कुरुक्षेत्र: लाडवा विधानसभा का बदरपुर गांव बदहाल है. लोगों ने सरकार और प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया है. 21वीं सदी में आज भी इस गांव के लोग आदिवासियों जैसे जिंदगी जीने को मजबूर हैं. ना तो ग्रामीणों को पास पक्के घर हैं और ना ही राशन कार्ड. किसी भी सरकारी सुविधा का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिला है.
गली कच्ची, सड़कें कच्ची, घर भी कच्चे
ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच से लेकर अधिकारियों तक उन्होंने हर किसी को शिकायत की, लेकिन उन्हें आश्वासन के अलावा ज्यादा कुछ नहीं मिला. ग्रामीणों के मुताबिक गांव की गलियां और सड़कें भी पक्की नहीं है. ना ही यहां को सफाई की व्यवस्था है. कई बार इसकी शिकायत सरपंच को कई गई, लेकिन उन्होंने आश्वसान देकर पल्ला झाड़ लिया.
ग्रामीणों के पास नहीं हैं राशन कार्ड
कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा विधानसभा के बदरपुर गांव में अधिकतर लोग ईंट भट्ठे पर मजदूरी करते हैं. 20 से 30 परिवारों के पास यहां राशनकार्ड नहीं हैं. जिनका है भी उनका कार्ड बीपीएल की सूची में नहीं आता. गांव के ज्यादातर घरों की हालत खस्ता है. मिट्टी से बने घरों पर कच्ची और टीन की छत है और अधिकारी हैं कि सुनने को तैयार नहीं हैं.
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ज्यादातर घरों में शौचालय नहीं
हालत ये है कि ज्यादातर घरों में शौचालय तक नहीं हैं. गांव की महिलाओं ने बताया कि उन्हें खुले में शौच करना पड़ता है. जिसकी वजह से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ग्रामीणों के मुताबिक यहां सरपंच और विधायक सिर्फ वोट मांगने के लिए आते हैं. इसके बाद उनकी कोई सुध नहीं लेता.