करनाल: करनाल प्रशासन की ओर से सराहनीय कदम उठाया गया है. प्रशासन ने पीपीई किट बनाने के लिए स्थानीय डीलरों से संपर्क किया है. प्रशासन ने ऐसे लोगों को पीपीई किट बनाने के लिए कहा है जो पहले कपड़े बनाने का काम करते थे. लॉकडाउन की वजह से ये सभी लोग खाली थे, जिन्हें अब करनाल प्रशासन ने पीपीई किट बनाने में लगाया है.
करनाल में पीपीई किट कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के मेडिकल स्टाफ के लिए बनाई जा रही है. इन किट को बनाने के लिए 30 लोकल डीलरों को लगाया गया है, जो प्रतिदिन करीब 300 पीपीई किट बना रहे हैं. इस किट में गाउन, हैंड ग्लब्सऔर फुटगियर शामिल हैं. इस किट का अनुमानित मार्केट रेट करीब 1000 रुपये है, जबकि बनवाने में करीब 250 प्रति किट खर्च आ रहा है.
जिला प्रशासन की ओर से इन किटों की स्पलाई दूसरे जिले को भी दी जा रही है. सिरसा जिले में ट्रायल के रूप में इन कीटों को भेजा जा रहा है. अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि इस किट के निर्माण में कोई कमी ना रहे इसके लिए समय-समय पर संबंधित अधिकारी द्वारा जांच की जाती है.
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वहीं पीपीई किट किट को तैयार करने वाले अनिल कुमार ने बताया कि लॉकडाउन में उनका सिलाई का काम बंद हो गया था और लेबर भी खाली बैठी थी. अब इस किट को बनाने में जहां लेबर को काम मिला है. वहीं देश सेवा करने का भी उन्हें मौका मिला है.