकी कप्तान संदीप सिंह को टिकट दिया है, जिनके आने से इस सीट पर मुकाबला कड़ा हो गया है.

ये भी पढ़ें- महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट पर 6ठीं बार आमने-सामने ये दो दिग्गज, जानें क्या कहते हैं सियासी समीकरण

संदीप सिंह की किससे है टक्कर ?
बीजेपी ने पिहोवा से तो पूर्व हॉकी कप्तान को मैदान में उतारा है, लेकिन उनको चुनौती देने के लिए सामने कौन है ये जानना भी बहुत जरूरी है. कांग्रेस ने पिहोवा विधानसभा सीट से मनदीप सिंह चट्ठा को मैदान में उतारा है. इनेलो ने पिहोवा से शीषपाल जंधेड़ी को टिकट दिया है.

संदीप सिंह को अब इस सीट से सबसे मजबूत दावेदार संदीप ओंकार जैसे भाजपा नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, जिनका कहना है कि चुनाव क्षेत्र में उनकी कड़ी मेहनत के बावजूद उन्हें जानबूझकर नजरअंदाज किया गया. फिलहाल ओंकार अब निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में हैं.

पिहोवा विधानसभा सीट पर हमेशा से सिख उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी गई है. इस सीट पर सिख समुदाय के सबसे ज्यादा वोटर्स हैं और यही कारण है कि बीजेपी ने इस बार यहां से संदीप सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने यहां से मनदीप सिंह चट्ठा को मैदान में उतारा है और इनेलो ने पिहोवा से शीषपाल जंधेड़ी को टिकट दिया है.

फिलहाल इस सीट पर बीजेपी, कांग्रेस और इनेलो के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होता दिखाई दे रहा है. अब ये तो 24 अक्टूबर को चुनाव के परिणाम ही बताएंगे कि संदीप सिंह पिहोवा विधानसभा सीट पर इतिहास रच पाएंगे या नहीं.

पिहोवा विधानसभा सीट पर नहीं खुला है बीजेपी का खाता, क्या संदीप सिंह रचेंगे इतिहास ?

ये भी पढ़ेंः क्या सुरजेवाला का किला भेद पाएगी BJP? 2014 चुनाव में सिर्फ एक सीट पर खिला था 'कमल'

पिहोवा विधानसभा सीट 2014 के आंकड़े
2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में पिहोवा में कुल 161081 मतदाता थे. इनमें से 130322 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया था. आंकड़ों के अनुसार साल 2014 में 80.9 फीसदी मतदान हुआ था. 2014 के विधानसभा चुनाव में पिहोवा विधानसभा सीट से इनेलो के जसविंदर सिंह संधू ने बीजेपी के जय भगवाल को कड़े मुकाबले में लगभग दस हजार वोटों से मात दी थी.

2014 का चुनावी परिणाम (पिहोवा विधानसभा सीट)
2014 के विधानसभा चुनाव में पिहोवा विधानसभा सीट से इनेलो के जसविंदर सिंह संधू ने बीजेपी के जय भगवाल को कड़े मुकाबले में लगभग दस हजार वोटों से मात दी थी.

कुरुक्षेत्र जिले का चुनावी समीकरण

शाहाबाद विधानसभा
शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिला और कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के अधीन आने वाली 9 विधानसभा सीटों के तहत आती है. शाहबाद सीट को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट घोषित किया गया है.

2014 का मतदान प्रतिशत
2014 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में शाहाबाद में कुल 148068 मतदाता थे. इनमें से 122952 वोटर्स ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. चुनाव परिणाम के मुताबिक साल 2014 में 83.04% मतदान हुआ था.

2014 का चुनावी परिणाम
2014 में शाहाबाद विधानसभा सीट से भाजपा के कृष्ण कुमार बेदी ने इंडियन नेशनल लोक दल के राम करण को हराया था. कृष्ण कुमार को 45 हजार 715 वोट मिले थे.

ये भी पढ़ें- कभी रामपुरा हाउस से चलती थी प्रदेश की सत्ता, आज फीकी पड़ी सियासी चमक!

लाडवा विधानसभा सीट
लाडवा विधानसभा सीट कुरुक्षेत्र जिले और कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के अंतरगत आने वाली 9 विधानसभा सीटों में से एक है. बीजेपी के पवन सैनी लाडवा से मौजूदा विधायक हैं. जिन्हें बीजेपी ने 2019 के चुनावों में फिर से उतारा है. वहीं पवन सैनी को कड़ी टक्कर देते हुए कांग्रेस के मेवा सिंह लाडवा से मैदान में उतरे हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में कुल 12 उम्मीदवार लाडवा से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

लाडवा में कुल मतदाता
लाडवा विधानसभा क्षेत्र में 1लाख 82 हजार 697 वोटर्स हैं. जिनमें 87 हजार 190 महिला वोटर्स हैं. लाडवा विधानसभा क्षेत्र में 216 बूथ में से 20 बूथ शहरी क्षेत्र और 196 ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं.

2014 विधानसभा चुनाव परिणाम
2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में कुल मतदाता 165885 थे. इनमें से 137418 वोटर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. आंकड़ों के मुताबिक साल 2014 में 82.84% मतदान हुआ था. 2014 में लाडवा विधानसभा सीट से बीजेपी के पवन सैनी ने इंडियन नेशनल लोकदल के बच्चन कौर को मात दी थी. सैनी को 42 हजार 445 वोट मिले थे.

थानेसर विधानसभा सीट
थानेसर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र कुरुक्षेत्र लोकसभा के अतंर्गत आने वाली 9 विधानसभा सीटों में से एक है. बीजेपी के सुभाष सुधा यहां से मौजूदा विधायक हैं. जिन्हें बीजेपी ने इस बार फिर से मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने अशोक अरोड़ा को थानेसर विधानसभा के चुनावी मैदान में उतारा है. थानेसर विधानसभा सीट से 16 उम्मीदवार ही मैदान में हैं. इनमें से तीन महिला उम्मीदवार हैं.

कुल मतदाता
थानेसर विधानसभा क्षेत्र में एक लाख 92 हजार 520 वोटर्स हैं. जिनमें 91 हजार 844 महिला वोटर्स हैं. थानेसर विधानसभा क्षेत्र में 194 बूथ में से 104 बूथ शहरी क्षेत्र और 92 ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं.

2014 के चुनावी परिणाम
साल 2014 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में थानेसर में कुल 170438 मतदाता थे. इनमें से 128775 वोटर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. आंकड़ों के मुताबिक 2014 में 75.56 फीसदी मतदान हुआ था. साल 2014 में थानेसर विधानसभा सीट से बीजेपी के सुभाष सुधा ने इंडियन नेशनल लोक दल के अशोक अरोड़ा को हराया था. सुभाष सुधा को 68 हजार 80 मत मिले थे.

ये भी पढ़िए: क्या आपका नाम वोटर लिस्ट में है? ऑनलाइन ऐसे चेक करें ताकि कर सकें अपने मताधिकार का प्रयोग

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी 75 पार के नारे के साथ चुनावी मैदान में ताल ठोक रही है. लेकिन चंडीगढ़ का रास्ता बीजेपी के लिए इतना आसान नहीं होगा. दरअसल हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि प्रदेश में कई विधानसभा सीटें ऐसी भी हैं जहां बीजेपी ने आज तक जीत हासिल नहीं की उन्हीं में एक सीट पिहोवा है.

पिहोवा के राजनीतिक इतिहास में बीजेपी ने यहां कभी अपना परचम नहीं लहराया. इस सीट पर कांग्रेस और इनेलो के ही उम्मीदवारों का दबदबा रहा है, लेकिन इस बार बीजेपी ने इस सीट पर देश के पूर्व हॉकी कप्तान संदीप सिंह को टिकट दिया है, जिनके आने से इस सीट पर मुकाबला कड़ा हो गया है.

