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बॉन्ड पॉलिसी विवाद: करनाल में एमबीबीएस छात्रों का धरना जारी, सरकार के खिलाफ 50वें दिन करेंगे बड़ा प्रदर्शन

हरियाणा में बॉन्ड पॉलिसी (Bond Policy Controversy in Haryana) को लेकर एमबीबीएस छात्रों और सरकार के बीच सहमति नहीं बन सकी है. आंदोलन कर रहे एमबीबीएस छात्रों को मंगलवार को 50 दिन पूरे हो जाएंगे. छात्रों ने कहा है कि वे इस दिन सरकार को जगाने के लिए बड़ा प्रदर्शन करेंगे.

mbbs students protest in karnal bond policy Haryana Bond Policy Controversy in Haryana
बॉन्ड पॉलिसी विवाद को लेकर करनाल में एमबीबीएस छात्रों का धरना.
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Published : Dec 19, 2022, 6:23 PM IST

करनाल: शहर में बॉन्ड पॉलिसी को लेकर एमबीबीएस छात्रों (mbbs students protest in karnal) का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. प्रदर्शनकारी छात्रों को 49 दिन हो गए हैं. एमबीबीएस छात्र जिला सचिवालय के सामने बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों की सरकार से कई दौर की बातचीत हो चुकी है, इसके बावजूद पॉलिसी (bond policy Haryana) को लेकर दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई है. हालांकि छात्र मांगें नहीं माने जाने तक प्रदर्शन जारी रखने का दावा कर रहे हैं. प्रदर्शन के 50वें दिन छात्र सरकार को जगाने के लिए करनाल में बड़ा प्रदर्शन करेंगे.

mbbs students protest in karnal bond policy Haryana Bond Policy Controversy in Haryana
बॉन्ड पॉलिसी विवाद को लेकर एमबीबीएस छात्रों का धरना.

एमबीबीएस छात्रों का कहना है कि कई दौर की बातचीत के बाद भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकल रहा है. उन्होंने कहा कि जब भी शहर में मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री या फिर कोई मंत्री किसी प्रोग्राम में आते हैं, तो प्रशासन उन्हें मिलने नहीं देता है. छात्रों ने दोहराया कि उनकी बात नहीं मानने तक वे इसी तरह से जिला सचिवालय के सामने धरने पर बैठे रहेंगे.

mbbs students protest in karnal bond policy Haryana Bond Policy Controversy in Haryana
आंदोलन कर रहे एमबीबीएस छात्रों को मंगलवार को 50 दिन पूरे हो जाएंगे.

पढ़ें: बॉन्ड पॉलिसी विवाद: वार्षिक परीक्षाओं का ​बहिष्कार करेंगे एमबीबीएस विद्यार्थी

छात्रों की मुख्य मांगें-

1. सरकारी कॉलेज से पास आउट छात्रों के लिए सिर्फ एक साल सरकारी अस्पताल में नौकरी का प्रावधान हो.

2. डिग्री पूरी होने के दो महीने में एमबीबीएस छात्र को पोस्टिंग दी जाए, ऐसा नहीं होने पर छात्र को बॉन्ड से मुक्त किया जाए.

3. कोई छात्र नौकरी जॉइन नहीं करता है तो बॉन्ड उल्लंघन की राशि अधिकतम 10 लाख होनी चाहिए.

4. बैंक द्वारा छात्र के नाम पर लोन उस स्थिति में सेक्शन किया जाना चाहिए, जब वह सरकारी पोस्टिंग को ठुकराता है.

5. छात्र को अगर पीजी, एमडी, एमएस में दाखिला मिल जाता है तो उसे कोर्स पूरा करने के बाद सेवा पूरी करने की अनुमति दी जाए.

पढ़ें: बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में सड़क पर MBBS स्टूडेंट्स, गांवों तक निकाली जागरुकता रैली

करनाल: शहर में बॉन्ड पॉलिसी को लेकर एमबीबीएस छात्रों (mbbs students protest in karnal) का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. प्रदर्शनकारी छात्रों को 49 दिन हो गए हैं. एमबीबीएस छात्र जिला सचिवालय के सामने बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों की सरकार से कई दौर की बातचीत हो चुकी है, इसके बावजूद पॉलिसी (bond policy Haryana) को लेकर दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई है. हालांकि छात्र मांगें नहीं माने जाने तक प्रदर्शन जारी रखने का दावा कर रहे हैं. प्रदर्शन के 50वें दिन छात्र सरकार को जगाने के लिए करनाल में बड़ा प्रदर्शन करेंगे.

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बॉन्ड पॉलिसी विवाद को लेकर एमबीबीएस छात्रों का धरना.

एमबीबीएस छात्रों का कहना है कि कई दौर की बातचीत के बाद भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकल रहा है. उन्होंने कहा कि जब भी शहर में मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री या फिर कोई मंत्री किसी प्रोग्राम में आते हैं, तो प्रशासन उन्हें मिलने नहीं देता है. छात्रों ने दोहराया कि उनकी बात नहीं मानने तक वे इसी तरह से जिला सचिवालय के सामने धरने पर बैठे रहेंगे.

mbbs students protest in karnal bond policy Haryana Bond Policy Controversy in Haryana
आंदोलन कर रहे एमबीबीएस छात्रों को मंगलवार को 50 दिन पूरे हो जाएंगे.

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छात्रों की मुख्य मांगें-

1. सरकारी कॉलेज से पास आउट छात्रों के लिए सिर्फ एक साल सरकारी अस्पताल में नौकरी का प्रावधान हो.

2. डिग्री पूरी होने के दो महीने में एमबीबीएस छात्र को पोस्टिंग दी जाए, ऐसा नहीं होने पर छात्र को बॉन्ड से मुक्त किया जाए.

3. कोई छात्र नौकरी जॉइन नहीं करता है तो बॉन्ड उल्लंघन की राशि अधिकतम 10 लाख होनी चाहिए.

4. बैंक द्वारा छात्र के नाम पर लोन उस स्थिति में सेक्शन किया जाना चाहिए, जब वह सरकारी पोस्टिंग को ठुकराता है.

5. छात्र को अगर पीजी, एमडी, एमएस में दाखिला मिल जाता है तो उसे कोर्स पूरा करने के बाद सेवा पूरी करने की अनुमति दी जाए.

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