करनालः जिले में हाल ही में हुई भारी बरसात और ओलावृष्टि के कारण खराब हुई फसलों के मुआवजे को लेकर सरकार की अनदेखी से नाराज किसानों ने जिला लघु सचिवालय पहुंच सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन और नारेबाजी किया. इस दौरान किसानों ने एसडीएम करनाल को सौंपा ज्ञापन.
बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल
जिले में पिछले दिनों भारी बरसात और ओलावृष्टि के कारण बहुत से किसानों की फसल तबाह हो चुकी है. जिसके बाद सरकार द्वारा जल्द गिरदावरी ना किये जाने से किसानों में गुस्सा पनप रहा है. जिसके चलते मंगलवार को जिले भर के कई किसान इक्कठा हो लघु सचिवालय पहुंचे, जहां उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया.
किसानों ने हाथों में बैनर लेकर जुलूस की शक्ल में उनके साथ हो रहे अन्याय को लेकर रोष व्यक्त किया. इसके बाद किसानों ने करनाल के एसडीएम नरेंद्र पाल मलिक को ज्ञापन सौंपा.
स्पेशल गिरदावरी में हो रही देरी
किसानों और किसान यूनियन के प्रधान ने बताया कि इस महीने की 14 तारीख को करनाल में 1:30 फुट के करीब हुई ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलें तबाह हो चुकी हैं. गेहूं में बलिया काली पड़ चुकी है और दाना नष्ट हो चुका है. सरकार द्वारा अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाया गया है. किसी स्पेशल गिरदावरी के आदेश भी नहीं दिए गए हैं.
देरी से गिरदावरी से नुकसान - किसान
यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री द्वारा कहा गया था कि गिरदावरी की जा रही है और मुआवजा दिया जाएगा इस पर किसानों का कहना है कि धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा है. ना कि कोई पटवारी या कोई और अधिकारी खेतों या गांव में आया है. यह सब बातें हवा में हैं या खाली कागजों में हो रही है. किसानों ने सरकार से जल्द गिरदावरी कराने की मांग की है, उन्होंने कहा है कि अगर बाद में गिरदावरी की गई तो उसमें किसानों का नुकसान होगा.
ये् भी पढ़ेंः- यमुनानगर: पैसे के लेनदेन के चलते 67 साल के बुजुर्ग ने की आत्महत्या