ETV Bharat / state

दिवाली पर पटाखों पर बैन लगने से कारोबारियों में छाई मायूसी, सरकार से लगा रहे गुहार

इस बार प्रदेश के 14 जिलों में सरकार (Firecracker crackers banned in 14 districts of Haryana) ने पटाखे पर बैन लगा हुआ है. वहीं इस वजह से पटाखे बेचने वाले दुकानदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

Traders-Suffered-losses-Due-To-Ban-On-Firecrackers-In-karnal
इस बार दिवाली पर पटाखे बेचने वालों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
author img

By

Published : Nov 3, 2021, 5:15 PM IST

करनाल : दिवाली (Diwali 2021) हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण पर्व है, बच्चों से लेकर बड़े तक इस पर्व का बेसब्री से इंतजार करते है. रौशनी के इस त्यौहार को मनाने के लिए लोग पूजा-पाठ करते हैं. यही नहीं त्यौहार पर खुशी को जाहिर के लिए पटाखे भी जलाते हैं. हालांकि पिछले 2 साल से पटाखों पर जारी बैन अब की बार भी जारी है. इस बार प्रदेश के 14 जिलों में सरकार (Firecracker crackers banned in 14 districts of Haryana) ने पटाखे पर बैन लगा हुआ है. वहीं इस वजह से पटाखे बेचने वाले दुकानदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, तो आइए जानते हैं पटाखों पर बैन लगने पर क्या दुकानदारों का क्या कहना है.

पटाखा विक्रेता चेतन ने कहा कि उसने लगभग एक लाख रुपये तक के पटाखे खरीदे हैं, लेकिन बैन लगने की वजह से उसे पटाखे वापस करने पड़े. इससे उनको काफी नुकसान हुआ है. कुछ पटाखे वापस हो गए जबकि कुछ डीलर ने लेने से मना कर दिया. ऐसे में मंदी की मार झेल रहे पटाखा विक्रेता के साथ-साथ जो पटाखे का काम कर रहे हैं उनको भी सरकार की इस गलत नीति से काफी नुकसान हो रहा है. सरकार को कुछ समय के लिए पटाखे चलाने की अनुमति दे देनी चाहिए, ताकि दुकानदार को नुकसान ना हो.

दिवाली पर पटाखों पर बैन लगने से मुश्किल में कारोबारी, हुआ भारी नुकसान

पटाखा व्यापारी नवीन ने कहा कि सरकार ने एकदम से यह निर्णय लिया है जिससे पटाखा व्यापारी एकदम से कर्ज में डूब गया है. उन्होंने लाखों रुपए के पटाखों में निवेश किए हैं और एकदम से सरकार ने बैन कर दिया, सरकार का ये व्यापारियों की कमर तोड़ने जैसा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार को ऐसा काम करना है तो समय रहते ही आदेश देने चाहिए जिसके चलते पटाखे बनाने के काम को ना किया जाए.

ये भी पढ़ें: पटाखे जलाने पर भड़के किसान, 'कमीशन खोरी के चक्कर में नहीं लगाया पटाखा विक्रेताओं पर जुर्माना'

वहीं करनाल के रहने वाले धर्मवीर ने कहा कि दिवाली हमारा प्रमुख त्योहार है. प्रशासन ने एकदम से पटाखा चलाना दिवाली पर बैन कर दिया इससे काफी निराशा हुई. उन्होंने कहा कि वह पटाखे खरीद के घर भी ले आए हैं और अब बंद कर दिया है. कहीं ना कहीं आम आदमी को नुकसान तो है ही साथ में पटाखा व्यापारियों को भी सरकार ने नुकसान पहुंचाने का काम किया है. जबकि सरकार को चाहिए कि जिस तरीके से 2 साल से करोना में मंदी पड़ी हुई थी उससे उबरने के लिए पटाखा चलाने की अनुमति दे देनी चाहिए थी.

