करनाल: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के बारहवीं कक्षा के परिणामों में करनाल की जसमीत कौर ने 497 अंक प्राप्त करके प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है. हरियाणा में 12वीं की परीक्षा में प्रदेश में दूसरे नंबर पर आने से जहां जसमीत कौर और उसका परिवार खुशी मना रहा है तो स्कूल का स्टाफ भी अपनी छात्रा की इस उपलब्धि को लेकर बेहद खुश है. जसमीत कौर को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. इस मौके पर स्कूल के स्टाफ ने भी जसमीत कौर को मिठाई खिलाकर शुभकामनाएं दी. जसवीर कौर भविष्य में चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहती हैं.
छात्रा जसमीत कौर ने बताया कि उसको उम्मीद नहीं थी कि वह हरियाणा में दूसरे नंबर पर आएगी. क्योकि करोनाकाल में उसकी पढ़ाई काफी प्रभावित हुई थी. ऑनलाइन क्लास में कुछ समझ में आता था तो कुछ समझ में नहीं आता था. जिसके चलते उसे डर था कि फाइनल एग्जाम में अच्छे से तैयारी नहीं हो पाएगी. उसके बावजूद भी वह अध्यापकों के कहने के अनुसार पढ़ाई कर रही थी और हर रोज अपना स्कूल का काम करती रही. जिसके चलते ही उसने प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है.
जसमीत कौर एक गरीब परिवार की बेटी है. जिसके पिता हरविंदर पाल ड्राइवर हैं. जिसके चलते उसके परिवार की आर्थिक स्थिति भी कुछ ज्यादा अच्छी नहीं है. वहीं जसमीत कौर की माता मनजीत कौर करनाल के ही एक प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं. उसके परिवार की आर्थिक स्थिति का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि जसमीत कौर ने 12वीं के पेपर देने के बाद एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी की थी ताकि उसके परिवार का गुजारा अच्छे से चलता रहे.
जसमीत कौर ने बताया कि प्रदेश में दूसरे नंबर का स्थान मिलने के पीछे सिर्फ उसकी मेहनत नहीं है बल्कि उसके टीचर और अभिभावकों की भी मेहनत है. उन्होंने कहा कि उनके स्कूल के टीचर के मार्गदर्शन के चलते उन्होंने आज यह मुकाम हासिल किया है. उन्होंने 16 से लेकर 18 घंटे तक अपनी पढ़ाई की और प्रदेश में दूसरे नंबर पर आई. उन्होंने बताया कि जो भी होमवर्क स्कूल में मिलता था, उसको वह घर जाकर हर दिन पूरा करती थी ताकि वह पढ़ाई में अच्छा परिणाम हासिल कर सके.
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जसमीत कौर भविष्य में चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहती हैं. इसीलिए उसने कॉमर्स संकाय लिया था. उन्होंने कहा कि मैंने मोबाइल से बिल्कुल परहेज नहीं किया लेकिन इसकी लत भी नहीं लगाई. मोबाइल को अपने स्कूल वर्क के लिए ही यूज किया है. जिसके बदौलत उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है. जसमीत कौर संत निक्का सिंह स्कूल करनाल में पढ़ाई करती थीं. इस संस्था में वह पिछले 12 साल से पढ़ रही है. जसमीत ने 500 में से 497 अंक हासिल किए हैं, जसमीत ने अकाउंट्स, बिजनेस स्टडी, कंप्यूटर में 100 में से 100 अंक हासिल किए हैं. जसमीत सीए बनना चाहती है और अपने परिजनों का नाम रोशन करना चाहती है.