ETV Bharat / state

जानिए एक ऐसे गधे की कहानी, जिसने मालिक का नाम प्रदेश में कर दिया है रोशन - discovery channel

देखो गधे की तरह चल रहा है... फलां तो गधा है, उसका कुछ नहीं हो सकता... ये तमाम वाक्य या तो आपने खुद बोले होंगे, नहीं तो सुने तो जरूर होंगे...

गधे ने किया कारनामा
author img

By

Published : Feb 13, 2019, 11:06 PM IST

करनाल: देखो गधे की तरह चल रहा है... फलां तो गधा है, उसका कुछ नहीं हो सकता... ये तमाम वाक्य या तो आपने खुद बोले होंगे, नहीं तो सुने तो जरूर होंगे...

आमतौर पर समाज में गधे को एक ऐसे नैरेटिव के रूप में देखा जाता है, जिसका मतलब या इशारा नेगेटिव चीजों की तरफ होता है. मसलन अगर किसी इंसान ने कोई अप्रिय काम कर दिया, तो उसे गधा करार दे दिया जाता है. इसी तरह अगर कोई बच्चा पढ़ाई में कमजोर है, तो भी उसे बहुत ही आसानी के साथ गधा कहकर संबोधित किया जाता है.

इसके अलावा उस गधे ने तो मैच हरवाया दिया, उस एक गधे की वजह से पूरी फिल्म बेकार हो गई. व्गैरह- व्गैरह...

लेकिन हरियाणा के करनाल से एक ऐसी खबर सामने आ रही है, जिसे पढ़कर और देखकर आप भी कहेंगे कि हां वास्तव में गधे के लिए बन चुका लोगों का मनोविज्ञान पूरी तरह से बेमानी है, आधारहीन है.

undefined
गधे ने किया कारनामा
गधे ने किया कारनामा

undefined
जी हां, दरअसल इस गधे ने समूचे हरियाणा प्रदेश में अपने मालिक का नाम रोशन कराया है. हम बात कर रहे हैं करनाल के गांव जैनपुर साधान स्थित डेरा की. यहां के निवासी अहसान मोहम्मद व उसका बेटा रिजवान पशुपालक हैं. इनके पालतु पशुओं ने पूरे हरियाणा में इनका नाम चमकाने का काम किया हुआ है.


मिली जानकारी के मुताबिक इनका पोइटु नस्ल का डंकी स्टेलियन (नर गधा) राज्य पशुधन exhibiton में (अश्व जातीय पशु श्रेणी) लगातार दो साल से, हरियाणा राज्य में पहला स्थान हासिल कर रहा है.
इस बार झज्जर में 21 से 23 दिंसबर को आयोजित 36वीं राज्य पशुधन प्रदर्शनी में डंकी स्टेलियन (नर गधा) व इसी प्रजाति की डंकी मेयर (मादा गधा) ने भी अव्वल दर्जा हासिल किया है.
पशुपालक अपने घर प्रांगण में ही बरामदा व झोपडियां बनाकर अपने पशुओं को रखता है, इन्होंने कई प्रजाति के गधे, घोड़े, बकरियां व हरियाणा नस्ल की देसी गायें आदि पालतु पशु रखे हुए हैं और परिवार के सदस्य अपने पशुओं की देखभाल व सेवा करते हैं.

देखें वीडियो
undefined


आपको बता दें कि 27 से 29 अक्तुबर 2017 को पशु पालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा की जानिब से झज्जर में स्वर्ण जयंती राज्य पशुधन प्रदर्शनी आयोजित की गई थी, जिसमें वे अपने पोइटु प्रजाति के डंकी स्टेलियन (नर गधा) को लेकर पहुंचे थे. प्रतियोगिता में भाग लेकर अश्व जातीय पशु श्रेणी में उनके इस प्रजाति के पशु ने प्रथम स्थान प्राप्त किया था और झज्जर में दिंसबर 2018 में आयोजित 36वीं राज्य पशुधन प्रदर्शनी में पोइटु प्रजाति के डंकी स्टेलियन (नर गधा) व इसी प्रजाति के डंकी मेयर (मादा गधा) ने प्रथम स्थान प्राप्त करने पर 11000 रूपये का इनाम जीता है.

