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'गुरुपर्व पर अगर सीएम खट्टर कारसेवा गुरुद्वारा आए तो होगा पुरजोर विरोध'

किसान नेताओं ने कहा कि हरियाणा के इतिहास में ये पहला मुख्यमंत्री है. जो सडकें बनाने की जगह उन्हें उखाड़ कर उनमें गढ्डे खोद रहा है ताकि किसानों का रास्ता रोका जा सके.

Sikh society will protest
Sikh society will protest
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Published : Nov 29, 2020, 6:03 PM IST

करनाल: 30 नवंबर को गुरुपर्व है. गुरुपर्व को लेकर सिख समाज ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री मनोहर लाल डेरा कारसेवा गुरुद्वारा में आएंगे तो उनका विरोध किया जाएगा. सिख समाज के लोगों ने कहा कि हरियाणा सरकार ने किसानों के साथ जो बर्ताव किया है वो दुर्भाग्यपूर्ण है. ये बर्दाश्त के काबिल नहीं है.

सिख नेता गुरजीत सिंह ठरवा माजरा और अंग्रेज सिंह पन्नू ने कहा कि किसान आंदोलनन के चलते अगर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल डेरा कार सेवा में आते हैं तो उनका पुरजोर विरोध किया जाएगा, क्योंकि गुरुनानक साहिब ने अपने समय के दौरान वक्त के बादशाह बाबर को जाबर कहा था, जो भोली-भाली जनता के ऊपर अत्याचार कर रहा था.

किसान नेताओं ने मुख्यमंत्री मनोहर का विरोध करने की बात कही है.

उस वक्त गुरुनानक साहिब को जेल भी जाना पड़ा. हम भी गुरु नानक साहिब के सिख हैं. अगर बीजेपी सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है तो हम भी बीजेपी का पुरजोर विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हरियाणा ने बीते 25 से 27 नवम्बर के बीच हरियाणा से गुजरते नेशनल हाईवे पर किसानों के साथ जो बर्ताव किया वो बहुत ही दुर्भाग्यपुर्ण है, जो बर्दाश्त के काबिल नहीं, क्योंकि ठंड में किसानों के ऊपर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए.

ये भी पढ़ें- सोनीपत: गुप्त स्थान पर चल रही किसान यूनियनों की मीटिंग, आगामी रणनीति पर होगा फैसला

किसान नेताओं ने कहा कि हरियाणा के इतिहास में ये पहला मुख्यमंत्री है. जो सडकें बनाने की जगह उन्हें उखाड़ कर उनमें गढ्डे खोद रहा है ताकि किसानों का रास्ता रोका जा सके, नेशनल हाईवे जो कि केन्द्र की सम्पत्ती है उसे हरियाणा सरकार ने उसे बेवजह बाधित किया. किसानों के साथ बुरा व्यवहार किया जिससे उनके बुनियादी अधिकारों का हनन हुआ है.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खालिस्तानी वाले बयान की निंदा करते हुए सिख नेताओं ने कहा कि ये किसानों का आंदोलन है. हरियाणा के सीएम को ऐसा नहीं कहना चाहिए था. उन्होंने सीएम के खालिस्तान वाले बयान की निंदा की.

करनाल: 30 नवंबर को गुरुपर्व है. गुरुपर्व को लेकर सिख समाज ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री मनोहर लाल डेरा कारसेवा गुरुद्वारा में आएंगे तो उनका विरोध किया जाएगा. सिख समाज के लोगों ने कहा कि हरियाणा सरकार ने किसानों के साथ जो बर्ताव किया है वो दुर्भाग्यपूर्ण है. ये बर्दाश्त के काबिल नहीं है.

सिख नेता गुरजीत सिंह ठरवा माजरा और अंग्रेज सिंह पन्नू ने कहा कि किसान आंदोलनन के चलते अगर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल डेरा कार सेवा में आते हैं तो उनका पुरजोर विरोध किया जाएगा, क्योंकि गुरुनानक साहिब ने अपने समय के दौरान वक्त के बादशाह बाबर को जाबर कहा था, जो भोली-भाली जनता के ऊपर अत्याचार कर रहा था.

किसान नेताओं ने मुख्यमंत्री मनोहर का विरोध करने की बात कही है.

उस वक्त गुरुनानक साहिब को जेल भी जाना पड़ा. हम भी गुरु नानक साहिब के सिख हैं. अगर बीजेपी सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है तो हम भी बीजेपी का पुरजोर विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हरियाणा ने बीते 25 से 27 नवम्बर के बीच हरियाणा से गुजरते नेशनल हाईवे पर किसानों के साथ जो बर्ताव किया वो बहुत ही दुर्भाग्यपुर्ण है, जो बर्दाश्त के काबिल नहीं, क्योंकि ठंड में किसानों के ऊपर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए.

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किसान नेताओं ने कहा कि हरियाणा के इतिहास में ये पहला मुख्यमंत्री है. जो सडकें बनाने की जगह उन्हें उखाड़ कर उनमें गढ्डे खोद रहा है ताकि किसानों का रास्ता रोका जा सके, नेशनल हाईवे जो कि केन्द्र की सम्पत्ती है उसे हरियाणा सरकार ने उसे बेवजह बाधित किया. किसानों के साथ बुरा व्यवहार किया जिससे उनके बुनियादी अधिकारों का हनन हुआ है.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खालिस्तानी वाले बयान की निंदा करते हुए सिख नेताओं ने कहा कि ये किसानों का आंदोलन है. हरियाणा के सीएम को ऐसा नहीं कहना चाहिए था. उन्होंने सीएम के खालिस्तान वाले बयान की निंदा की.

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