करनाल: गन्नौर मॉडर्न स्कूल करनाल में छात्र के साथ मारपीट (student assaulted in karnal) का मामला सामने आया है. खबर है कि गन्नौर हॉस्टल में सातवीं के छात्र के साथ बेरहमी से मारपीट की गई. जिसकी वजह से छात्र को गंभीर चोटें आई हैं. कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज (kalpana chawla government medical college) में छात्र को इलाज के लिए भर्ती किया गया है. जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
पीड़ित परिवार करनाल के तरावड़ी का रहने वाला है. परिजनों का आरोप है कि हॉस्टल के कोच ने उनके बच्चे को बेरहमी से पीटा है. परिजनों के मुताबिक उनका बच्चे की हालत गंभीर है और वो आईसीयू में भर्ती है. पीड़ित छात्र के परिजनों ने कोच के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. परिजनों का आरोप है कि कोच पहले से ही उनके बच्चे से द्वेष की भावना रखता था. पीड़ित छात्र की मां ने बताया कि उसका बेटा युवराज गन्नौर मॉडर्न स्कूल में 7वीं कक्षा में पढ़ता है.
युवराज स्कूल के ही हॉस्टल में रहता है. पीड़ित की मां ने बताया कि वो हर 15 दिन में अपने बेटे को मिलने के लिए स्कूल आती थी. जब उसने बच्चे से मिलने के लिए फोन किया तो उसे कहा गया कि उनके बेटे को चोट लगी है और उसे अस्पताल ले जाया गया है. जब महिला अस्पताल पहुंची तो उनका बेटा बुरी तरह से जख्मी था. मां का आरोप है कि हॉस्टल (karnal ganaur modern school) में कोच ने उनके बेटे के साथ मारपीट की है.
युवराज की मां ने बताया कि उसके पति की मौत हो चुकी है, घर खर्च चलाने के लिए वो नौकरी करती है. युवराज की सारी जिम्मेदारी उनके कंधों पर है. नौकरी के कारण युवराज की मां ने उसे हॉस्टल में भर्ती करवाया, ताकि उसकी जॉब के चलते उसके बच्चे की पढ़ाई पर कोई भी प्रभाव ना पड़े. घायल छात्र की मां ने कहा कि बच्चे के शरीर पर चोट के कई निशान हैं. डंडों के साथ बच्चे की पिटाई की गई है.
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बच्चे के चेहरे और आंखों में बुरी तरीके से सूजन आई हुई है. जिससे बच्चे की आंख नहीं खुल रही. वहीं हॉस्टल प्रशासन का कहना है कि बच्चे को गिरने की वजह से चोट लगी है. पीड़ित छात्र युवराज की मां ने हॉस्टल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हॉस्टल में कोच द्वारा बच्चों को बुरी तरह से प्रताड़ित किया जाता है. हॉस्टल को जेल बना रखा है. बच्चों को बाहर तक नहीं आने दिया जाता, इसलिए पुलिस प्रशासन से गुहार लगाते हैं, कि उनके बच्चे को न्याय दिया जाए और हॉस्टल प्रशासन और कोच के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए.