करनाल: अक्सर निगम की नींद तब खुलती है जब मामला तूल पकड़ ले. इन अधिकारियों की नाक के नीचे लोग अवैध कब्जा कर रहे हैं, लेकिन अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता. पिछले दिनों अवैध निर्माण और कब्जों को लेकर ईटीवी भारत ने विशेष कवरेज की थी. अगली कड़ी में जब ईटीवी की टीम ने निगम के अधिकारियों से इस पूरे मामले में जानकारियां जुटानी शुरू की. जिस वजह से निगम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए करनाल के उचाना गांव से निगम की जमीन पर अवैध रूप से किये हुए कब्जे को खाली करवा लिया.
सरकारी जमीन पर लोगों ने बनाए घर
मंगलवार को निगम अधिकारी पुलिस दलबल के साथ कार्रवाई करते हुए कब्जे को खाली करवाया. ऐसे नए पुराने कब्जे जो अवैध हैं उन सब को खाली करवाया जाएगा. वहीं एक महिला का कहना है कि मैंने कोई कब्जा नही किया था. पेड़ पौधों को बचाने के लिए मैन सिर्फ जाल लगाया था, लेकिन यहां तो कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने अवैध रूप से पक्के लेंटर तक डाले हुए हैं. घर बनाये हुए है. उन पर निगम की तरफ से आज तक कोई कार्रवाई नही की गई है.
पार्षद पर भी लगे आरोप
जानकारी मुताबिक 84 कैनाल में फैला जोहड़ आज सिर्फ डेढ़ किले में ही रह गया है. कई लोगों ने अवैध निर्माण कर अपने घर तक बना लिये है. लोगों ने पार्षद मोनू पर भी आरोप लगाया है. उनका कहना है कि यहां पार्षद का खुद का घर है. वह भी अवैध कब्जा कर बनाया गया है. उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.