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पोल्ट्री फार्म से परेशान द ग्रेट खली, शिकायत लेकर पहुंचे जिला उपायुक्त के दफ्तर

विश्व स्तर पर मशहूर रेसलर द ग्रेट खली एक शिकायत लेकर करनाल उपायुक्त के पास पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अपनी रेसलिंग एकेडमी के पास बने पोल्ट्री फार्म के खिलाफ जिला उपायुक्त को शिकायत पत्र सौंपा है.

The Great Khali reached Karnal Deputy Commissioner office
पोल्ट्री फार्म परेशान द ग्रेट खली
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Published : May 10, 2023, 10:59 PM IST

करनाल: रेसलर द ग्रेट खली अपने रेसलिंग एकेडमी के पास बने हुए पोल्ट्री फार्म के खिलाफ शिकायत लेकर जिला उपायुक्त के पास पहुंचे हैं. जहां पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं आज एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दे की शिकायत लेकर जिला उपायुक्त के पास आया हूं. उन्होंने कहा कि मेरा सीडब्ल्यूई कुश्ती और खेल अकादमी और द ग्रेट खली ढाबा गांव समाना बहू करनाल जिला में स्थित है.

हमारी अकादमी और ढाबे से सटे पोल्ट्री फार्म (सुगना पोल्ट्री फार्म) के नाम से एक पोल्ट्री फार्म है. जिसकी वजह से हमारे ढाबे व एकेडमी पर बहुत ही ज्यादा मच्छर मक्खियों का प्रकोप फैला हुआ है. आलम यह हो गया है कि लोग हमारी एकेडमी और ढाबे पर आना पसंद नहीं करते. हमारी एकेडमी के 70% खिलाड़ी मच्छर व मक्खियों की वजह से एकेडमी छोड़ कर चले गए हैं.

उन्होंने कहा कि जब मैंने अपनी अकैडमी को बनाया था. उसमें सरकार ने कहा था कि वह उनका भरपूर सहयोग करेगी. ताकि हरियाणा में रेसलिंग के खिलाड़ी तैयार हो सके और खेल को बढ़ावा मिल सके. पहले भी इसकी शिकायत कई बार जिला प्रशासन को दी जा चुकी है. लेकिन उसके बावजूद भी जिला प्रशासन की तरफ से पोल्ट्री फार्म के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने पोल्ट्री फार्म के मालिक के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि पोल्ट्री फार्म का मालिक प्रशासन व अधिकारियों को गुमराह कर रहा है. यह भी जांचा जाना है कि क्या पोल्ट्री फार्म के मालिक के पास इस पोल्ट्री फार्म को चलाने के लिए उचित कागजात और लाइसेंस है.

उन्होंने कहा कि यह पोल्ट्री फार्म बहुत अधिक पर्यावरण प्रदूषण पैदा कर रहा है. जिसे उस एरिया के आसपास में मच्छर और मक्खी की भरमार है. इसे न केवल हम बल्कि पड़ोसी दुकानदार और गांव वाले भी परेशान है. पोल्ट्री फार्म के कारण होने वाले प्रदूषण के कारण स्थानीय निवासी बहुत बुरी तरह से पीड़ित है. मुझे यह कहते हुए बहुत दुख हो रहा है कि प्रदूषण की इस विकट समस्या के कारण मेरे अधिकांश छात्रों ने अकादमी छोड़ दी. इसी तरह मेरे ढाबा के ग्राहक बहुत परेशान है और यह मेरे व्यवसाय और मेरी छवि के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार के नियम अनुसार आबादी वाले क्षेत्र के पास पोल्ट्री फार्म बनाया नहीं जा सकता. उसके बावजूद भी आबादी वाले क्षेत्र में पोल्ट्री फार्म चल रहा है.

ये भी पढ़ें: साइबर ठगों पर हरियाणा पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 100 करोड़ की ठगी का खुलासा, देशभर में 28 हजार लोगों को बनाया निशाना

इसलिए उन्होंने प्रशासन के जरिए सरकार से भी अपील की है कि जल्द से जल्द इस पोल्ट्री फार्म के ऊपर कार्रवाई की जाए. अगर समय रहते उसके ऊपर कार्रवाई नहीं की जाती. तो वह मजबूरन अपने ढाबा व रेसलिंग अकेडमी को बंद करने पर मजबूर हो जाएंगे. क्योंकि शिकायत पहले भी कई बार जिला प्रशासन और सरकार को दी जा चुकी है. उसके बावजूद भी सरकार की तरफ से कोई भी उचित कार्रवाई पोल्ट्री फार्म के ऊपर नहीं की गई.

