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करनाल में किसानों ने शुगर मिल पर दिया धरना, गन्ना रेट बढ़ाने की मांग

भारतीय किसान यूनियन चढूनी के आह्वान पर गन्ना किसानों (sugarcane farmers Protest in Karnal) ने गुरुवार को शुगर मिल पर धरना दिया. प्रदर्शनकारी किसान करीब 2 महीने से गन्ने के रेट बढ़ाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.

sugarcane farmers Protest in Karnal
करनाल में किसानों ने शुगर मिल पर दिया धरना
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Published : Jan 5, 2023, 5:41 PM IST

गन्ना किसानों ने शुगर मिल पर धरना दिया.

करनाल: प्रदेशभर में गुरुवार को गन्ना किसानों (Haryana sugarcane farmers Protest) ने शुगर मिलों पर प्रदर्शन किया. इस दौरान दो घंटे गन्ना तुलाई का काम बंद रखा गया. भारतीय किसान यूनियन चढूनी के आह्वान पर प्रदर्शनकारी किसान (farmers Protest in Karnal) गन्ने के रेट में बढ़ोतरी करने की मांग कर रहे हैं. सरकार द्वारा गन्ना खरीद की रेट नहीं बढ़ाने से करनाल के किसानों ने भी गन्ना तुलाई का काम बंद रखा. किसान शुगर मिल (sugarcane farmers Protest on Sugar Mill) के तुलाई कांटे पर ही धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

हरियाणा के करनाल में मेरठ रोड स्थित शुगर मिल पर किसानों ने प्रदर्शन किया. किसानों ने गुरुवार को शुगर मिल पर 2 घंटे तक प्रदर्शन किया. किसानों प्रदेश सरकार से गन्ने का रेट साढ़े चार 100 रुपए प्रति क्विंटल देने की मांग कर रहे हैं. किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया, तो वह आंदोलन को तेज करेंगे. बीकेयू के प्रदेश उपाध्यक्ष सुप्रीमपाल व प्रभारी संदीप सिंह ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन चढूनी के आह्वान पर दो घंटे के लिए शुगर मिल में धरना प्रदर्शन किया गया है.

sugarcane farmers Protest in Karnal
प्रदर्शन के दौरान गन्ना तुलाई का काम बंद रखा गया.

पढ़ें: हरियाणा में गन्ने के भाव में बढ़ोतरी को लेकर किसानों का प्रदर्शन, अनिश्चितकालीन धरना शुरू

उन्होंने कहा कि गन्ने का मूल्य 362 रुपए प्रति क्विंटल है, जबकि खोई जो चीनी बनाने के बाद वेस्ट के रूप में बचती है, उसका मूल्य 400 रुपए प्रति क्विंटल है. इस तरह फसल का मूल्य कम है और वेस्टेज का ज्यादा है. सरकार गन्ने का रेट बढ़ाकर 450 रुपए प्रति क्विंटल करे, जिससे गन्ना किसानों को महंगाई से राहत मिल सके. गन्ने के रेट बढ़ाने को लेकर किसानों ने जमकर सरकार के प्रति रोष प्रकट किया. किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदेश की सभी चीनी मिलों के बाहर 9 जनवरी तक इसी प्रकार से धरने प्रदर्शन किए जाएंगे. यदि सरकार ने गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया तो भाकियू (भारतीय किसान यूनियन, चढूनी) 10 जनवरी को करनाल की आनाज मंडी में महापंचायत कर बड़े आंदोलन की रणनीति बनाएगी.

पढ़ें: करनाल में सीएम आवास घेरने पहुंचे किसानों को पुलिस ने रोका, गन्ना रेट बढ़ाने को लेकर सड़क पर दिया धरना

गन्ना किसानों ने शुगर मिल पर धरना दिया.

करनाल: प्रदेशभर में गुरुवार को गन्ना किसानों (Haryana sugarcane farmers Protest) ने शुगर मिलों पर प्रदर्शन किया. इस दौरान दो घंटे गन्ना तुलाई का काम बंद रखा गया. भारतीय किसान यूनियन चढूनी के आह्वान पर प्रदर्शनकारी किसान (farmers Protest in Karnal) गन्ने के रेट में बढ़ोतरी करने की मांग कर रहे हैं. सरकार द्वारा गन्ना खरीद की रेट नहीं बढ़ाने से करनाल के किसानों ने भी गन्ना तुलाई का काम बंद रखा. किसान शुगर मिल (sugarcane farmers Protest on Sugar Mill) के तुलाई कांटे पर ही धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

हरियाणा के करनाल में मेरठ रोड स्थित शुगर मिल पर किसानों ने प्रदर्शन किया. किसानों ने गुरुवार को शुगर मिल पर 2 घंटे तक प्रदर्शन किया. किसानों प्रदेश सरकार से गन्ने का रेट साढ़े चार 100 रुपए प्रति क्विंटल देने की मांग कर रहे हैं. किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया, तो वह आंदोलन को तेज करेंगे. बीकेयू के प्रदेश उपाध्यक्ष सुप्रीमपाल व प्रभारी संदीप सिंह ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन चढूनी के आह्वान पर दो घंटे के लिए शुगर मिल में धरना प्रदर्शन किया गया है.

sugarcane farmers Protest in Karnal
प्रदर्शन के दौरान गन्ना तुलाई का काम बंद रखा गया.

पढ़ें: हरियाणा में गन्ने के भाव में बढ़ोतरी को लेकर किसानों का प्रदर्शन, अनिश्चितकालीन धरना शुरू

उन्होंने कहा कि गन्ने का मूल्य 362 रुपए प्रति क्विंटल है, जबकि खोई जो चीनी बनाने के बाद वेस्ट के रूप में बचती है, उसका मूल्य 400 रुपए प्रति क्विंटल है. इस तरह फसल का मूल्य कम है और वेस्टेज का ज्यादा है. सरकार गन्ने का रेट बढ़ाकर 450 रुपए प्रति क्विंटल करे, जिससे गन्ना किसानों को महंगाई से राहत मिल सके. गन्ने के रेट बढ़ाने को लेकर किसानों ने जमकर सरकार के प्रति रोष प्रकट किया. किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदेश की सभी चीनी मिलों के बाहर 9 जनवरी तक इसी प्रकार से धरने प्रदर्शन किए जाएंगे. यदि सरकार ने गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया तो भाकियू (भारतीय किसान यूनियन, चढूनी) 10 जनवरी को करनाल की आनाज मंडी में महापंचायत कर बड़े आंदोलन की रणनीति बनाएगी.

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