वहीं एक अन्य दुकानदार का कहना है कि हमने इस बार काफी उम्मीदों से पटाखे खरीद कर लाए हैं. सोचा कि इस बार दिवाली पर पटाखों की अच्छी सेल होगी. लेकिन सरकार के पाबंदी लगाने के बाद उनके अरमानों पर पानी फिर गया है जिससे उनको काफी नुकसान भी हो रहा है

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat App

करनाल : दिवाली (Diwali 2021) हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण पर्व है, बच्चों से लेकर बड़े तक इस पर्व का बेसब्री से इंतजार करते है. रौशनी के इस त्यौहार को मनाने के लिए लोग पूजा-पाठ करते हैं. यही नहीं त्यौहार पर खुशी को जाहिर के लिए पटाखे भी जलाते हैं. हालांकि पिछले 2 साल से पटाखों पर जारी बैन अब की बार भी जारी है. इस बार प्रदेश के 14 जिलों में सरकार (Firecracker crackers banned in 14 districts of Haryana) ने पटाखे पर बैन लगा हुआ है. वहीं इस वजह से पटाखे बेचने वाले दुकानदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, तो आइए जानते हैं पटाखों पर बैन लगने पर क्या दुकानदारों का क्या कहना है.

पटाखा विक्रेता चेतन ने कहा कि उसने लगभग एक लाख रुपये तक के पटाखे खरीदे हैं, लेकिन बैन लगने की वजह से उसे पटाखे वापस करने पड़े. इससे उनको काफी नुकसान हुआ है. कुछ पटाखे वापस हो गए जबकि कुछ डीलर ने लेने से मना कर दिया. ऐसे में मंदी की मार झेल रहे पटाखा विक्रेता के साथ-साथ जो पटाखे का काम कर रहे हैं उनको भी सरकार की इस गलत नीति से काफी नुकसान हो रहा है. सरकार को कुछ समय के लिए पटाखे चलाने की अनुमति दे देनी चाहिए, ताकि दुकानदार को नुकसान ना हो.

दिवाली पर पटाखों पर बैन लगने से मुश्किल में कारोबारी, हुआ भारी नुकसान

पटाखा व्यापारी नवीन ने कहा कि सरकार ने एकदम से यह निर्णय लिया है जिससे पटाखा व्यापारी एकदम से कर्ज में डूब गया है. उन्होंने लाखों रुपए के पटाखों में निवेश किए हैं और एकदम से सरकार ने बैन कर दिया, सरकार का ये व्यापारियों की कमर तोड़ने जैसा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार को ऐसा काम करना है तो समय रहते ही आदेश देने चाहिए जिसके चलते पटाखे बनाने के काम को ना किया जाए.

ये भी पढ़ें: पटाखे जलाने पर भड़के किसान, 'कमीशन खोरी के चक्कर में नहीं लगाया पटाखा विक्रेताओं पर जुर्माना'

वहीं करनाल के रहने वाले धर्मवीर ने कहा कि दिवाली हमारा प्रमुख त्योहार है. प्रशासन ने एकदम से पटाखा चलाना दिवाली पर बैन कर दिया इससे काफी निराशा हुई. उन्होंने कहा कि वह पटाखे खरीद के घर भी ले आए हैं और अब बंद कर दिया है. कहीं ना कहीं आम आदमी को नुकसान तो है ही साथ में पटाखा व्यापारियों को भी सरकार ने नुकसान पहुंचाने का काम किया है. जबकि सरकार को चाहिए कि जिस तरीके से 2 साल से करोना में मंदी पड़ी हुई थी उससे उबरने के लिए पटाखा चलाने की अनुमति दे देनी चाहिए थी.

वहीं एक अन्य दुकानदार का कहना है कि हमने इस बार काफी उम्मीदों से पटाखे खरीद कर लाए हैं. सोचा कि इस बार दिवाली पर पटाखों की अच्छी सेल होगी. लेकिन सरकार के पाबंदी लगाने के बाद उनके अरमानों पर पानी फिर गया है जिससे उनको काफी नुकसान भी हो रहा है

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat App

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.