करनाल: केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज 45वें दिन में प्रवेश कर गया है, लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नहीं निकल पाया है. हालांकि इसको लेकर केंद्र सरकार और किसानों के बीच आठ दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन फिर भी इसका कोई हल नहीं निकल पाया है. किसानों को लगातार तारीख पर तारीख मिलती जा रही है. जिसको लेकर बीजेपी के नेताओं का हरियाणा में काफी विरोध हो रहा है.
गौरतलब है कि,10 जनवरी को करनाल के कमला गांव में मुख्यमंत्री की किसान महापंचायत होनी है. जिसका किसान संगठन और किसान विरोध कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि हम ये कार्यक्रम नहीं होने देंगे.
इसी को लेकर करनाल में आज किसान नेताओं के साथ जिला प्रशासन ने मीटिंग ली. जिसमें जिला उपायुक्त और जिला पुलिस अधीक्षक मौजूद रहे. जिला प्रशासन ने किसानों से निवेदन किया है कि वो अपना विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्वक करें.
ये भी पढ़ें: 26 जनवरी को जवानों के टैंक के साथ चलेंगे किसानों के ट्रैक्टर- राकेश टिकैत
जिसको लेकर किसान नेता ने कहा कि प्रशासन से हमारी मीटिंग हुई है और हम ऐसा कोई भी काम नहीं करेंगे. जिससे किसी भी तरह की अवस्था फैले और शांति भंग हो. उन्होंने कहा कि हम उपद्रव वाले लोगों से दूर रहेंगे और उनका विरोध भी करेंगे, लेकिन किसी भी हालत में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का विरोध करेंगे.