करनाल: हरियाणा की मंडियों में गेहूं की आवक एक अप्रैल से शुरू हो चुकी है और अभी मंडियों में गेहूं की आवक बहुत ज्यादा है. मंडियों में किसानों की फसल की सही तरीके से खरीद हो रही है लेकिन किसानों के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. सरकारी एजेंसी गेहूं की खरीद कर रही है लेकिन इसके उठान में काफी देरी हो रही है, जिससे किसानों को अनाज मंडी में गेहूं रखने की जगह भी नहीं मिल रही है. जिसके कारण गेहूं की तुलाई करने में समय लग रहा है.
वहीं बुधवार और गुरुवार को हरियाणा मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है. करनाल में तरावड़ी अनाज मंडी के सचिव हरजीत ने बताया कि करनाल की अनाज मंडियों में गेहूं की आवक काफी तेज हो चुकी है. आज से 2 दिन पहले तक अनाज मंडी से गेहूं उठान में थोड़ी समस्या आ रही थी लेकिन कल से काम सुचारू रूप से शुरू हो गया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही अनाज मंडी से गेहूं का उठान जल्दी हो जाएगा. जिससे मंडी में आने वाली गेहूं की फसल को रखने के लिए जगह मिल सकेगी.
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उन्होंने बताया कि अनाज मंडियों में दो एजेंसी खरीद कर रही हैं. दोनों एजेंसियों को गेहूं का उठान में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं. इस पर दोनों एजेंसियों ने संज्ञान लेते हुए उठान में तेजी लाई है. अगले 2 दिनों में बारिश की संभावना को देखते हुए खरीद एजेंसियों को सख्ती से इसकी पालना करने को कहा गया है ताकि किसानों को बारिश की वजह से कोई नुकसान ना हो.
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मंडियों में गेहूं की आवक को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक प्रबंध पहले से ही पूरे कर लिए थे. गत दिवस तक जिले में करीब 6 लाख 29 हजार 216 मीट्रिक टन गेंहू की आवक हुई है, जिसे सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदा गया है. उन्होंने बताया कि खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 2 लाख 72 हजार 417 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 3 लाख 21 हजार 889 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयर हाउस कारपोरेशन द्वारा 34 हजार 910 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है.