करनाल: ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ऐलान किया गया है. करनाल में इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल का कुछ ज्यादा असर देखने को नहीं मिला. रोडवेज कर्मचारी विभाग ने हड़ताल कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला. लेकिन इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल का कोई खास असर देखने को नहीं मिला.
करनाल में बेअसर रही राष्ट्रव्यापी हड़ताल
हड़ताल बेअसर रहने के कारण बरसात का होना और फिर यूनियन में आपसी फूट चलते हड़ताल कमजोर हुआ. आपको बता दें कि सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले आज हड़ताल के लिए पिछले कई दिनों से विभागों के कर्मचारी हड़ताल की तैयारियों में जुटे हुए थे. वही आज बीती रात से चल रही लगातार बारिश ने कर्मचारियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया.
इस कारण बेअसर रही हड़ताल
वहीं यूनियनों के कई धड़े बनने से जागृत हुई आपसी फूट और तालमेल ना बनने से हड़ताल का कुछ खास असर शहर में देखने को नहीं मिला. वही हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों की कई मांगो को लेकर सहमति सरकार के साथ बनती हुई दिखी, जससे हरियाणा रोडवेज की बसें सड़क पर चलती हुई नजर आई.
ये भी जाने- पानीपतः फिरौती के पैसे नहीं मिले तो किडनैपर्स ने कर दी छात्र की हत्या
संघ के सचिव महेंद्र गौड़ ने बताया कि अन्य संघ और यूनियन द्वारा कर्मचारी हित में मांगो की बात ना कर के अपने हित की मांगों की बात कर रहे है. जिस कारण से आपसी तालमेल नही बन पाया. उन्होंने कहा कि आज की हड़ताल विफल है. कोई भी खाली पोस्टर या बैनर लगाने से हड़ताले नही हुआ करती है.
गुहला चीका में दिखा हड़ताल का ज्यादा असर
आपको बता दें कि गुहला चीका को छोड़कर कर्मचारियों का देशव्यापी हड़ताल का असर मिलाजुला देखने को मिला. करनाल में इस हड़ताल को लेकर धारा 144 लगा दिया गया था. तो वहीं रोहतक के इस हड़ताल में बैंक कर्मी शामिल नहीं हुए. वहीं जींद में इस हड़ताल को कोई खास असर देखने को नहीं मिला. वहां बसे सामान्य रूप से चलती रही. लेकिन गुहला चीका में सरकारी विभाग से लेकर हर विभाग के कर्मचारी इस देशव्यापी हड़ताल में शामिल हुए थे.