करनाल: हरियाणा में भारी बारिश से मची तबाही अभी तक थमी नहीं है. करनाल में यमुना का पानी तांडव मचाने लगा है. घरों के घर डूब गए. बता दें कि हरियाणा उत्तर प्रदेश सीमा के साथ सटे गांवों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है. जिसके चलते ग्रामीण बाढ़ की मार झेल रहे हैं. पुलिस ने कई परिवारों का रेस्क्यू किया है. बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों को रेस्क्यू कर नगला फार्म राजकीय स्कूल में शरण दी गई है. जहां ग्रामीणों के चेहरे मुरझाए हुए नजर आए. बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों पर भविष्य की चिंता के बादल मंडराने लगे हैं.
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यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी के चलते बाढ़ का पानी आगे बढ़ता जा रहा है. जिसके चलते ग्रामीणों की चिंताएं बढ़ती जा रही है. वहीं, इन गांवों में बाढ़ से जान माल का नुकसान ना हो, इसलिए पहले ही जिला प्रशासन द्वारा कई परिवारों का रेस्क्यू करने में जुटा हुआ है. नगला गांव करनाल के लोगों ने अपना थोड़ा बहुत गृहस्थी का सामान साथ लेकर गांव के राजकीय विद्यालय में शरण ली है.
यमुना के जलस्तर और पानी के बहाव ने ग्रामीणों को चिंता में डाल दिया है. बाढ़ का पानी बढ़ता हुआ राष्ट्रीय राजमार्ग 709 ए के आसपास बसे हुए गांव नगला मेघा, रसूलपुर, गंजोगढ़ी और कालारम तक पहुंच गया है. अब सड़क के साथ स्थित गांव पानी से घिर गए हैं. बाढ़ की वजह से सड़क के साथ खेतों की फसल में पानी आ जाने से काफी नुकसान हुआ है.
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पीड़ित शरणार्थियों के चेहरों पर भविष्य को लेकर चिंता सता रही है. इस गमगीन माहौल में ग्रामीण सुधीर ने बातचीत में बताया कि आजतक उन्होंने कभी भी इतना पानी नहीं देखा. वो दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोग हैं. उनका सारा सामान पानी में डूब गया है. पुलिस प्रशासन द्वारा आज सुबह ही उन सभी को अपने घरों से निकाल कर सरकारी स्कूल में जगह दी गई है.
पीड़ित ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि उनके गांव में करीब 250 लोग रहते हैं. पानी ज्यादा आने से अब उनके घरों की हालत क्या होगी. इस बात की फिक्र भी उन्हें सता रही है. उन्होंने बताया कि उनके पशु भी भूखे-प्यासे बाहर बंधे ही रह गए. जिनको अब कोई अता-पता नहीं है. उनके घर जलमग्न हो चुके हैं. चारों ओर पानी ही पानी है. वो पानी लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसकी वजह से प्रशासन ने उनका रेस्क्यू कर उन्हें सरकारी स्कूल में शरण दी है.