ETV Bharat / state

अधिकारियों ने किया कोरोना की दूसरी लहर से 'जंग' का दावा, स्थानीय लोगों ने खोली पोल - second wave Covid-19 Karnal

करनाल में कोरोना संक्रमण एक बार फिर से तेजी से बढ़ने लगा है. इस बीच करनाल का स्वास्थ्य विभाग दावा कर रहा है कि हमने दूसरी लहर से जंग की पूरी तैयारी कर ली है. वहीं लोगों ने अधिकारियों के दावे की पोल खोल दी.

Kalpana Chawla Medical College Karnal
Kalpana Chawla Medical College Karnal
author img

By

Published : Apr 10, 2021, 4:11 PM IST

करनाल: भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर शुरू हो गई है. हरियाणा में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में ईटीवी भारत हरियाणा ने करनाल के प्रमुख अस्पताल का जायजा लिया और ये जाना कि क्या अस्तपाल में कोरोना मरीजों के पर्याप्त बेड की व्यवस्था है या नहीं. ईटीवी की टीम ने ये भी जाना कि करनाल प्रशासन ने इस दूसरी लहर को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं. यहां के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में फिलहाल 250 बेड कोरोना मरीजों के लिए हैं. 500 और बेड अलग से उपलब्ध हैं जिन्हें जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल में लाया जाएगा.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में भी बेकाबू हो रहा है कोरोना, अप्रैल में ऐसे पकड़ी रफ्तार

हालांकि विभाग को अभी तक अतिरिक्त बेड्स की जरूरत नहीं बड़ी है. अस्तपाल में 50 ऐसे बेड़ हैं, जो आईसीयू वाले हैं. उन पर 8 कोरोना मरीज वेंटिलेटर पर हैं. जबकि 30 मरीज ऑक्सीजन बेड पर रखे गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि जरूरत पड़ी तो आइसोलेशन वार्ड और बेड्स की संख्या बढ़ा दी जाएगी. दूसरी लहर को लेकर उनकी तैयारियां पूरी हैं.

अधिकारियों ने किया कोरोना की दूसरी लहर से 'जंग' का दावा, स्थानीय लोगों ने खोली पोल

सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना का इलाज फ्री में किया जाता है, जबकि प्राइवेट हॉस्पिटल में फीस निर्धारित की हुई है. अगर कोई ऐसा मामला या शिकायत आती है कि प्राइवेट हॉस्पिटल ज्यादा पैसे वसूल रहा है. तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सीएमओ ने कहा कि जिले में वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से चल रहा है. जिससे कोरोना की रोकथाम में काफी आसानी होगी.

वहीं स्थानीय निवासियों से जब बात की गई तो उन्होंने अधिकारियों के दावों को सिरे से नकार दिया. एक शख्स ने बताया कि उनका परिजन कोरोना पॉजिटिव हो गया था. उन्होंने उसका इलाज प्राइवेट अस्पताल में करवाया. जिसने मनमानी करते हुए लगभग 4 लाख का बिल बना दिया. स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ऐसे असप्तालों पर कोई कार्रवाई नहीं करता.

ये भी पढ़ें- जानिए कोरोना की दूसरी लहर से 'जंग' के लिए कितना तैयार है गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग

वह एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि कोरोना के इलाज कराने के लिए जब वो सरकारी अस्पताल में जाते हैं तो वहां व्यवस्था ठीक नहीं होती, इसलिए ज्यादातर लोग प्राइवेट हॉस्पिटल का रुख करते हैं, लेकिन प्राइवेट हॉस्पिटल इसका फायदा उठाते हैं और ज्यादा बिल बनाते हैं. करनाल में 8 अप्रैल तक 2 लाख 79 हजार 158 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं. इनमें से 2 लाख 60 हजार 311 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. 16 हजार 233 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. वहीं 177 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है. जिले में 8 अप्रैल तक 2017 एक्टिव केस हैं. 14 हजार 40 मरीज ठीक होकर अपने घर चले गए हैं.

करनाल: भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर शुरू हो गई है. हरियाणा में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में ईटीवी भारत हरियाणा ने करनाल के प्रमुख अस्पताल का जायजा लिया और ये जाना कि क्या अस्तपाल में कोरोना मरीजों के पर्याप्त बेड की व्यवस्था है या नहीं. ईटीवी की टीम ने ये भी जाना कि करनाल प्रशासन ने इस दूसरी लहर को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं. यहां के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में फिलहाल 250 बेड कोरोना मरीजों के लिए हैं. 500 और बेड अलग से उपलब्ध हैं जिन्हें जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल में लाया जाएगा.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में भी बेकाबू हो रहा है कोरोना, अप्रैल में ऐसे पकड़ी रफ्तार

हालांकि विभाग को अभी तक अतिरिक्त बेड्स की जरूरत नहीं बड़ी है. अस्तपाल में 50 ऐसे बेड़ हैं, जो आईसीयू वाले हैं. उन पर 8 कोरोना मरीज वेंटिलेटर पर हैं. जबकि 30 मरीज ऑक्सीजन बेड पर रखे गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि जरूरत पड़ी तो आइसोलेशन वार्ड और बेड्स की संख्या बढ़ा दी जाएगी. दूसरी लहर को लेकर उनकी तैयारियां पूरी हैं.

अधिकारियों ने किया कोरोना की दूसरी लहर से 'जंग' का दावा, स्थानीय लोगों ने खोली पोल

सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना का इलाज फ्री में किया जाता है, जबकि प्राइवेट हॉस्पिटल में फीस निर्धारित की हुई है. अगर कोई ऐसा मामला या शिकायत आती है कि प्राइवेट हॉस्पिटल ज्यादा पैसे वसूल रहा है. तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सीएमओ ने कहा कि जिले में वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से चल रहा है. जिससे कोरोना की रोकथाम में काफी आसानी होगी.

वहीं स्थानीय निवासियों से जब बात की गई तो उन्होंने अधिकारियों के दावों को सिरे से नकार दिया. एक शख्स ने बताया कि उनका परिजन कोरोना पॉजिटिव हो गया था. उन्होंने उसका इलाज प्राइवेट अस्पताल में करवाया. जिसने मनमानी करते हुए लगभग 4 लाख का बिल बना दिया. स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ऐसे असप्तालों पर कोई कार्रवाई नहीं करता.

ये भी पढ़ें- जानिए कोरोना की दूसरी लहर से 'जंग' के लिए कितना तैयार है गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग

वह एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि कोरोना के इलाज कराने के लिए जब वो सरकारी अस्पताल में जाते हैं तो वहां व्यवस्था ठीक नहीं होती, इसलिए ज्यादातर लोग प्राइवेट हॉस्पिटल का रुख करते हैं, लेकिन प्राइवेट हॉस्पिटल इसका फायदा उठाते हैं और ज्यादा बिल बनाते हैं. करनाल में 8 अप्रैल तक 2 लाख 79 हजार 158 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं. इनमें से 2 लाख 60 हजार 311 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. 16 हजार 233 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. वहीं 177 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है. जिले में 8 अप्रैल तक 2017 एक्टिव केस हैं. 14 हजार 40 मरीज ठीक होकर अपने घर चले गए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.