करनाल: दिव्यांग एक बार फिर से आंदोलन करने की तैयारी में हैं. जिला सचिवालय करनाल में दिव्यांगों ने पहुंच कर अपनी लंबित पड़ी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. वहीं दिव्यांगों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की ओर से उनकी पेंशन में मात्र ढाई सौ रूपये की बढ़ोत्तरी की गई है. सरकार ने उनके साथ भद्दा मजाक किया है. एक दिव्यांग को 2250 रुपये पेंशन मिलती है, जोकि उसके और उसके परिवार के लिए काफी नहीं है.
लघु सचिवालय पर दिव्यांगों ने किया प्रदर्शन
दिव्यांगों ने लघु सचिवालय के बाहर रोष प्रदर्शन करते हुए कहा कि सरकार की ओर से दिव्यांग कोष और दिव्यांग एक्ट बनाया जाए, जिससे उनको कुछ सहूलियत मिल सके. रोहतक, भिवानी, हिसार ,करनाल और चंडीगढ़ में पिछले समय में कई बार धरने प्रदर्शन किए. सरकार ने उन के साथ वादा किया था, उनकी मांगों को जल्दी पूरा किया जाएगा. लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.
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सड़क पर आंदोलन की तैयारी में दिव्यांग
दिव्यांगों का कहना है कि सरकार दिव्यागों को कम से कम इतनी पेंशन तो दे, जिससे उनका गुजारा चल सके, या फिर सरकार उनको नौकरी दे. इन्हीं मांगों को लेकर सरकार अगर 1 महीने के अंदर कोई भी सकारात्मक निर्णय लेती है तो ठीक है. इसके साध ही दिव्यांगों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी बात नहीं मानी तो वे सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.
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