करनाल: प्रदेश की मंडियों में गेहूं की खरीद शुरू होने के बाद किसान अपनी फसल लेकर मंडियों में पहुंच रहें हैं. लेकिन कई जगहों पर किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बात करनाल की करें तो यहां आए किसानों का कहना है कि हमने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ है लेकिन अभी तक उनके पास कोई मैसेज नहीं आया है और उनकी फसल भी पककर तैयार है. किसानों का कहना है कि अब वो अपनी फसल कहां रखते, इसलिए वो मंडी में लेकर आ गए लेकिन उन्हें गेट पास नहीं दिया जा रहा है.
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वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता गेहूं की ट्रॉलियां लेकर मार्किट कमेटी के दफ्तर पहुंच गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि बिना मैसेज के भी किसानों की एंट्री होनी चहिए, अब ये किसान कहां जाए जिनकी फसल तो कट गई है पर मैसेज नहीं आया.
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किसानों के हंगामे को बढ़ता देख अतिरिक्त उपायुक्त वीना हूड्डा भी मंडी में पहुंच गई जहां उन्होंने किसानों को समझाते हुए कहा कि आप सभी को वापिस नहीं जाना पड़ेगा, अभी शुरुआत हुई है, जल्द सब चीजों में सुधार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसानों के लिए हेल्प डेस्क भी बनाई गई है, ऐसे में किसान वहां भी अपनी समस्या बता सकते हैं.
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भले ही सरकार ने समय से गेहूं की खरीद शुरू कर दी हो , लेकिन अभी भी खामियां बहुत है और किसान इस बात से परेशान है कि उन्हें सरकार द्वारा भेज जा रहे मैसेज के हिसाब से गेहूं की फसल मंडी में लानी पड़ रही है.