करनाल: हरियाणा में इन दिनों गेहूं की कटाई का काम जोरों पर है. अनाज मंडियां गेहूं से अटी पड़ी हैं. गेहूं उठान में देरी होने से हजारों क्विंटल अनाज खुले आसमान के नीचे रखा है. बुधवार को हुई बारिश से करनाल अनाज मंडी में रखा हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया. मंडी प्रशासन की तरफ से बारिश से गेहूं को बचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया था. अनाज मंडी में आए किसान रिंकू का कहना है कि वो करीब 3 एकड़ गेहूं की फसल लेकर मंडी आया था.
किसान ने बताया कि कई घंटों से अनाज मंडी में जगह नहीं होने के कारण उसको खड़े रहना पड़ा. बरसात होने से कुछ समय पहले ही उसने गेहूं ट्रैक्टर ट्रॉली से नीचे उतारा था. अब बारिश की वजह से उसका गेंहू भीग गया है. जिससे उसका काफी नुकसान हुआ है. किसान ने कहा कि अगर अनाज मंडी में गेहूं लिफ्टिंग का काम तेजी से होता तो किसानों को आज की बरसात में इतना नुकसान नहीं होता. वहीं एक अन्य किसान संजीव ने बताया कि मंडी में गेहूं की बोरियां भरी पड़ी हैं.
जिसको उठाने के लिए जिला प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा. अनाज मंडी में मात्र तीन ही शैड हैं. जिनके नीचे बोरियां लगी हुई हैं. सरकार जो गेहूं खरीद से पहले दावा करती है. वो झूठा होता है. धरातल पर आकर कोई भी काम नहीं होता. जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. किसान ने कहा कि आज कुछ देर की बारिश से उनकी गेहूं की फसल भीग गई. कुछ गेहूं बरसात के पानी में बहकर नालों में चली गई.
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किसान ने कहा कि जो कुछ बची है अब उसका उचित मूल्य नहीं मिल पाएगा. किसानों का कहना है कि आज और कल 2 दिन के बरसात बताई हुई है. आज बरसात के साथ तेज हवा और ओलावृष्टि भी हुई, जिसे किसानों के खेत में खड़ी हुई गेहूं की फसल भी खराब हो गई है. पिछले कुछ दिनों में हुई बरसात से ही किसानों की 70% गेहूं खराब हो चुकी है. जो कुछ बची थी. वो अब खराब हो जाएगी.