करनाल: हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश में गन्ने के दाम नहीं बढ़ाए जाने से नाराज किसान गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन चढूनी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. जहां किसान मुख्यमंत्री आवास का घेराव (farmers protest on CM residence in Karnal) करने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस बल ने उन्हें इससे पहले ही रोक लिया. इस पर किसानों ने (sugarcane farmers protest in Karnal) सड़क पर ही गन्ने के रेट बढ़ाने को लेकर धरना दिया. गौरतलब है कि हरियाणा सरकार ने पुराने दाम 362 रुपए प्रति क्विंटल के आधार पर ही गन्ना खरीदने की अधिसूचना जारी की है. जिससे किसान सरकार से नाराज हैं और प्रदेश में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
गन्ना रेट को लेकर जारी की गई अधिसूचना के बाद किसानों का रोष बढ़ता जा रहा है. भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के नेता रामपाल चहल ने कहा कि सरकार हर वर्ष गन्ने का रेट बढ़ाती है, लेकिन इस गन्ना पिराई सत्र में सरकार ने गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया है. किसान लंबे समय से रेट बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. गन्ने के रेट बढ़ाकर 450 रुपए करने की मांग को लेकर जिले के किसान मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे. इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात था. पुलिस बल ने किसानों को मुख्यमंत्री आवास से पहले ही रोक दिया. इस पर किसान सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और प्रदर्शन करने लगे.
इससे पहले टिकैत ग्रुप ने गन्ना खरीद के रेट बढ़ाने की मांग को लेकर जिले की तीनों शुगर मिल के बाहर धरना देकर सराकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया था. भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप ने बताया कि वे 5 जनवरी को हरियाणा के सभी शुगर मिलों में 3 घंटे के लिए कांटा बंद रखेंगे. इसके बाद भी सरकार गन्ना खरीद रेट नहीं बढ़ाती है तो चढूनी ग्रुप 10 जनवरी को करनाल में बुलाई गई प्रदेश स्तरीय बैठक में बड़े आंदोलन को लेकर रणनीति बनाएगी. बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी भी शिरकत करेंगे.
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