करनाल: दोस्त की मौत का बदला लेने के लिए उसने गलत रास्ता अपनाया. जिसके बाद वो अपराध के दलदल में धंसता चला गया. कहा जाता है कि अपराध की दुनिया में जाना आसान है, लेकिन यहां से निकलना बेहद मुश्किल. यही हाल करनाल के दादूपुर गांव के कृष्ण कुमार के साथ हुआ. एक बार गलत राह पकड़ने का अंजाम उसे अब जेल में भुगतना पड़ रहा है. गैंगस्टर कृष्ण दादूपुर की बढ़ती वारदातों के कारण वो पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया था. हरियाणा पुलिस ने उस पर 5 लाख का इनाम रखा था. अब वो मर्डर व अन्य वारदातों के अपराध में कुरुक्षेत्र जेल में सजा काट रहा है.
करनाल के दादूपुर गांव का कृष्ण कुमार गरीब परिवार से संबंध रखता है. किसी को शायद ही विश्वास हो कि उसने कभी इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए 2007 में नीलोखेड़ी पॉलिटेक्निक में दाखिला लिया था. कृष्ण पढ़ाई में काफी अच्छा था और उसे क्रिकेट खेलने का भी शौक था. गरीब परिवार से होने के कारण उसे पैसों की जरूरत थी. इसके लिए वह पढ़ाई के साथ-साथ शराब के ठेके पर करिंदे का काम करने लगा. पढ़ाई पूरी होने के बाद वह शराब के कारोबारियों के साथ काम करने में सक्रिय हो गया.
हालात नहीं इस निर्णय ने बनाया अपराधी: अपराध की दुनिया में कोई अपनी इच्छा से नहीं आता है लेकिन जिंदगी में कई बार ऐसे मोड़ आते हैं. जब एक गलत निर्णय व्यक्ति को इस दलदल में खींच लाता है. ऐसा ही गैंगस्टर कृष्ण दादूपुर के साथ हुआ, जिसने अपने दोस्त की मौत का बदला लेने के लिए गलत राह चुनी थी. इसके बाद वह कभी इस दलदल से नहीं निकल पाया और उसने एक के बाद एक मर्डर सहित कई अन्य वारदातों को अंजाम दिया. वह जल्द ही करनाल पुलिस के क्राइम रिकॉर्ड में 5 लाख रुपए का इनामी गैंगस्टर बन गया.
वर्ष 2012 की इस घटना ने बनाया अपराधी: कृष्ण कुमार जिस शराब ठेकेदार के साथ रहता था, उसका नाम दिलबाग सिंह था. वह करनाल के ही गांव नलीपार का रहने वाला था. दिलबाग के साथ काम करते करते कृष्ण और दिलबाग के बीच अच्छी दोस्ती हो गई. 2012 में हुई एक घटना ने कृष्ण की जिंदगी ही बदल दी. शराब ठेकेदार बबली अंजनथली का दिलबाग के साथ शराब के एरिया को लेकर विवाद हो गया. जिस पर बबली व उसके साथियों ने दिलबाग की हत्या कर दी.
वहीं से कृष्ण कुमार ने अपने साथी दिलबाग की मौत का बदला लेने के लिए गलत रास्ता चुन लिया. दिलबाग की हत्या रंजिश के तहत पीट-पीटकर की गई थी. इसके आरोप पूर्व सरपंच के पति सुरेश उर्फ बबली व उसके भाई नरेश पर लगे थे. पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए दिलबाग हत्याकांड में शराब ठेकेदार नरेश को गिरफ्तार किया और वह 9 महीने जेल में भी रहा.
हालांकि कुछ समय बाद नरेश का दिलबाग के परिजनों के साथ समझौता हो गया और नरेश जेल से छूट गया. जब नरेश करनाल जेल से छूटा तो वह नीलोखेड़ी से अपने गांव तक करीब 7 किलोमीटर डीजे व ढ़ोल बजा कर गांव में आया था. जब कृष्ण कुमार को इस बारे में पता चला तो उसने दोस्त की हत्या का बदला लेने की ठान ली. इसके बाद कृष्ण कुमार ने 2013 में नरेश पर जानलेवा हमला किया, जिसमें नरेश बुरी तरह से घायल हो गया.