करनाल: देखो गधे की तरह चल रहा है... फलां तो गधा है, उसका कुछ नहीं हो सकता... ये तमाम वाक्य या तो आपने खुद बोले होंगे, नहीं तो सुने तो जरूर होंगे...

आमतौर पर समाज में गधे को एक ऐसे नैरेटिव के रूप में देखा जाता है, जिसका मतलब या इशारा नेगेटिव चीजों की तरफ होता है. मसलन अगर किसी इंसान ने कोई अप्रिय काम कर दिया, तो उसे गधा करार दे दिया जाता है. इसी तरह अगर कोई बच्चा पढ़ाई में कमजोर है, तो भी उसे बहुत ही आसानी के साथ गधा कहकर संबोधित किया जाता है.

इसके अलावा उस गधे ने तो मैच हरवाया दिया, उस एक गधे की वजह से पूरी फिल्म बेकार हो गई. व्गैरह- व्गैरह...

लेकिन हरियाणा के करनाल से एक ऐसी खबर सामने आ रही है, जिसे पढ़कर और देखकर आप भी कहेंगे कि हां वास्तव में गधे के लिए बन चुका लोगों का मनोविज्ञान पूरी तरह से बेमानी है, आधारहीन है.

undefined
गधे ने किया कारनामा
गधे ने किया कारनामा

undefined
जी हां, दरअसल इस गधे ने समूचे हरियाणा प्रदेश में अपने मालिक का नाम रोशन कराया है. हम बात कर रहे हैं करनाल के गांव जैनपुर साधान स्थित डेरा की. यहां के निवासी अहसान मोहम्मद व उसका बेटा रिजवान पशुपालक हैं. इनके पालतु पशुओं ने पूरे हरियाणा में इनका नाम चमकाने का काम किया हुआ है.


मिली जानकारी के मुताबिक इनका पोइटु नस्ल का डंकी स्टेलियन (नर गधा) राज्य पशुधन exhibiton में (अश्व जातीय पशु श्रेणी) लगातार दो साल से, हरियाणा राज्य में पहला स्थान हासिल कर रहा है.
इस बार झज्जर में 21 से 23 दिंसबर को आयोजित 36वीं राज्य पशुधन प्रदर्शनी में डंकी स्टेलियन (नर गधा) व इसी प्रजाति की डंकी मेयर (मादा गधा) ने भी अव्वल दर्जा हासिल किया है.
पशुपालक अपने घर प्रांगण में ही बरामदा व झोपडियां बनाकर अपने पशुओं को रखता है, इन्होंने कई प्रजाति के गधे, घोड़े, बकरियां व हरियाणा नस्ल की देसी गायें आदि पालतु पशु रखे हुए हैं और परिवार के सदस्य अपने पशुओं की देखभाल व सेवा करते हैं.

देखें वीडियो
undefined


आपको बता दें कि 27 से 29 अक्तुबर 2017 को पशु पालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा की जानिब से झज्जर में स्वर्ण जयंती राज्य पशुधन प्रदर्शनी आयोजित की गई थी, जिसमें वे अपने पोइटु प्रजाति के डंकी स्टेलियन (नर गधा) को लेकर पहुंचे थे. प्रतियोगिता में भाग लेकर अश्व जातीय पशु श्रेणी में उनके इस प्रजाति के पशु ने प्रथम स्थान प्राप्त किया था और झज्जर में दिंसबर 2018 में आयोजित 36वीं राज्य पशुधन प्रदर्शनी में पोइटु प्रजाति के डंकी स्टेलियन (नर गधा) व इसी प्रजाति के डंकी मेयर (मादा गधा) ने प्रथम स्थान प्राप्त करने पर 11000 रूपये का इनाम जीता है.

