करनाल: दादूपुर गांव में फर्जी खरीद केंद्र मामले को उजागर हुए 2 हफ्ते से ज्यादा का वक्त बीत गया है. आरोपी आढ़ती के खिलाफ मामला दर्ज करने और उसका लाइसेंस 7 दिन रद्द करने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज बीजेपी नेताओं, मार्केट कमेटी के सदस्यों और किसानों ने करनाल में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बटला से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा.
मुलाकात में उन्होंने आरोप लगाया कि जांच के नाम पर मामले को लटकाया डा रहा है. 25 अप्रैल को ये मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में डाल दिया गया था. जिसके बाद आरोपी आढ़ती के खिलाफ केस तो दर्ज कर लिया गया, लेकिन इसमें दूसरे दोषी कर्मचारी और अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
शिकायतकर्ता सोहन सिंह ने कहा कि वो मामले की शिकायत करने वाले हैं, लेकिन उन्हें 2 हफ्ते बाद भी जांच में शामिल होने के लिए नहीं बुलाया गया है. कई दिनों से जांच के आदेश उपमंडल अधिकारी को दिए जा चुके हैं, लेकिन जांच आज तक शुरू नहीं हुई है.
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वहीं मार्केट कमेटी के सदस्य सतपाल जैन ने कहा कि जिस मंडी सुपरवाइजर और इंस्पेक्टर के खिलाफ शिकायत दी गई है वो अभी तक अपनी सीट पर जमे हुए हैं, फिर उनके खिलाफ निष्पक्ष जांच कैसे होगी ? यही नहीं ये अधिकारी पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया जा चुका है और पिछले 20 सालों से एक ही जगह पर तैनात है.
क्या है मामला?
दादूपुर गांव में जुंडला अनाज मंडी के एक आढ़ती की ओर से फर्जी खरीद केंद्र स्थापित करने का मामला सामने आया था. आरोपी आढ़ती ने दादूपुर गांव में बिना अनुमति के फर्जी खरीद केंद्र बनाकर बड़ी मात्रा में किसान की गेहूं खरीद की गई थी. इस दौरान ना तो वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया था और ना ही माप तोल के नियमों का ध्यान रखा गया था. इसके साथ-साथ मार्केट फीस को भी चुना लगाया जा रहा था. मामला सामने आने के बाद आढ़ती के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जबकि मार्केट कमेटी ने आरोपी आढ़ती का लाइसेंस 1 हफ्ते के लिए रद्द कर दिया था.