करनाल: निर्भया के दोषियों को फांसी दिए जाने पर करनाल जिले की तमाम महिलाओं से ईटीवी भारत की टीम ने बातचीत की. उन्होंने कहा कि न्याय हुआ है और महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये एक एतिहासिक कदम है. महिलाओं ने कहा कि महिला सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया जाए और समानता व अवसर पर जोर दिया जाए.
निर्भया के दोषियों को फांसी के बाद युक्ति भावना ने इस पर खुशी जताई और कहा कि मैं इस दिन का अभिवादन करती हूं कि आखिरकार निर्भया को न्याय मिला चाहे देरी से मिला. निर्भया कांड के दोषियों को फांसी की सजा हर अपराधी के लिए एक संदेश है कि 1 दिन कानून उसको पकड़ लेगा.
निर्भया मामले के दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद महिला मोनिका कपूर ने कहा कि आज एक उदाहरण पेश किया गया है, लेकिन ऐसा पहले भी किया जा सकता था. अब ऐसे लोगों को पता है कि उन्हें सजा दी जाएगी, बेशक तारीख आगे बढ़ सकती है, लेकिन सजा मिलेगी.
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एक महिला ने बताया कि ये एक ऐतिहासिक दिन है. निर्भया को 7 साल बाद न्याय मिला है और आज उसकी आत्मा को शांति मिली होगी. देश में ऐसे अपराध करने वाले अपराधियों को एक कड़ा संदेश दिया गया है कि अगर किसी ने ऐसा अपराध किया तो उसे फांसी दी जाएगी.
कुल मिलाकर निर्भया के दोषियों को फांसी की सजा मिलने से महिलाओं में आज खुशी की लहर है. वहीं देखना होगा कि सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए जो भी कदम उठाए जा रहे हैं वो धरातल पर कितना सही साबित होंगे, ताकि आने वाले समय में दूसरा निर्भया जैसा कांड ना हो सके.