करनाल: मोबाइल लैब वैन ने घरौंडा क्षेत्र के चार गांवों से पानी के सैंपल एकत्रित किए. हाईटेक उपकरणों से लैस मोबाइल लैब वैन पानी की 11 पैमानों पर जांच करेगी. दो दिनों तक मोबाइल वैन करनाल के कई गांवों की रेंडम सैंपलिंग करेगी और अपनी रिपोर्ट सरकार को भेजेगी.
कई गांव से लिए गए पानी के सैंपल
बता दें कि जन स्वास्थ्य विभाग की मल्टी पैरामीटर सिस्टम से लैस मोबाइल वॉटर टेस्टिंग लैबोरेट्री वैन ने गुरुवार को बीजना, समालखा, उपली और रसीन गांवों से सैंपल लिए. लैब एक्सपर्ट के मुताबिक, मल्टी पैरामीटर सिस्टम से लैस इस मोबाइल वैन में पानी की गुणवत्ता की जांच करने के लिए विश्लेषक, सेंसर, जांच और उपकरण लगाए गए हैं, जो 11 पैरामीटर पर पानी की जांच करती है.
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लैब केमिस्ट चंद्रप्रकाश ने बताया कि पानी की गुणवत्ता मुख्य रूप से टोटल डिस्सोवल्ड सॉलिड (टीडीएस), फ्लोराइड, नाइट्रेट, आयरन और क्षारीयता जैसे घटकों से प्रभावित होती है. उन्होंने बताया कि मोबाइल वॉटर टेस्टिंग लैब लोकेशन ट्रैकिंग के लिए जीपीएस-इनेबल्ड है. लैब पानी के नमूनों की पीएच, क्षारीयता, टीडीएस, कठोरता, अवशिष्ट क्लोरीन, जस्ता, नाइट्रेट, फ्लोराइड, टर्बिडिटी और सूक्ष्म जैविक परीक्षण जैसे विभिन्न जल गुणवत्ता मापदंडों को मापने में सक्षम है.
सरकार को भेजी जाएगी रिपोर्ट
उन्होंने बताया कि इस मोबाइल वैन में पूरी तरह से स्वचालित सेंसर आधारित विश्लेषण है, जो केंद्रीय रूप से कमांड किए गए सॉफ्टवेयर द्वारा नियंत्रित की जाती है. मोबाइल लैब में एलईडी डिस्प्ले यूनिट विश्लेषण के तुरंत बाद परिणामों का एक त्वरित प्रदर्शन देता है. उन्होंने बताया कि दो दिनों में जितने भी सैंपल लिए जाएंगें उनकी गुणवत्ता की जांच की जा रही है. इन सभी सैंपलों की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के मार्फत सरकार तक भेजी जाएगी. अगर किसी तरह की दिक्कत है तो उसकी सुधार की दिशा में कार्य किया जाएगा.