करनाल: हरियाणा में गन्ने का भाव 450 रुपए करने की मांग को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में करनाल में गन्ने का भाव बढ़ाने की मांग पर किसानों ने शहर में ट्रैक्टर मार्च निकाला. इस दौरान किसानों ने शुगर मिल से लेकर लघु सचिवालय तक ट्रैक्टर ट्रॉलियों में गन्ना डालकर प्रदर्शन किया. लघु सचिवालय में प्रदर्शन करने के बाद किसानों ने कृषि मंत्री और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस प्रदर्शन की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट के जिला अध्यक्ष ने की. प्रदर्शन में गन्ना संघर्ष समिति, भाकियू और भारतीय किसान संघ से जुड़े किसान शामिल हुए.
किसान नेताओं का कहना है कि सरकार किसानों को बेवजह परेशान कर रही है. सरकार किसानों की परीक्षा लेना चाह रही है, लेकिन किसान भी अपनी मांग पूरी होने तक लगातार धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों को सरकार द्वारा नहीं मानने की स्थिति में किसानों ने आगामी आंदोलन की रणनीति बना ली है. इस रणनीति के तहत आज ट्रैक्टर मार्च निकाला है. अब 27 जनवरी को गन्ने की होली जलाई जाएगी.
इसके बाद 30 जनवरी को सरकार का पुतला फूंका जाएगा. वहीं, 29 जनवरी को गोहाना में होने वाली सभा के लिए हरियाणा पहुंचने पर गृहमंत्री अमित शाह का विरोध किया जाएगा. किसान गन्ने का दाम बढ़ने तक लगातार प्रदर्शन करेंगे. किसानों का कहना कि हरियाणा में गन्ने का भाव 372 रुपए प्रति क्विंटल किया है, जिसमें किसानों को बचत बहुत कम होती है. वहीं पड़ोसी राज्य में गन्ने का भाव हरियाणा से ज्यादा है. हरियाणा के किसान भी पिछले काफी समय से इसे बढ़ाने को लेकर प्रदर्शन करते आ रहे हैं.
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जब तक सरकार गन्ने का भाव नहीं बढ़ाती, तब तक पूरे हरियाणा में किसान ऐसे ही प्रदर्शन जारी रखेंगे. भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान अजय राणा ने कहा कि किसान पिछले काफी समय से गन्ने की रेट की बढ़ोतरी को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं और मुख्यमंत्री ने केवल 10 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ोतरी की है, जिससे किसान खुश नहीं है. किसान चाहते हैं कि उनको गन्ने का 450 रुपए प्रति क्विंटल का भाव दिया जाए.
करनाल में हरियाणा सरपंच एसोसिएशन की मीटिंग: ई-टेंडरिंग व गांव में विकास कार्य करने के लिए दो लाख रुपये की लिमिट के विरोध में हरियाणा के सरपंच पिछले काफी समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसके चलते हरियाणा के सभी ब्लॉकों में सरपंचों के द्वारा बीडीपीओ कार्यालय में ताला लगाकर उसके बाद प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी कड़ी में आज करनाल में हरियाणा के सरपंचों की 25 सदस्य कमेटी करनाल में पहुंची, जहां पर उन्होंने मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने बताया कि जब तक सरकार उनकी बात नहीं मानते तब तक वह अपनी मांगों के लिए लगातार प्रदर्शन करते रहेंगे.
इस मीटिंग में फैसला लिया गया है कि रोहतक के जसिया में 28 जनवरी को शक्ति प्रदर्शन होगा, जिसमें बड़ा कार्यक्रम करके प्रदेश भर के सरपंच पहुंचेंगे और सरकार के खिलाफ हुंकार भरेंगे. उन्होंने कहा कि शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश की जाएगी कि पूरे हरियाणा के सरपंच एक साथ हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि 29 जनवरी को हरियाणा के सभी ब्लॉकों में सरपंचों के द्वारा गृह मंत्री अमित शाह का पुतला फूंका जाएगा. क्योंकि उस दिन ही हरियाणा के गोहाना में गृहमंत्री अमित शाह की रैली रखी गई हैं. सरपंचों का कहना है कि, अमित शाह का पुतला फूंकने के बाद हरियाणा के सरपंचों के द्वारा उनके आसपास के रोड जाम कर के चक्का जाम किया जाएगा.