ETV Bharat / state

क्या कोरोना काल में खुलने चाहिए स्कूल? जानिए करनाल के अभिभावकों की राय

author img

By

Published : Oct 7, 2020, 7:11 PM IST

केंद्र सरकार ने 15 अक्‍टूबर से स्‍कूल खोलने की अनुमति दी है. ये छूट नॉन-कंटेनमेंट जोन में आने वाले इलाकों के लिए है. राज्यों के लिए ये खुली छूट है कि वो अपने हिसाब से तय कर सकते हैं कि स्‍कूल कब से खोले जाएं.

reaction of parents on school reopening  from october 15
क्या कोरोना काल में खुलने चाहिए स्कूल? जानिए करनाल के अभिभावकों की राय

करनाल: केंद्र सरकार की ओर से स्कूल खोलने के दिशा-निर्देश मिलने के बाद हरियाणा सहित कई राज्यों में 15 अक्टूबर से स्‍कूल खोलने की तैयारी है. इसे लेकर स्‍टैंटर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर यानी SOP पहले ही जारी की जा चुकी है. इसमें कोविड से जुड़ी सावधानियों के बारे में बताया गया था. अब श‍िक्षा मंत्रालय ने इसे लेकर गाइडलाइंस भी जारी की है.

हरियाणा सरकार 6 से 12वीं तक की कक्षाएं खोलने पर विचार कर रही है. अभी फिलहाल 9वीं से 12वीं तक के वही छात्र स्कूल आ रहे हैं, जिन्हें अपने डाउट्स क्लियर करने हैं. इसे लेकर जब करनाल के अभिभावकों, छात्रों और स्कूल प्रबंधकों से राय ली गई तो इस पर सबकी अलग-अलग प्रतिक्रिया देखने को मिली.

क्या कोरोना काल में खुलने चाहिए स्कूल? जानिए करनाल के अभिभावकों की राय

ये भी पढ़िए: CBLU में मॉडल बेस्ड लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम से लगेंगी ऑनलाइन क्लासेस

कुछ अभिभावकों ने कहा कि अगर केंद्र सरकार की गाइडलाइंस को मानते हुए स्कूल खुलते हैं तो उन्हें कोई एतराज नहीं है, जबकि कुछ अभिभावकों ने कहा कि कोरोना खत्म हो जाने तक स्कूल नहीं खुलने चाहिए. वहीं छात्रों ने कहा कि कोरोना काल में स्कूल खुलना उनकी जान से खेलने के समान है.

स्कूल फिर से खोलने से जुड़ी गाइडलाइंस-

  • स्कूल खुलने के दो-तीन सप्ताह तक एसेसमेंट टेस्ट नहीं लेना होगा.
  • स्कूलों में एनसीईआरटी द्वारा तैयार वैकल्पिक एकेडेमिक कैलेंडर को लागू किया जा सकता है.
  • स्कूलों में मिड-डे मील तैयार करते और परोसे जाते समय सावधानी रखनी होगी.
  • स्कूल परिसर में किचन, कैंटीन, वाशरूम, लैब, लाइब्रेरी आदि समेत सभी स्थानों पर साफ-सफाई और कीटाणुरहित करते रहने की व्यवस्था करनी होगी.
  • केंद्र सरकार और संबंधित राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक स्कूल खुद भी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) बना सकते हैं.
  • कक्षाओं में बैठने के दौरान सामाजिक दूरी का पालन करना होगा.
  • भी छात्र-छात्राएं और स्टाफ फेस कवर या मास्क लगाकर ही स्कूल आएंगे और पूरे समय के दौरान इसे पहने रहेंगे.

करनाल: केंद्र सरकार की ओर से स्कूल खोलने के दिशा-निर्देश मिलने के बाद हरियाणा सहित कई राज्यों में 15 अक्टूबर से स्‍कूल खोलने की तैयारी है. इसे लेकर स्‍टैंटर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर यानी SOP पहले ही जारी की जा चुकी है. इसमें कोविड से जुड़ी सावधानियों के बारे में बताया गया था. अब श‍िक्षा मंत्रालय ने इसे लेकर गाइडलाइंस भी जारी की है.

हरियाणा सरकार 6 से 12वीं तक की कक्षाएं खोलने पर विचार कर रही है. अभी फिलहाल 9वीं से 12वीं तक के वही छात्र स्कूल आ रहे हैं, जिन्हें अपने डाउट्स क्लियर करने हैं. इसे लेकर जब करनाल के अभिभावकों, छात्रों और स्कूल प्रबंधकों से राय ली गई तो इस पर सबकी अलग-अलग प्रतिक्रिया देखने को मिली.

क्या कोरोना काल में खुलने चाहिए स्कूल? जानिए करनाल के अभिभावकों की राय

ये भी पढ़िए: CBLU में मॉडल बेस्ड लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम से लगेंगी ऑनलाइन क्लासेस

कुछ अभिभावकों ने कहा कि अगर केंद्र सरकार की गाइडलाइंस को मानते हुए स्कूल खुलते हैं तो उन्हें कोई एतराज नहीं है, जबकि कुछ अभिभावकों ने कहा कि कोरोना खत्म हो जाने तक स्कूल नहीं खुलने चाहिए. वहीं छात्रों ने कहा कि कोरोना काल में स्कूल खुलना उनकी जान से खेलने के समान है.

स्कूल फिर से खोलने से जुड़ी गाइडलाइंस-

  • स्कूल खुलने के दो-तीन सप्ताह तक एसेसमेंट टेस्ट नहीं लेना होगा.
  • स्कूलों में एनसीईआरटी द्वारा तैयार वैकल्पिक एकेडेमिक कैलेंडर को लागू किया जा सकता है.
  • स्कूलों में मिड-डे मील तैयार करते और परोसे जाते समय सावधानी रखनी होगी.
  • स्कूल परिसर में किचन, कैंटीन, वाशरूम, लैब, लाइब्रेरी आदि समेत सभी स्थानों पर साफ-सफाई और कीटाणुरहित करते रहने की व्यवस्था करनी होगी.
  • केंद्र सरकार और संबंधित राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक स्कूल खुद भी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) बना सकते हैं.
  • कक्षाओं में बैठने के दौरान सामाजिक दूरी का पालन करना होगा.
  • भी छात्र-छात्राएं और स्टाफ फेस कवर या मास्क लगाकर ही स्कूल आएंगे और पूरे समय के दौरान इसे पहने रहेंगे.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.