करनाल: लगातार बढ़ रही गर्मी के कारण आम आदमी के लिए सब्जियां महंगी होना शुरू हो गई है. लोग कोरोना और बाजार की पस्त हालत के चलते पहले से ही परेशान हैं. ऊपर से महंगाई ने कोढ़ में खाज का काम किया है. महंगाई का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि मंडियो में इन दिनों नींबू के भाव 170 रुपये प्रतिकिलों पहुंच चुके हैं.
नींबू के दाम बीते दो महीने में ही 50 रुपये प्रति किलो से बढ़कर एक सौ सत्तर रुपये तक जा पहुंचा (Lemon Price In Haryana) है. कुछ दिनों पहले तक नींबू ढाई सौ से तीन सौ रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गया था. हरी मिर्च जो फरवरी के महीने में चालीस से पचास रुपये किलो बिक रही थी वो अब साठ से सौ रुपये के बीच बिक रही है. इसी तरह मशरूम, भिंडी, करेला, तोर्रई के दाम तो सातवें आसमान पर पहुंच चुके हैं.
सब्जियों के साथ- साथ फलों की कीमतों में भी उछाल आया (Fruit Price In Haryana) है. फरवरी के महीने में सौ रुपये बिकने वाले सेब की कीमत अब 210 रुपये प्रतिकलो पहुंच चुकी है. जबकि फलों का राजा कहा जाने वाला आम इन दिनो 140 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है.
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फल- सब्जियों के दामों में बढ़ोत्तरी के लिए डीजल की कीमतों में लगातार हो रहे इजाफे को भी एक कारण माना जा रहा है. प्रदेश के अलावा बाहर से आपूर्ति होने वाली सब्जियों के दाम में वृद्धि देखी जा रही है. डीजल के दाम बढ़ने की वजह से ट्रांसपोर्टेशन चार्ज बढ़ गया है. जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. मंडी में थोक व्यापारी महंगी सब्जिया खरीद रहे हैं जिसकी वजह से जनता को बाजारों में महंगे फल और सब्जियों को खरीदना पड़ रहा है.
बता दें कि पिछले एक महीने में महंगाई तेजी से बढ़ी है. इस दौरान खाने-पीने की चीजें, जैसे- आटा, चावल, घी, दूध के साथ राेजमर्रा के सामान जैसे पेट्राेल-डीजल, रसाेई गैस के दाम भी काफी ज्यादा बढ़ गए हैं. महंगाई से त्रस्त आम आदमी काे फिलहाल राहत की उम्मीद मिलती नहीं दिखाई दे रही है. मंडी से जितने तरह के खाद्यान का काराेबार हाेता है, सभी की कीमतें बढ़ती चली जा रही है.