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संदीप सिंह की किससे है टक्कर ?
बीजेपी ने पिहोवा से तो पूर्व हॉकी कप्तान को मैदान में उतारा है, लेकिन उनको चुनौती देने के लिए सामने कौन है ये जानना भी बहुत जरूरी है. कांग्रेस ने पिहोवा विधानसभा सीट से मनदीप सिंह चट्ठा को मैदान में उतारा है. इनेलो ने पिहोवा से शीषपाल जंधेड़ी को टिकट दिया है.

संदीप सिंह को अब इस सीट से सबसे मजबूत दावेदार संदीप ओंकार जैसे भाजपा नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, जिनका कहना है कि चुनाव क्षेत्र में उनकी कड़ी मेहनत के बावजूद उन्हें जानबूझकर नजरअंदाज किया गया. फिलहाल ओंकार अब निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में हैं.

पिहोवा विधानसभा सीट पर हमेशा से सिख उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी गई है. इस सीट पर सिख समुदाय के सबसे ज्यादा वोटर्स हैं और यही कारण है कि बीजेपी ने इस बार यहां से संदीप सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने यहां से मनदीप सिंह चट्ठा को मैदान में उतारा है और इनेलो ने पिहोवा से शीषपाल जंधेड़ी को टिकट दिया है.

फिलहाल इस सीट पर बीजेपी, कांग्रेस और इनेलो के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होता दिखाई दे रहा है. अब ये तो 24 अक्टूबर को चुनाव के परिणाम ही बताएंगे कि संदीप सिंह पिहोवा विधानसभा सीट पर इतिहास रच पाएंगे या नहीं.

पिहोवा विधानसभा सीट पर नहीं खुला है बीजेपी का खाता, क्या संदीप सिंह रचेंगे इतिहास ?

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पिहोवा विधानसभा सीट 2014 के आंकड़े
2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में पिहोवा में कुल 161081 मतदाता थे. इनमें से 130322 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया था. आंकड़ों के अनुसार साल 2014 में 80.9 फीसदी मतदान हुआ था. 2014 के विधानसभा चुनाव में पिहोवा विधानसभा सीट से इनेलो के जसविंदर सिंह संधू ने बीजेपी के जय भगवाल को कड़े मुकाबले में लगभग दस हजार वोटों से मात दी थी.

2014 का चुनावी परिणाम (पिहोवा विधानसभा सीट)
2014 के विधानसभा चुनाव में पिहोवा विधानसभा सीट से इनेलो के जसविंदर सिंह संधू ने बीजेपी के जय भगवाल को कड़े मुकाबले में लगभग दस हजार वोटों से मात दी थी.

कुरुक्षेत्र जिले का चुनावी समीकरण

शाहाबाद विधानसभा
शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिला और कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के अधीन आने वाली 9 विधानसभा सीटों के तहत आती है. शाहबाद सीट को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट घोषित किया गया है.

2014 का मतदान प्रतिशत
2014 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में शाहाबाद में कुल 148068 मतदाता थे. इनमें से 122952 वोटर्स ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. चुनाव परिणाम के मुताबिक साल 2014 में 83.04% मतदान हुआ था.

2014 का चुनावी परिणाम
2014 में शाहाबाद विधानसभा सीट से भाजपा के कृष्ण कुमार बेदी ने इंडियन नेशनल लोक दल के राम करण को हराया था. कृष्ण कुमार को 45 हजार 715 वोट मिले थे.

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लाडवा विधानसभा सीट
लाडवा विधानसभा सीट कुरुक्षेत्र जिले और कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के अंतरगत आने वाली 9 विधानसभा सीटों में से एक है. बीजेपी के पवन सैनी लाडवा से मौजूदा विधायक हैं. जिन्हें बीजेपी ने 2019 के चुनावों में फिर से उतारा है. वहीं पवन सैनी को कड़ी टक्कर देते हुए कांग्रेस के मेवा सिंह लाडवा से मैदान में उतरे हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में कुल 12 उम्मीदवार लाडवा से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

लाडवा में कुल मतदाता
लाडवा विधानसभा क्षेत्र में 1लाख 82 हजार 697 वोटर्स हैं. जिनमें 87 हजार 190 महिला वोटर्स हैं. लाडवा विधानसभा क्षेत्र में 216 बूथ में से 20 बूथ शहरी क्षेत्र और 196 ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं.