इस हमले में उसकी जान जरूर बच गई लेकिन वह एक हाथ और टांग से दिव्यांग हो गया. उसके बाद से ही कृष्ण कुमार करनाल पुलिस की हिट लिस्ट में शामिल हो गया. इसके बाद उसने 2016 में एक बार फिर नरेश के गांव के पास ही गोलियां चलाई थी, लेकिन इस बार भी नरेश की जान बच गई. इस घटना के बाद पुलिस ने गैंगस्टर कृष्ण कुमार को गिरफ्तार कर लिया. उसे करनाल जेल भेज दिया गया. आपसी रंजिश के चलते पुलिस ने शराब ठेकेदार बबली के भाई नरेश को भी गिरफ्तार कर लिया था.
इस दौरान दोनों को ही करनाल जेल में रखा गया. पुलिस ने इस दौरान करनाल जेल की सुरक्षा बढ़ा दी, ताकि जेल में ही दोनों गुटों के बीच गैंगवार ना हो सके. बताया जाता है कि जेल में कृष्ण कुमार पर बबली व नरेश की गैंग की तरफ से कई बार हमला भी किया गया. जेल में हथियार नहीं मिलने पर कृष्ण कुमार पर स्टील के गिलास से हमला किया गया था. घटना के 2 साल बाद कृष्ण कुमार जेल से जमानत पर बाहर आया और वह फरार हो गया.
17 जनवरी 2019 को कृष्ण कुमार, सनी मास, जबरा लाडवा व दिलबाग खिड़की ने गांव दादूपुर के विकास उर्फ पिंटू की हत्या की. विकास उर्फ़ पिंटू इन दोनों की लड़ाई में एक गवाह था, जो बबली व नरेश के पक्ष में था. विकास नरेश का सगा साला था. जिस दिन यह मर्डर हुआ उस दिन करनाल के राष्ट्रीय राजमार्ग पर तरावड़ी में महिला थाने का उद्घाटन हुआ था, जिसमें करनाल व हरियाणा के कई आला पुलिस अधिकारी आए हुए थे.
वर्ष 2018 में लिया दोस्त की हत्या का बदला: महिला थाने के नजदीक हुई इस हत्या के बाद आरोपी एक व्यक्ति से स्कूटी छीन कर मौके से फरार हुए थे. पुलिस ने जब इन्हें रोकने की कोशिश की, तो आरोपी पुलिसकर्मियों को भी गन पॉइंट पर लेकर उनसे वॉकी टॉकी सेट छीन कर फरार हो गए थे. 29 जुलाई 2018 को कृष्ण कुमार ने अपने साथियों के साथ मिलकर गांव अंजनथली के पूर्व सरपंच के पति और शराब ठेकेदार सुरेश उर्फ बबली की गोली मारकर हत्या कर दी.उसके बाद वह करनाल सहित हरियाणा पुलिस की हिट लिस्ट में आ गया. उस पर 5 लाख का इनाम भी घोषित किया गया था.
साथी का करनाल पुलिस ने किया एनकाउंटर: इन दोनों हत्याकांड में शामिल कृष्ण कुमार के साथी जबरा लाडवा का 23 मार्च 2019 को करनाल पुलिस ने एनकाउंटर किया था. बताया जाता है कि कृष्ण के हर वारदात के समय जबरा उसका सबसे नजदीकी साथी था, जो हमेशा उसके साथ रहता था. पुलिस एनकाउंटर टीम को जबरा की गुप्त सूचना मिलने के बाद करनाल की एक नहर पर उनका एनकाउंटर किया गया था.
गैगस्टर कृष्ण दादुपुर का खौफ: गैंगस्टर कृष्ण कुमार के खिलाफ करनाल, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल व झज्जर में हत्या, लूट, स्नेचिंग के 25 से अधिक मामले दर्ज हैं. कृष्ण दादूपुर का खौफ इतना बढ़ गया था कि पुलिस को उसे पकड़ने के लिए बबली हत्याकांड के बाद उस पर 5 लाख का इनाम घोषित करना पड़ा था. वहीं बबली का बेटा व उसका भाई नरेश अपनी जान बचाने के लिए भारत छोड़कर विदेश में जाकर रहने लगे थे, ताकि उन तक कृष्ण दादूपर या उसके गुर्गे ना पहुंच पाए. जब कृष्ण दादूपूर व उसके साथी सनी मास को करनाल पुलिस ने 11 मार्च 2021 को गिरफ्तार किया था, उस दौरान उसके पास से काफी अवैध हथियार व रुपए बरामद किये गए थे. अब वह हत्या समेत कई अन्य मामलों में कुरुक्षेत्र जेल में सजा काट रहा है. करनाल जेल में सजा काटने के दौरान भी कई बार दूसरे बदमाशों के गुट के साथ उसके झगड़े हुए हैं.