करनाल: करनाल के इंद्री की सिएना चोपड़ा अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो फतह करने के लिए 21 जनवरी को मुम्बई से रवाना हुई थी. सिएना चोपड़ा की उम्र महज 6 साल है. उसने 22 जनवरी को अपने पिता के साथ मउसी टाउन से चढ़ाई शुरू की. इस दौरान उसका लक्ष्य अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी को फतह करना था, जिसकी ऊंचाई 19,341 फीट है. तेज तूफान के कारण उसे 17 हजार फीट पर ही भारत का तिरंगा फहराना पड़ा.
पर्वतारोहण के क्षेत्र में नए कीर्तिमान को स्थापित करने जा रही सिएना चोपड़ा का लक्ष्य 26 जनवरी को 19,341 फीट ऊंचाई पर तिरंगा लहराना था. जब सिएना माउंट किलिमंजारो को फतह करने के लिए 13 हजार फीट पर पहुंची, उसी समय से तेज हवाओं के थपेड़े पड़ने शुरू हो गए थे, जिससे चढ़ाई मुश्किल हो रही थी. इसके बावजूद सिएना चोपड़ा ने हिम्म्मत के साथ चढ़ाई को जारी रखा और तिरंगा लेकर आगे बढ़ती रही.
जब सिएना चोपड़ा 26 जनवरी को 17 हजार फीट पर पहुंची तभी तेज तूफान आना शुरू हो गया. जिसके बाद उन्होंने वहीं पर तिरंगा फहराकर मिशन माउंट किलीमन्जारो को पूरा किया. मिशन किलिमंजारो के लिए हरियाणा की महिला व बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा व सांसद नायाब सैनी ने सिएना चोपड़ा को भारत का ध्वज प्रदान किया था. अब सिएना चोपड़ा शुक्रवार को अपने अगले मिशन अफ्रीका की पांचवीं सबसे ऊंची चोटी माउंट मेरु को फतह करने के लिए निकल गई है.