2014 विधानसभा चुनाव परिणाम
2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में कुल मतदाता 165885 थे. इनमें से 137418 वोटर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. आंकड़ों के मुताबिक साल 2014 में 82.84% मतदान हुआ था. 2014 में लाडवा विधानसभा सीट से बीजेपी के पवन सैनी ने इंडियन नेशनल लोकदल के बच्चन कौर को मात दी थी. सैनी को 42 हजार 445 वोट मिले थे.

थानेसर विधानसभा सीट
थानेसर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र कुरुक्षेत्र लोकसभा के अतंर्गत आने वाली 9 विधानसभा सीटों में से एक है. बीजेपी के सुभाष सुधा यहां से मौजूदा विधायक हैं. जिन्हें बीजेपी ने इस बार फिर से मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने अशोक अरोड़ा को थानेसर विधानसभा के चुनावी मैदान में उतारा है. थानेसर विधानसभा सीट से 16 उम्मीदवार ही मैदान में हैं. इनमें से तीन महिला उम्मीदवार हैं.

कुल मतदाता
थानेसर विधानसभा क्षेत्र में एक लाख 92 हजार 520 वोटर्स हैं. जिनमें 91 हजार 844 महिला वोटर्स हैं. थानेसर विधानसभा क्षेत्र में 194 बूथ में से 104 बूथ शहरी क्षेत्र और 92 ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं.

2014 के चुनावी परिणाम
साल 2014 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में थानेसर में कुल 170438 मतदाता थे. इनमें से 128775 वोटर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. आंकड़ों के मुताबिक 2014 में 75.56 फीसदी मतदान हुआ था. साल 2014 में थानेसर विधानसभा सीट से बीजेपी के सुभाष सुधा ने इंडियन नेशनल लोक दल के अशोक अरोड़ा को हराया था. सुभाष सुधा को 68 हजार 80 मत मिले थे.

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Intro:विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही भाजपा में एक बार फिर अलग-अलग क्षेत्रों से और दूसरी पार्टियों से लोगों का आना शुरू हो गया है इसी क्रम में पूर्व हॉकी खिलाड़ी और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह ने गुरुवार को भाजपा का दामन थामा इसके साथ ही ओलंपिक मेडलिस्ट और स्टार रेसलर योगेश्वर दत्त ने भी बीजेपी का दामन थामा साथ ही अकाली दल के हरियाणा के अकाली दल के विधायक बलकौर सिंह ने भी बीजेपी का दामन थामा


Body: लोकसभा चुनाव से ही पार्टी में लगातार आने का तांता लगा हुआ है इससे पहले भी पश्चिम बंगाल के कई नेताओं और फिल्म कलाकारों ने भाजपा का दामन थामा था अब हरियाणा चुनाव को देखते हुए हरियाणा के तीन लोगों ने आज भाजपा का दामन थामा योगेश्वर दत्त जो ओलंपिक मेडलिस्ट और स्टार रेसलर भी है उन्होंने हरियाणा में डीएसपी पद से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामा है संदीप सिंह ने भारतीय हॉकी टीम के कप्तान भी थे उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की अंदर खाने खबरें हैं कि यह खिलाड़ी भी हरियाणा के चुनाव में मैदान में नजर आ सकते हैं


Conclusion: साथ ही हरियाणा में अकाली दल के विधायक बलकौर सिंह ने भी बीजेपी का दामन थामा,
संदीप सिंह ने कहा कि वो पार्टी के लिए कुछ कसरने चाहते हूं वहीं योगेश्वर दत्त ने कहा कि वो पार्टी के8 सेवा कर राष्ट्र के लिए अब राजनीति के माध्यम से कुछ करना चाहते
Last Updated : Oct 17, 2019, 11:35 PM IST
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