करनाल: शहर में बॉन्ड पॉलिसी को लेकर एमबीबीएस छात्रों (mbbs students protest in karnal) का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. प्रदर्शनकारी छात्रों को 49 दिन हो गए हैं. एमबीबीएस छात्र जिला सचिवालय के सामने बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों की सरकार से कई दौर की बातचीत हो चुकी है, इसके बावजूद पॉलिसी (bond policy Haryana) को लेकर दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई है. हालांकि छात्र मांगें नहीं माने जाने तक प्रदर्शन जारी रखने का दावा कर रहे हैं. प्रदर्शन के 50वें दिन छात्र सरकार को जगाने के लिए करनाल में बड़ा प्रदर्शन करेंगे.
एमबीबीएस छात्रों का कहना है कि कई दौर की बातचीत के बाद भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकल रहा है. उन्होंने कहा कि जब भी शहर में मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री या फिर कोई मंत्री किसी प्रोग्राम में आते हैं, तो प्रशासन उन्हें मिलने नहीं देता है. छात्रों ने दोहराया कि उनकी बात नहीं मानने तक वे इसी तरह से जिला सचिवालय के सामने धरने पर बैठे रहेंगे.
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छात्रों की मुख्य मांगें-
1. सरकारी कॉलेज से पास आउट छात्रों के लिए सिर्फ एक साल सरकारी अस्पताल में नौकरी का प्रावधान हो.
2. डिग्री पूरी होने के दो महीने में एमबीबीएस छात्र को पोस्टिंग दी जाए, ऐसा नहीं होने पर छात्र को बॉन्ड से मुक्त किया जाए.
3. कोई छात्र नौकरी जॉइन नहीं करता है तो बॉन्ड उल्लंघन की राशि अधिकतम 10 लाख होनी चाहिए.
4. बैंक द्वारा छात्र के नाम पर लोन उस स्थिति में सेक्शन किया जाना चाहिए, जब वह सरकारी पोस्टिंग को ठुकराता है.
5. छात्र को अगर पीजी, एमडी, एमएस में दाखिला मिल जाता है तो उसे कोर्स पूरा करने के बाद सेवा पूरी करने की अनुमति दी जाए.
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