करनाल: जिले में असंध अनाज मंडी में फर्जी पोर्टल बनाकर धान घोटाला करने का मामला सामने आया है. इस मामले में मार्केट कमेटी और खाद्य एवं आपूर्ति विभाग और 3 राइस मिलर्स पर कार्रवाई की तैयारी है. आरोपी आढती रामदत्त ने फर्जी पोर्टल बनाकर धान घोटाला किया है. जिसके जरिए तीन राइस मिलर्स ने धान लिया है. इस मामले में कुछ अधिकारियों की मिलीभागत की संभावना जताई जा रही है.
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में असंध मंडी से संबंधित इंस्पेक्टर योगेश कुंडू, इंस्पेक्टर सुरेश कुंडू, उप निरीक्षक आशीष के बयान पहले ही दर्ज हो चुके हैं. पुलिस की जांच चल रही है. इंस्पेक्टर योगेश कुंडू को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है. बता दें कि कुछ समय पहले सीएम को शिकायत दी गई थी कि करनाल में धान का घोटाला हो रहा है और उसके बाद जांच में ही यह दोषी पाए गए थे.
कुछ किसानों का कहना है कि असंध के कुछ आढ़तियों के माध्यम से किसानों के खाते में पेमेंट गई है. उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके खाते में जो पेमेंट आई है वह आढ़ती ले चुका है. किसान मनीष की तरफ से शिकायत में आढ़ती पर ट्रेडिंग का आरोप लगाया गया है. पुलिस की तरफ से लगभग जांच हो चुकी है और डीएफएससी भी कार्रवाई की तरफ बढ़ रहे हैं. सरकारी अधिकारी के साथ मिलर्स समेत कई अधिकारियों पर करोड़ों रुपए का फ्रॉड का आरोप लगा है. जिले में जुंडला के बाद अब असंध मंडी का नाम इस फर्जीवाड़े में शामिल है.
ये भी पढ़ें-विधानसभा सत्र का दूसरा दिन, भर्ती घोटालों को लेकर हंगामा होने के आसार
पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने बताया कि किसान मनीष ने सीएम के नाम शिकायत दी थी कि बाहर से सस्ती धान लाकर सरकार को भेजी जा रही है. सरकार को इस तरह से नुकसान पहुंचाने का काम ये लोग कर रहे हैं. मामले की जांच निरीक्षक स्तर के अधिकारी को सौंपी गई है जो फिलहाल चल रही है.
कैसे हुआ घोटाला
असंध की राम दत्त शर्मा एंड संस फर्म से फर्जी पोर्टल के माध्यम से करीब 5180 क्विंटल धान करनाल के तीन राइस मिलों में गया है. यहां से करनाल के बीआरसी ओवरसीज में करीब 4300 क्विंटल, जय गोविंदा राइस मिल में करीब 300 क्विंटल धान गया है. ओपी श्री बांके बिहारी राइस मिल में करीब 558 क्विंटल धान गया है. यह जांच में पता लगाया जा रहा है कि अन्य मंडियों में भी ऐसी गड़बड़ी तो नहीं हो रही. क्योंकि करनाल में धान घोटाला पूरी चरम सीमा पर है और पहले भी इस तरीके के कई घोटाले सामने आ चुके हैं जिसमें कुछ अधिकारी सस्पेंड भी हो चुके हैं.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP