करनाल: पहलवान खिलाड़ियों के तरफ से कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए जा रहे हैं जिसके चलते उनके ऊपर एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है. वहीं, बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों के समर्थन आज किसान संगठनों और खाप पंचायतों ने हरियाणा बंद बुलाया है. हालांकि, उत्तरी हरियाणा में हरियाणा बंद का कोई दिखाई नहीं दिखाई दे रहा है. सामान्य दिन के जैसे आज भी करनाल में रोजमर्रा के काम हो रहे हैं. करनाल में सभी मार्केट और दुकानें खुली हुई हैं.
करनाल में हरियाणा बंद का कोई असर नहीं: वहीं, ईटीवी भारत की टीम ने करनाल के रेलवे स्टेशन से जाकर पता किया कि हरियाणा बंद के चलते क्या कोई ट्रेन प्रभावित हुई है. पूछताछ केंद्र से पता चला है कि हरियाणा बंद के ऐलान के बाद किसी भी ट्रेन पर कोई भी असर नहीं पड़ा है. सभी ट्रेनें अपने समय पर आ जा रही हैं. वहीं ट्रेन में यात्रा करने वाले लोग भी भारी संख्या में करनाल रेलवे स्टेशन से रेल के जरिए आ रहे हैं और जा रहे हैं. कुल मिलाकर करनाल में हरियाणा बंद का कोई असर नहीं है.
करनाल में अधिकांश दुकानें खुली: वहीं, ईटीवी भारत की टीम ने करनाल के कई मुख्य बाजार का भी दौरा किया, वहां पर भी हर रोज की तरह सभी दुकानें और मार्केट खुली हुई हैं. अपने कामकाज से संबंधित भारी संख्या में लोग आ जा रहे हैं. हालांकि उम्मीद जताई जा रही थी कि पहलवानों की तरफ से जो हरियाणा बंद का ऐलान किया गया है, उसका प्रभाव सीएम सिटी करनाल में जरूर दिखेगा लेकिन करनाल में हरियाणा बंद का कोई भी असर दिखाई नहीं दे.
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पहलवानों के समर्थन में सभी खाप पंचायतें: वहीं, पिछले काफी समय से किसान संगठन भी पहलवानों के समर्थन में खड़े हुए हैं, ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा था कि किसान सड़कों पर उतर कर हरियाणा बंद के ऐलान पर करनाल बंद करने का काम करेंगे. लेकिन, आज कोई भी किसान संगठन या सामाजिक संगठन हरियाणा बंद के लिए सड़कों पर नहीं उतरा. जिसके चलते करनाल में हरियाणा बंद बेअसर रहा है. पहलवानों के समर्थन में सभी खाप पंचायतें भी आई हैं, जिन्होंने पहलवानों का समर्थन हरियाणा बंद में किया है. हालांकि खापों का भी ज्यादा प्रभाव उत्तरी हरियाणा में नहीं है, जिसके चलते यहां पर हरियाणा बंद का कोई प्रभाव नहीं दिखाई दे रहा है.
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बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग: अगर बात करें हरियाणा में काफी संख्या में अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन ज्यादातर पहलवान रोहतक, सोनीपत, झज्जर की तरफ से ही है. हरियाणा बंद करने का मुख्य उद्देश्य यह था कि हरियाणा बंद करके प्रदेश की जनता सरकार के खिलाफ अपना रोष जाहिर करे जिससे सरकार पर दबाव बने. ताकि बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी जल्द हो सके, क्योंकि पहलवानों की मुख्य मांग यही है कि बृजभूषण की गिरफ्तारी जल्द से जल्द हो.
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