करनाल: रेसलर द ग्रेट खली अपने रेसलिंग एकेडमी के पास बने हुए पोल्ट्री फार्म के खिलाफ शिकायत लेकर जिला उपायुक्त के पास पहुंचे हैं. जहां पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं आज एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दे की शिकायत लेकर जिला उपायुक्त के पास आया हूं. उन्होंने कहा कि मेरा सीडब्ल्यूई कुश्ती और खेल अकादमी और द ग्रेट खली ढाबा गांव समाना बहू करनाल जिला में स्थित है.

हमारी अकादमी और ढाबे से सटे पोल्ट्री फार्म (सुगना पोल्ट्री फार्म) के नाम से एक पोल्ट्री फार्म है. जिसकी वजह से हमारे ढाबे व एकेडमी पर बहुत ही ज्यादा मच्छर मक्खियों का प्रकोप फैला हुआ है. आलम यह हो गया है कि लोग हमारी एकेडमी और ढाबे पर आना पसंद नहीं करते. हमारी एकेडमी के 70% खिलाड़ी मच्छर व मक्खियों की वजह से एकेडमी छोड़ कर चले गए हैं.

उन्होंने कहा कि जब मैंने अपनी अकैडमी को बनाया था. उसमें सरकार ने कहा था कि वह उनका भरपूर सहयोग करेगी. ताकि हरियाणा में रेसलिंग के खिलाड़ी तैयार हो सके और खेल को बढ़ावा मिल सके. पहले भी इसकी शिकायत कई बार जिला प्रशासन को दी जा चुकी है. लेकिन उसके बावजूद भी जिला प्रशासन की तरफ से पोल्ट्री फार्म के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने पोल्ट्री फार्म के मालिक के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि पोल्ट्री फार्म का मालिक प्रशासन व अधिकारियों को गुमराह कर रहा है. यह भी जांचा जाना है कि क्या पोल्ट्री फार्म के मालिक के पास इस पोल्ट्री फार्म को चलाने के लिए उचित कागजात और लाइसेंस है.

उन्होंने कहा कि यह पोल्ट्री फार्म बहुत अधिक पर्यावरण प्रदूषण पैदा कर रहा है. जिसे उस एरिया के आसपास में मच्छर और मक्खी की भरमार है. इसे न केवल हम बल्कि पड़ोसी दुकानदार और गांव वाले भी परेशान है. पोल्ट्री फार्म के कारण होने वाले प्रदूषण के कारण स्थानीय निवासी बहुत बुरी तरह से पीड़ित है. मुझे यह कहते हुए बहुत दुख हो रहा है कि प्रदूषण की इस विकट समस्या के कारण मेरे अधिकांश छात्रों ने अकादमी छोड़ दी. इसी तरह मेरे ढाबा के ग्राहक बहुत परेशान है और यह मेरे व्यवसाय और मेरी छवि के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार के नियम अनुसार आबादी वाले क्षेत्र के पास पोल्ट्री फार्म बनाया नहीं जा सकता. उसके बावजूद भी आबादी वाले क्षेत्र में पोल्ट्री फार्म चल रहा है.

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इसलिए उन्होंने प्रशासन के जरिए सरकार से भी अपील की है कि जल्द से जल्द इस पोल्ट्री फार्म के ऊपर कार्रवाई की जाए. अगर समय रहते उसके ऊपर कार्रवाई नहीं की जाती. तो वह मजबूरन अपने ढाबा व रेसलिंग अकेडमी को बंद करने पर मजबूर हो जाएंगे. क्योंकि शिकायत पहले भी कई बार जिला प्रशासन और सरकार को दी जा चुकी है. उसके बावजूद भी सरकार की तरफ से कोई भी उचित कार्रवाई पोल्ट्री फार्म के ऊपर नहीं की गई.

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