NEWS BY : SANJEET CHOUDHARY, SONIPAT
SLUG_HELICOPTER_ME_AAYA_DULHA
FEED PATH MAIL LINKS

एंकर - गोहाना के गांव हसनगढ़ निवासी सतबीर यादव की बेटी संतोष की डोली की विदाई हेलीकॉप्टर में हुई। गांव में हेलीकॉप्टर उतारने के बाद उसे देखने वालों का तांता लग गया और सब कोई संतोष हेलीकॉप्टर में बैठकर जब उड़ी तो दिखाई देने तक हेलीकॉप्टर को ही देखते रहे। गांव में संतोष की शादी चर्चा का विषय भी बन गई वर पक्ष ने दहेज में मात्र एक रुपये का शगुन लिया
वि ओ :- गौतलब है की हसनगढ़ निवासी सतबीर का परिवार बीपीएल श्रेणी में आता है। उसकी बेटी संतोष राजस्थान की राजधानी जयपुर में अपने ताऊ के बेटे के पास बीए तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रही है। सतबीर ने हांसी जिले के गांव रामपुरा में सतबीर के बेटे संजय के साथ शादी तय कर रखी थी। संतोष व संजय दोनों ही विवाह सूत्र में बंध गए। संजय अपनी विवाहिता संतोष को लेने के लिए हेलीकॉप्टर में बारात लेकर आया। उसके साथ पिता के अलावा तीन सदस्य और मौजूद रहे। 
वि ओ :- लड़के संजय के पिता सतबीर के पास मात्र तीन एकड़ जमीन थी। जिसमें से आधा एकड़ जमीन दिल्ली-हांसी सड़क के चौड़ीकरण में चली गई थी। जिसमें सरकार ने आधा एकड़ अधिग्रहण कर उसका 35 लाख रुपये मुआवजा सतबीर को दिया था। सतबीर ने उसी दिन मन बना लिया था कि वह अपने बेटे की दुल्हन को हेलीकॉप्टर में लेकर आएगा। जिस को लेकर उसने अपने एक लोते बेटे के लिए एक बीपीएल परिवार की लड़की देखर रिस्ता किया और हेलीकॉटर बुक करने के लिए उसने करीब तीन महीने तक मेहनत करनी पड़ी इसके लिए सतबीर ने हिसार में उच्च अधिकारियो से लेकर फायर बिर्गेड व् पुलिस की परमिशन लेनी पड़ी जिस के लिए उनके करीब तीन लाख रुपए खर्च कर दिया और परमिशन मिलने के बाद उसने एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर को एक लाख रुपए प्रति घंटे के हिसाब से बुक किया था आज उसे खुसी है की उसका बेटा अपनी बहु को हेलीकॉप्टर से अपने घर लेकर जा रहा है 
बाईट - सतबीर लड़के के पिता 
वि ओ :- वही लकड़ी संतोष के पिता सतबीर ने बताया की वो और उसकी पत्नी गोहाना में मेहनत मजदूरी का काम करते है कभी सपने में भी नहीं सोचा था की उनकी बेटी की इस तरहे से शादी होगी और उनकी बेटी हेलीकॉप्टर में बैठकर विदा होगी उनके गांव में पहली बार हेलीकॉप्टर आया है उनकी बेटी की शादी को देखने के लिए उनके गांव के साथ साथ आस पास के कई गांव के लोग पहुंचे है और शादी का सारा खर्च लड़के वालो ने किया है 
बाईट - सतबीर लड़की के पिता 
बाईट -राकेश लड़की के परिजन 
वि ओ :- वही इस शादी से लड़का लड़की दोनों खुस है और लड़के संजय की माने तो उनके पिता का ये सपना था जो आज पूरा हो रहा है 
बाईट - संजय लड़का & संतोष लड़की 
वि ओ :- गांव में हेलीकापटर के उतरने के बाद उससे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और ग्रामीणों के साथ बच्चे व महिलाएं भी पहुंच गई संतोष के हेलीकॉप्टर में बैठकर विदा होने के बाद भी लोग आसमान में उड़ते हुए हेलीकॉप्टर को तब तक देखते रहे, जब तक वह दिखाई देना बंद नहीं हुआ 


ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.